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सिविल सर्विसेज एग्जाम: पेपर को 5 स्ट्रैटजी से करेंगे सॉल्व, तो मिलेगी कामयाबी

 


कठिन, मुश्किल, बहुत कठिन, टफ, ऐसा पेपर कभी नहीं देखा… यूपीएससी प्री एग्जाम के बाद 28 मई की शाम से यू-ट्यूब वीडियोज और तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यही माहौल है।

लोगों की नाराजगी और परीक्षा टफ लगने के दो सबसे बड़े कारण रहे। पहला, पेपर I (जीएस) में प्रश्न पूछने के तरीके में किया गया बदलाव और दूसरा, पेपर II (सीसैट) में पूछे गए गणित के प्रश्न।

आइए आज देखते हैं, "कैसी रही सिविल सर्विसेज प्रारंभिक परीक्षा 2023?"

बेसिक इन्फॉर्मेशन

वर्ष 2023 के लिए सिविल सर्विसेज प्रारंभिक परीक्षा 28 मई रविवार को देश के 79 शहरों के हजारों सेंटर्स पर संपन्न हुई। इस बार करीब 13 लाख उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल हुए तथा कुल पदों की संख्या 1255 है। परीक्षा पारम्परिक तरीके से अर्थात पेन और ओएमआर शीट पर आयोजित की गई थी। परीक्षा में 2 पेपर थे- पेपर I (सामान्य अध्ययन) तथा पेपर II (सीसेट - सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट)।

पेपर I सुबह 9:30 से 11:30 तक एवं पेपर II दोपहर में 2:30 से 4:30 तक आयोजित किया गया। पेपर I में 100 जबकि पेपर II में 80 प्रश्न थे, सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ अर्थात मल्टीपल चॉइस प्रकार के थे, जिनमें चार विकल्पों में से एक का चयन करना था। पेपर I में प्रत्येक प्रश्न सही करने पर 2 मार्क्स और पेपर II में 2.5 मार्क्स का प्रावधान था, जबकि दोनों ही पेपर्स में गलत उत्तर देने पर 33% निगिटिव मार्किंग थी।

पेपर I - सामान्य अध्ययन (जी.एस.)

इसमें भूगोल (Geography), इतिहास (History), अर्थशास्त्र (Economics), साइंस एवं टेक्नोलॉजी, पॉलिटी, एनवायर्नमेंट तथा करेंट अफेयर्स पर 100 प्रश्न पूछे गए थे और इसके लिए दो घंटे का समय दिया गया था।

हमेशा की तरह इस बार भी पूछे गए अधिकतर प्रश्नों का स्तर गहरा था। किन्तु इस बार यूपीएससी ने प्रश्नों को पूछने के तरीके में थोड़ा बदलाव किया जिससे ऑप्शंस को लॉजिकल आधार पर हटाए जाने की संभावना शून्य हो गई और परीक्षा का डिफिकल्टी लेवल बढ़ गया।

अब हर ऑप्शन का माइक्रो नॉलेज नहीं हो तो कई प्रश्न हल नहीं हो सकते थे। अर्थात, "एलिमिनेशन ऑफ़ ऑप्शंस" टेक्नीक बेकार हो गई।

पेपर I बैलेंस्ड था अर्थात इन सभी क्षेत्रों से लगभग समान प्रश्न पूछे गए थे। करीब-करीब 15-16 प्रश्न भूगोल, एनवायर्नमेंट, अर्थशास्त्र, तथा पॉलिटी पर पूछे गए जबकि करीब 12 -13 इतिहास (आर्ट्स और कल्चर मिलाकर), साइंस और टेक्नोलॉजी तथा करेंट अफेयर्स (इंटरनेशनल अफेयर्स को मिलाकर) पर।

एक मज़ेदार बात ये रही कि पॉलिटी के सवालों को भी बहुत सोचकर हल करना पड़ रहा था और पूरे 100 सवालों में एक भी ऐसा नहीं था जिस पर पूरी तरह संशय किया जा सके कि प्रश्न ही गलत दिया गया है (पिछले सालों में ऐसा हुआ है)।

पेपर II - सीसेट - सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट

इसमें रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन और डिसीज़न मेकिंग, गणित और लॉजिकल रीज़निंग के 80 प्रश्न पूछे गए थे।

ये प्रश्न भी मल्टीपल चॉइस टाइप के थे और इन्हें हल करने के लिए भी दो घंटे का समय दिया गया था। कुल 80 प्रश्नों में से 42 गणित पर, 12 लॉजिकल रीज़निंग तथा 26 रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन और डिसीज़न मेकिंग पर थे।

यह पेपर नेचर में 'क्वालिफाइंग' होता है, अर्थात इसे केवल न्यूनतम अंकों (33%) के साथ पास करना होता है, इसके मार्क्स मेरिट में नहीं जुड़ते हैं।

इस बार मैथ्स के प्रश्न काफी टफ पूछे गए थे। मैंने पिछले तीस सालों में अनेक एग्जाम के लिए स्टूडेंट्स तैयार किए हैं, और सिविल सर्विसेज में इतने टफ मैथ्स के सवाल पहले कभी नहीं देखे। अनेक स्टूडेंट्स को मैथ्स में बहुत प्रॉब्लम हुई होगी।

मैथ्स में प्रश्न इन टॉपिक्स से आए थे- परम्यूटेशन एंड कॉम्बिनेशन, पावर साइकल्स, नंबर सिस्टम, रिमेण्ड़र्स, लॉजिक बेस्ड, पिजन होल प्रिंसिपल आदि। अतः, अगले साल की तैयारी करते समय इन टॉपिक्स को अच्छे से पढ़ें।

रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन के पैसेज भी अच्छी क्वालिटी के थे, और सोच-समझकर ही ऑप्शन चुनने में समझदारी थी।

अनुमानित कट-ऑफ

पेपर के कठिनाई स्तर और पिछले वर्षों के ट्रेंड्स को देखते हुए सिविल सर्विसेज प्री 2023 के लिए कट-ऑफ पिछले वर्षों की तुलना में थोड़ा कम हो सकता है। पिछले वर्ष यह जनरल कैंडिडेट्स के लिए 88.22 (कुल 200 में से) था। हालांकि अनुमान लगाना रिस्की है, पर कट ऑफ कम जा सकते हैं।

आगे की राह

निम्न बातों का ध्यान रखें

1) सकारात्मक मानसिकता बनाए रखें। एक परीक्षा के टफ हो जाने से कुछ नहीं होता।

2) परीक्षा की कथित कठिनता से अपने आपको विचलित न होने दें। इन परीक्षाओं में तुलनात्मक सफलता देखी जाती हैं, ना की एब्सोल्यूट। अर्थात जो आपके लिए टफ है, वो सब के लिए टफ है। सवाल यह है कि आप उस परिस्थिति में कैसे रिएक्ट करते हैं।

3) अपनी ऊर्जा को मुख्य परीक्षा की तैयारी में लगाएं और निरंतर सुधार के लिए प्रयास करें।

4) अपनी समस्या सुलझाने की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए वैचारिक स्पष्टता, लॉजिकल थिंकिंग और नियमित अभ्यास पर ध्यान दें।

5) करेंट अफेयर्स से अपडेट रहना और कॉम्प्रिहेंशन स्किल्स को निखारना अमूल्य साबित होगा।


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