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20 June 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1.चिकनगुनिया वैक्सीन का तीसरा ह्यूमन ट्रायल हुआ सफल, एक डोज में बीमारी से मुक्ति

चिकनगुनिया वैक्सीन के तीसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल सफल हो गया है. जब इसका पहला शॉट इंसानों को लगाया तो इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले थें. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब भी मौसम बदलता है या बारिश-धूप होती है तो चिकनगुनिया के केसेस बढ़ने लगते हैं. यह एक ऐसी बीमारी है जिससे पूरा विश्व परेशान है. चिकनगुनिया का वैक्सीन जब बनकर तैयार हो जाएगा तो एक बड़ी आबादी को इससे मदद मिल पाएगी. 

12 जून को लांसेट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक चिकनगुनिया की बीमारी से बचने के लिए यह वैक्सीन कारगर साबित होने जा रही है. साथ ही इससे लाखों लोगों की मदद हो सकेगी. क्योंकि इस वैक्सीन में क्षमता है कि वह लोगों को इस बीमारी से बचा सके. इस वैक्सीन का जब ह्यूमन ट्रायल किया गया तो रिजल्ट चौंकाने वाले थे जिसमें कहा गया कि सिर्फ 28 दिन में इस बीमारी से पीड़ित मरीज 98-9 प्रतिश तक ठीक हो जा रहा है. 

चिकनगुनिया के लक्षण कुछ ऐसे होते हैं

किसी व्यक्ति को अगर चिकनगुनिया हो जाए तो उसके शुरुआती लक्षण होते हैं जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, तेज बुखार और शरीर पर लाल चकत्ते होना. चिकनगुनिया उतना घातक नहीं है, लेकिन कोई भी बीमारी सुखद नहीं होता है. एक बार चिकनगुनिया हो जाए तो आप दो सप्ताह तक बीमार रह सकते हैं. इसके अलावा, गंभीर मामलों में आपको बहुत दर्दनाक गठिया हो जाता है जो हफ्तों तक रह सकता है. जर्मनी के ट्यूबिंगन विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ पीटर क्रेम्सनर ने कहा कि यह बीमारी बदलते मौसम के कारण होता है और यह किसी भी व्यक्ति को हो सकता है. 

चिकनगुनिया का अभी तक वैक्सीन नहीं बना था

यह बीमारी अफ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया, भारतीय उपमहाद्वीप और अमेरिका के उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के कई क्षेत्रों में मौजूद है. अभी तक चिकनगुनिया का कोई इलाज या टीका उपलब्ध नहीं है.

लाइव-एटेन्यूएटेड वैक्सीन, VLA1553, चिकनगुनिया के ला रीयूनियन स्ट्रेन पर आधारित है. जो पूर्व मध्य दक्षिण अफ्रीकी जीनोटाइप का है. 

रिसर्च के मुताबिक चिकनगुनिया के सिंगल शॉट के बाद ही मरीज ठीक हो जाएगा और कुछ दिनों के अदर ही वह इस वायरस से मुक्ति पा लेगा. 

2. कब तक जारी होगा ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट रिजल्ट, यहां से पढ़ें लेटेस्ट अपडेट


नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से इस वर्ष ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट (GPAT) का आयोजन 22 मई 2023 को किया गया था। इसके बाद से ही परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को अपने रिजल्ट का इंतजार है जो जल्द ही समाप्त होने वाला है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिजल्ट इस सप्ताह या जून के अंतिम सप्ताह में घोषित किया जा सकता है। रिजल्ट ऑनलाइन माध्यम से NTA की ऑफिशियल वेबसाइट gpat.nta.nic.in पर घोषित किया जाएगा जहां से आप अपने परिणाम की जांच कर सकेंगे। नतीजे चेक करने के लिए अभ्यर्थियों को अपने लॉग-इन क्रेडेंशियल्स दर्ज करने होंगे।

GPAT Results 2023: 55 हजार से अधिक स्टूडेंट्स ने लिया था भाग

जीपैट परीक्षा प्रतिवर्ष नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से आयोजित की जाती है। इस परीक्षा के माध्यम से स्नातकोत्तर फार्मेसी पाठ्यक्रमों (M. Pharma) में AICTE द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेज/संस्थान में दाखिला दिया जाता है। इस वर्ष इस परीक्षा में 55302 स्टूडेंट्स ने भाग लिया था। रिजल्ट घोषित होने के बाद रैंक के अनुसार उम्मीदवारों को निर्धारित संस्थानों में सीट अलॉट करके प्रवेश प्रदान किया जाएगा।

NTA GPAT Results 2023: ऐसे चेक कर सकेंगे नतीजे

एनटीए जीपैट रिजल्ट 2023 चेक करने के लिए उम्मीदवारों को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट gpat.nta.nic.in पर जाना होगा। वेबसाइट के होम पेज पर रिजल्ट घोषित होते ही उसका लिंक एक्टिवेट हो जायेगा जिस पर आपको क्लिक करना होगा। लिंक पर क्लिक करने के बाद एक नया पेज ओपन होगा जिस पर आपको लॉग-इन क्रेडेंशियल जैसे एप्लीकेशन नंबर, डेट ऑफ बर्थ एवं सिक्योरिटी पिन दर्ज करके सबमिट करना होगा। अब आपको परिणाम स्क्रीन पर ओपन हो जायेगा जहां से आप इसे डाउनलोड करके प्रिंटआउट निकाल सकते हैं।

रिजल्ट के साथ ही उम्मीदवारों की फाइनल आंसर की भी जारी की जा सकती है। आपको बता दें कि आंसर की 1 जून को जारी की गयी थी जिस पर 3 जून तक आपत्ति दर्ज करने का समय दिया गया था। अभ्यर्थी ध्यान दें फाइनल आंसर की अंतिम एवं सर्वमान्य होगी, इस पर किसी भी प्रकार से आपत्ति दर्ज नहीं की जा सकेगी।

3. सिने वर्कर्स ने पीएम मोदी को लिखा लेटर, लेखक-निर्देशक के खिलाफ FIR और ओटीटी पर बैन करने की मांग

प्रभास और कृति सेनन की फिल्म आदिपुरुष पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। देश में अलग-अलग जगहों पर फिल्म का विरोध करने की खबरें आ रही हैं, वहीं काठमांडू में आदिपुरुष को बैन कर दिया गया है। महाराष्ट्र के पालघर में चलती स्क्रीनिंग रोकने की खबर आ चुकी है। 

ओम राउत के निर्देशन में बनी इस माइथोलॉजिकल फिल्म का विरोध करने वालों में अब फिल्मी संगठन भी शामिल हो गये हैं। 'ऑल इंडिया सिने वर्क एसोसिएशन' (All India Cine Workers Association) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक लेटर लिखकर 'आदिपुरुष' को बैन करने की मांग की है, साथ ही उसकी ओटीटी रिलीज रोकने की मांग भी रखी है। 

AICWA ने 'आदिपुरुष' पर बैन के लिए लिखा लेटर

समाचार एजेंसी एएनआई ने ऑल इंडिया सिने वर्क एसोसिएशन के खत की एक कॉपी अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर है। इस लेटर के साथ बताया गया है कि ऑल इंडिया सिने वर्क एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक लेटर लिखते हुए उनसे ये गुजारिश की है कि फिल्म आदिपुरुष की स्क्रीनिंग को थिएटर में तुरंत बैन किया जाए, इसके साथ ही भविष्य में इसे किसी भी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज न होने दिया जाए।

पीएम मोदी को लिखे गए इस लेटर में उन्होंने आगे लिखा, "हमें फिल्म के निर्देशक ओम राउत, डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर शुक्ला और फिल्म के निर्माताओं के खिलाफ FIR करवाने की जरूरत है।"

अनुराग ठाकुर ने 'आदिपुरुष' को लेकर कही थी ये बात

आपको बता दें कि इससे पहले केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने आदिपुरुष की रिलीज के बाद लोगों की भावनाएं आहत होने पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की थी।


फिल्म के विरोध को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा था कि CBFC को इस पर जो निर्णय लेना था, उन्होंने ले लिया है। फिल्म के निर्देशक-निर्माता ने डायलॉग बदलने की बात कही है। लोगों की भावनाओं को आहत करने का अधिकार किसी को नहीं है। आपको बता दें कि विवादों के बीच भी आदिपुरुष ने रविवार तक अच्छा बिजनेस किया था। हालांकि, सोमवार को फिल्म का कलेक्शन 70 पर्सेंट के करीब गिरा है।


4. कब कर सकेंगे रामलला के दर्शन? सामने आई प्राण प्रतिष्ठा से लेकर राम मंदिर दर्शन की पूरी टाइम लाइन

राम मंदिर के पट जनता के लिए कब खुलेंगे, इस सवाल के जवाब को लेकर कई अटकलें लगाई जाती रही हैं. इन सबके बीच राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि ''15 जनवरी 2024 से 24 जनवरी 2024 के बीच राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो सकती है.''नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं के लिए राम मंदिर के दरवाजे खुल जाएंगे. मिश्रा ने कहा कि 24-25 जनवरी 2024 से मंदिर में आम श्रद्धालु जाकर दर्शन कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि विदेशों में भारतीय दूतावासों में भी प्राण प्रतिष्ठा देखी जा सके, इसकी तैयारी की जा रही है.

उन्होंने बताया कि गर्भ गृह का मुख्य द्वार स्वर्ण आच्छादित होगा, उस पर सोने की carving होगी. उन्होंने कहा कि मंदिर का 161 फ़ीट ऊंचा शिखर भी सोने मढ़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मन में था कि अयोध्या तभी जाएंगे जब मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी, तभी वे 5 अगस्त 2021 को यहां आये. 

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी इसके बीस साल पहले तक यहां नहीं आए थे. वे अयोध्या के आस-पास कई बार आए, लेकिन यहां नहीं आए.

5.'गद्दार दिवस' मनाए जाने को लेकर अलर्ट पर मुंबई पुलिस, संवेदनशील जगहों पर सिक्योरिटी टाइट

महाराष्ट्र में राजनीतिक दल शिवसेना को टूटे पूरा एक साल हो गया है. आज से ठीक एक साल पहले यानी 20 जून 2022 को उद्धव ठाकरे से बगावत कर एकनाथ शिंदे अलग हो गए थे. शिंदे के साथ कई नेताओं ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. इसके एक साल होने पर संजय राउत ने 20 जून को विश्व गद्दार दिवस घोषित करने की मांग की है.

राउत ने संयुक्त राष्ट्र संघ को एक लेटर लिखने की भी घोषणा ​की है. ऐसे में शहर में राजनीतिक माहौल को देखते हुए मुंबई पुलिस अलर्ट पर है. मुंबई पुलिस अलर्ट पर है क्योंकि ऐसी संभावना है कि कुछ राजनीतिक समूहों 'गद्दार दिवस' मना सकते हैं.


संवेदनशील जगहों पर बढ़ा दी है सुरक्षा

मुंबई पुलिस ने कई संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी है. पुलिस ने आज सुबह सात से आठ बजे से बंदोबस्त सख्त ​कर दिए है. इसके साथ ही मुंबई पुलिस इस बात का पूरा ध्यान रख रही है कि कानून व्यवस्था की कोई समस्या उत्पन्न न हो. मुंबई पुलिस ने कहीं भी गद्दार दिवस को लेकर धरना व आंदोलन न हो इसके लिए पहले ही जानकारी जुटाने का काम शुरू कर दिया था और निवारक कार्रवाई भी की गई है. इसी वजह से कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं को मुंबई पुलिस ने एहतियात के तौर पर नोटिस जारी किया है.


शिवसेना UBT के कार्यालयों के बाहर मुंबई पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. एकनाथ शिंदे ने पार्टी से बगावत कर बीजेपी से हाथ मिला लिया था. इसके बाद फिर उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और महाराष्ट्र में एक बार फिर नई सरकार का चयन हुआ था. तब एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.




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