5 JUNE 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day
1.क्या चीन के लिए पावर पंच बनेगी भारत-अमेरिका की दोस्ती?
भारत और अमेरिका के रक्षा मंत्रियों के बीच सोमवार (5 जून) को हुई बैठक के बाद सामने आई तस्वीरों से यह तो साफ हो गया है कि दोनों देशों की दोस्ती गहरी हो रही है. उच्च स्तरीय मुलाकात में दोनों देशों के बीच "शेयरिंग और केयरिंग फॉर्मूले" पर आगे बढ़ने को लेकर भी सहमती बनी. राजनाथ सिंह ने कहा कि वह अमेरिका के साथ काम करने के लिए काफी उत्सुक हैं. दोनों के ही बयान चीन को परेशान करने वाले हैं.
राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) के बीच हुई मुलाकात के बाद राजनाथ ने ट्वीट कर कुछ तस्वीर शेयर कीं. इनमें दोनों रक्षा मंत्रियों को मुस्कुराते हुए आपस में गले मिलते हुए देखा गया. दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच गर्मजोशी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लॉयड ऑस्टिन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को 'ब्रदर' कहकर संबोधित किया. साथ ही भारत और अमेरिका के रिश्तों को भाईचारे वाला बताया.
भारत आए अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ हुई मुलाकात में जहां भारत और अमेरिका के बीच होने वाली बड़ी रक्षा सहयोग परियोजनाओं का एजेंडा फाइनल किया. वहीं, हिंद महासागर में दिनों देशों के साझेदारी बढ़ाने के प्रोजेक्ट पर भी विस्तार से चर्चा की.
क्या चीन को परेशान करेगी भारत-अमेरिका की दोस्ती?
इस बैठक का अहम मुद्दा चीन सागर में चीन की बढ़ती आक्रामकता और सैन्य मौजूदगी रहा. हाल ही में आसमान और समंदर में अमेरिकी टोही विमान और युद्धपोत को चीन की तरफ से आक्रामक चुनौती दिए जाने की घटनाएं सामने आई हैं. वहीं, भारत और चीन के बीच भी एलएसी (LAC) के मुद्दे को लेकर विवाद जारी है. इन सबके भारत और अमेरिका की दोस्ती की इन तस्वीरों ने चीन को जरूर परेशान किया होगा.
अमेरिका अब चीन को छोड़कर कर सकता है भारत का रुख
बैठक के दौरान भारत की ओर से चाइना प्लस वन फॉर्मूले के साथ सप्लाई चैन विकास पर जोर दिया गया. इसके तहत चीन पर से निर्भरता हटाकर अमेरिका भारत जैसे सप्लायर का रुख कर सकता है. अमेरिका जैसे बड़े खरीददार के ऐसा करने पर भारत का फैक्ट्री उत्पादन मजबूत हो सकेगा और चीन को इससे खासा नुकसान होगा.
भारत ने मेड इन इंडिया उत्पादों की सोर्सिंग बढ़ाने को कहा
सूत्रों के मुताबिक, भारत ने अमेरिका से क्रिटिकल टेक्नोलॉजी और उच्च स्तरीय रक्षा में प्रौद्योगिकी सहयोग की बाधाएं हटाने और मिलकर काम करने का आग्रह किया. इतना ही नहीं भारत ने अमेरिका से मेड इन इंडिया उत्पादों की सोर्सिंग बढ़ाने का भी आग्रह किया. इसी कड़ी में भारतीय स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस के लिए इस्तेमाल हो रहे GE इंजन के भारत में करने के समझौते पर भी बात हुई है. उम्मीद की जा रही है कि यह प्रधानमंत्री मोदी की 21-23 जून को होने वाली अमेरिका यात्रा में इस समझौते पर मुहर लगेगी.
2. 'भरोसे के लायक नहीं पाकिस्तान, अमेरिका रहे अलर्ट', रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने क्यों कही ये बात
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) के बीच सोमवार (5 जून) को नई दिल्ली में मुलाकात हुई. इस दौरान राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री को आगाह करते हुए कहा कि अमेरिका हथियार के मामले में पाकिस्तान पर भरोसा करने की गलती न करें. उन्होंने कहा, "हथियारों के मामले में पाकिस्तान कतई भरोसेमंद नहीं है, क्योंकि वह हथियारों और तकनीक का गलत इस्तेमाल कर सकता है जिससे क्षेत्रीय अस्थिरता आ सकती है."
राजनाथ सिंह और लॉयड ऑस्टिन के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत चली. इस दौरान भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपने नौसैनिक सहयोग को मजबूत करने और भारत-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता को स्वीकार किया. दोनों देशों ने नेविगेशन की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने और अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग लेन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की.
पाकिस्तान की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल
इसके अलावा, जब पश्चिमी उपकरणों की आपूर्ति की बात आई तो भारत ने पाकिस्तान की "विश्वसनीयता" के बारे में अपनी चिंताओं को दोहराया. राजनाथ सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान का ऐसे उपकरणों के दुरुपयोग और डायवर्ट करने का इतिहास रहा है, जो क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा पैदा करता है.
चीन की स्थिति क्या बोले अमेरिकी रक्षा मंत्री?
इस दौरान दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच एलएसी (LAC) पर चीन की स्थिति को लेकर भी चर्चा हुई. अमेरिकी रक्षा मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमने दोनों देशों से बातचीत की है. हमारा पूरा जोर इस पर है कि दोनों देशों के बीच तनाव न बढ़े." इसके साथ ही भारत ने अमेरिका से आग्रह किया है कि वह रक्षा क्षेत्र के लिए भारत से सोर्सिंग को बढ़ा दे, जिससे देश का राजस्व बढ़ सके.
3. आंदोलन खत्म होने की अफवाहों पर विनेश फोगाट का जवाब
भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे पहलवानों के प्रदर्शन के खत्म होने की झूठी खबरों पर रेसलर विनेश फोगाट ने हमला किया है. उन्होंने कहा है कि महिलाएं किन परेशानियों से गुजर रही हैं इस चीज का एहसास फर्जी खबर फैलाने वालों को नहीं है.
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, "महिला पहलवान किस ट्रॉमा से गुज़र रही हैं इस बात का अहसास भी है फर्जी खबर फैलाने वालों को? कमज़ोर मीडिया की टांगें हैं जो किसी गुंडे के हंटर के आगे काँपने लगती हैं, महिला पहलवान नहीं." इसके अलावा उन्होंने इसी ट्वीट में एक शेर लिखते हुए कहा, "जहां पहुंच के कदम डगमगाए हैं सब के, उसी मक़ाम से अब अपना रास्ता होगा- आबिद अदीब."
'अब हमारी नौकरी के पीछे भी पड़े'
इसी क्रम में उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "हमारे मेडलों को 15-15 रुपए के बताने वाले अब हमारी नौकरी के पीछे पड़ गये हैं. हमारी ज़िंदगी दांव पर लगी हुई है, उसके आगे नौकरी तो बहुत छोटी चीज है. अगर नौकरी इंसाफ के रास्ते में बाधा बनती दिखी तो उसको त्यागने में हम दस सेकेंड का वक्त भी नहीं लगाएंगे. नौकरी का डर मत दिखाइए."
साक्षी और बजरंग ने क्या कहा?
इसके अलावा, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने भी एक सुर में कहा है कि ये आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है. पहलवान पुनिया ने ट्वीट करके कहा, “आंदोलन वापस लेने की खबरें कोरी अफवाह हैं. ये खबरें हमें नुकसान पहुंचाने के लिए फैलाई जा रही हैं. हम न पीछे हटे हैं और न ही हमने आंदोलन वापस लिया है. महिला पहलवानों की एफआईआर उठाने की खबर भी झूठी है. इंसाफ मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी.”
वहीं पहलवान साक्षी मलिक ने ट्विट करते हुए कहा, “ये खबर बिलकुल गलत है. इंसाफ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा. सत्याग्रह के साथ-साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को साथ निभा रही हूं. इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है. कृपया कोई गलत खबर ना चलाई जाए.”
4. रेसलर साक्षी-बजरंग और विनेश नौकरी पर लौटे:एक दिन पहले गृहमंत्री शाह से मुलाकात की थी
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल रेसलर्स साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट अपनी नौकरी पर लौट गए हैं। तीनों रेलवे में नौकरी करते हैं। रेलवे पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल योगेश बवेजा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने दैनिक भास्कर को बताया कि तीनों ने आज ही ड्यूटी जॉइन की है।
ये खबर तब आई है, जब दावा किया जा रहा है कि बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर अपने बयान से पलट गई है। दावे के मुताबिक, नाबालिग ने दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस थाने में बयान दिए। इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां उसने बयान वापस ले लिया।
पहले खबर ये आई थी कि पहलवानों ने आंदोलन से भी नाम वापस ले लिया है, लेकिन साक्षी मलिक ने ट्वीट करके इस तरह की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा- इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। बजरंग पूनिया ने भी कहा- FIR वापस लेने वाली बात झूठी है। हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
नाबालिग पहलवान की उम्र को लेकर भी विवाद है। लड़की के चाचा ने दावा किया कि उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की एक टीम रोहतक भी आई थी। स्कूल में रिकॉर्ड की जांच की गई।
नाबालिग पहलवान और उनके माता-पिता ने कुछ दिन पहले साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के साथ हरिद्वार में हर की पौड़ी में मेडल बहाने से इनकार कर दिया गया था। पिता भी किसी से मिलने को तैयार नहीं हैं। न ही वह अपनी लोकेशन बता रहे हैं।
बृजभूषण को राहत मिल सकती है
अगर नाबालिग पहलवान ने शिकायत वापस ले ली तो फिर बृजभूषण से POCSO एक्ट हट जाएगा। ऐसे में छेड़छाड़ का केस बचेगा और उनकी पहले गिरफ्तारी की जरूरत नहीं रह जाएगी।
5.अपनाएं निवेश के ये पांच मंत्र, बन जाएंगे करोड़पति
निवेश करना मौजूद समय में बहुत जरूरी हो गया है। ये आपके भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए काम आएगा। अगर आप पहली बार निवेश कर रहे हैं तो इसके तरीकों को भी अच्छे से समझ लेना चाहिए, जिससे आप अधिक से अधिक रिटर्न हासिल कर सकें।
अपना लक्ष्य तय करें
अगर कोई निवेशक पहली बार निवेश कर रहा है तो उसे अपना शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म लक्ष्य तय कर लेना चाहिए। इसके हिसाब ही अपनी सैलरी या इनकम को अलग-अलग फंड में निवेश करना चाहिए।
लोन न लें
कई बार पहली सैलरी के साथ ही लोग फोन, कार और अपनी लाइफस्टाइल को अपग्रेड करने में लग जाते हैं। ये ठीक नहीं रहता है। इससे आपकी बचत करने के संभावना समाप्त हो जाती है और जब बचत ही होगी और तो निवेश नहीं कर पाएंगे।
50-30-20 रूल को फॉलो करें
पहली सैलरी के साथ ही 50-30-20 रूल को फॉलो करना एक बचत का एक अच्छा तरीका माना जाता है। इसके तहत आपको अपनी सैलरी का 50 प्रतिशत अपनी जरूरतों पर, 30 प्रतिशत अपनी इच्छाओं पर और 20 प्रतिशत अपनी सेविंग के लिए रखना होता है। इससे आप आसानी से अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।
निवेश चक्र को समझें
निवेश चक्र को समझना किसी भी निवेशक के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि हर समय एक प्रकार की एसेट क्लास रिटर्न नहीं देती है। कोरोना के समय शेयर बाजार ने निवेश को अच्छा रिटर्न दिया था, लेकिन करीब एक साल से बाजार ने कुछ खास रिटर्न नहीं दिया है, जबकि बीते एक साल में बैंक एफडी निवेशकों के लिए फायदा का सौदा रहा है।
नियमित निवेश करें
हमेशा नियमित निवेश करना चाहिए। इसका फायदा ये होगा कि ये आपकी आदात का एक हिस्सा बन जाएगा और आप लंबे समय में वेल्थ क्रिएट कर पाएंगे।
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