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12 June 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1. जल्द जारी होगा यूपीपीएससी पीसीएस 2023 प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ओर से आयोजित यूपी पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2023 का परिणाम का लाखों उम्मीदवार इंतजार कर रहे हैं। आयोग के सूत्रों का कहना है कि परिणाम इसी सप्ताह में घोषित किए जाएंगे। यूपी पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार आयोग की वेबसाइट uppsc.up.nic.in के जरिए अपना यूपी पीसीएस प्रीलिम्स रिजल्ट 2023 चेक कर सकेंगे।

2. WTC: भारतीय टीम पर दोहरी मार, फाइनल में हार के बाद ICC ने पूरी मैच फीस काटी, गिल पर भारी जुर्माना, जानें वजह


विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार के बाद भारतीय टीम के लिए एक और बुरी खबर है। आईसीसी ने धीमी ओवर गति के लिए टीम इंडिया की पूरी मैच फीस काट ली है। सभी आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाली पहली टीम बनने के बाद जश्न मना रही ऑस्ट्रेलिया को भी झटका लगा है। आईसीसी ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की मैच फीस का 80 फीसदी हिस्सा काट लिया है। 

फाइनल मैच के दौरान दोनों टीमों ने अधिकतर ओवर अपने तेज गेंदबाजों से कराए थे। इसी वजह से इस मैच में किसी भी दिन पूरे 90 ओवर का खेल नहीं हो पाया। मैच के बाद आईसीसी ने दोनों टीमों के खिलाफ एक्शन लिया है। भारतीय खिलाड़ियों पर मैच फीस का 100 फीसदी और ऑस्ट्रेलिया पर 80 फीसदी जुर्माना लगाया गया है। 

भारतीय टीम पर 100 और ऑस्ट्रेलिया पर 80 फीसदी जुर्माना

भारतीय टीम तय समय के अनुसार पांच ओवर पीछे थी, जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम चार ओवर पीछे थी। खिलाड़ियों और सहयोगी कर्मियों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, जब कोई टीम तय समय पर पूरे ओवर नहीं कर पाती है तो खिलाड़ियों पर प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है। पांच ओवर पीछे होने की वजह से भारतीय टीम की पूरी मैच फीस काट ली गई है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया पर मैच फीस का 80 फीसदी जुर्माना लगा है।

शुभमन गिल पर 115 फीसदी जुर्माना

भारत के शुभमन गिल को भी टेस्ट के चौथे दिन उन्हें आउट देने के विवादित फैसले की आलोचना करने के लिए एक और जुर्माने का सामना करना पड़ेगा। गिल ने आईसीसी के अनुच्छेद 2.7 का उल्लंघन किया है, जो एक अंतरराष्ट्रीय मैच में होने वाली घटना के संबंध में सार्वजनिक आलोचना या अनुचित टिप्पणी से संबंधित है। शुभमन गिल पर उनकी मैच फीस का 15 फीसदी जुर्माना लगाया गया है। टीम की धीमी ओवर गति और अपने आउट दिए जाने के फैसले का विरोध करने पर गिल के ऊपर दो जुर्माने लगे हैं और उन पर कुल जुर्माना मैच फीस का 115 फीसदी हो गया है। ऐसे में उन्हें अपनी मैच फीस का 15 फीसदी हिस्सा आईसीसी को चुकाना होगा और किसी भी भारतीय खिलाड़ी को इस मैच की फीस नहीं मिलेगी। टेलीविजन अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने ग्रीन के कैच को सही मानते हुए गिल को आउट करार दिया था। इस पर गिल ने इंस्टाग्राम पर अंपायर के फैसले की आलोचना की थी। इसी वजह से उन पर जुर्माना लगा है। 

इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 444 रन का लक्ष्य रखा था। इसके जवाब में टीम इंडिया मैच के पांचवें दिन पहले सत्र में ही 234 रन पर सिमट गई और मैच 209 रन से हार गई। भारत को लगातार दूसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है।

3.चीन-पाकिस्तान में बढ़े परमाणु हथियार, जानें - भारत, रूस सहित किस मुल्क के कितने न्यूक्लियर हथियार बढ़े

दुनियाभर में भू-राजनैतिक तनाव बढ़ने के साथ-साथ पिछले साल के दौरान कई देशों के, खासतौर से चीन के, परमाणु आयुधों में बढ़ोतरी हुई, और अन्य परमाणु ताकतों ने अपने हथियारों का आधुनिकीकरण जारी रखा. यह जानकारी सोमवार को शोधकर्ताओं ने दी है.स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के निदेशक डैन स्मिथ ने समाचार एजेंसी AFP से बातचीत में कहा, "हम उस वक्त के नज़दीक पहुंच गए हैं, या संभवतः वहां तक पहुंच चुके हैं, जब लम्बे अरसे से दुनियाभर में परमाणु हथियारों की तादाद कम हो रही थी..."

SIPRI के मुताबिक, नौ परमाणु शक्तियों - ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, भारत, इस्राइल, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका - के पास परमाणु हथियारों की कुल तादाद वर्ष 2023 की शुरुआत में 12,512 रह गई थी, जबकि 2022 की शुरुआत में यह 12,710 थी. इनमें से 9,576 हथियार 'संभावित इस्तेमाल के लिए सैन्य भंडार' में शामिल थे, जो एक साल पहले की तुलना में 86 अधिक थे.

SIPRI विभिन्न देशों के पास इस्तेमाल के लिए रखे गए हथियारों (स्टॉकपाइल) और उनके कुल भंडार के बीच अंतर करके देखता है. कुल भंडार में वे पुराने हथियार भी गिने जाते हैं, जिन्हें नष्ट करना तय किया जा चुका है.

डैन स्मिथ का कहना है, "स्टॉकपाइल वे परमाणु हथियार हैं, जो इस्तेमाल के लिए तैयार हैं, और यह तादाद बढ़ने लगी है..." उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि यह तादाद 1980 के दशक के दौरान दर्ज की गई 70,000 से ज़्यादा की तादाद से काफ़ी दूर है.

इस बढ़ोतरी का बड़ा हिस्सा चीन से था, जिसके स्टॉकपाइल में 350 से 410 हथियार हो गए.

भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया ने भी अपने स्टॉकपाइल में बढ़ोतरी की, और रूस में स्टॉकपाइल 4,477 से बढ़कर 4,489 हो गया, जबकि शेष परमाणु शक्तियों ने अपने स्टॉकपाइल के आकार को पहले की तादाद पर ही बरकरार रखा.

रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के पास कुल मिलाकर अब भी दुनियाभर के सभी परमाणु हथियारों का लगभग 90 फ़ीसदी हिस्सा है.

स्मिथ के अनुसार, "मोटे तौर पर देखें तो 30 साल से भी ज़्यादा वक्त से हम परमाणु हथियारों की तादाद में कमी देख रहे थे, और अब हम उस प्रक्रिया को खत्म होते हुए देख रहे हैं..."

बढ़ोतरी कर रहा है चीन...

SIPRI शोधकर्ताओं ने ध्यान दिया है कि यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए हमले के बाद परमाणु हथियारों के नियंत्रण और निरस्त्रीकरण पर राजनयिक प्रयासों को झटका लगा. उदाहरण के लिए, हमले के मद्देनज़र USA ने रूस के साथ अपनी 'द्विपक्षीय रणनीतिक स्थिरता वार्ता' को निलंबित कर दिया था.

फरवरी में रूस ने घोषणा की कि वह 2010 की उस संधि में भागीदारी को निलंबित कर रहा है, जो रणनीतिक रूप से आक्रामक हथियारों को सामित करने तथा घटाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर थी.

SIPRI ने एक बयान में कहा कि "परमाणु हथियार नियंत्रण के ज़रिये रूसी और अमेरिकी सामरिक परमाणु बलों को सीमित करने वाली यह आखिरी संधि थी..."

साथ ही, स्मिथ ने यह भी कहा कि स्टॉकपाइल में बढ़ोतरी को यूक्रेन युद्ध के साथ नहीं जोड़ा जा सकता, क्योंकि नए हथियार विकसित करने में ज़्यादा वक्त लगता है और यह भी अहम है कि स्टॉकपाइल में बढ़ोतरी का बड़ा हिस्सा उन मुल्कों का रहा, जो युद्ध से सीधे-सीधे प्रभावित नहीं थे.

चीन ने अपनी सेना के सभी हिस्सों में भी भारी रकम लगाई है, क्योंकि उसकी अर्थव्यवस्था और प्रभाव में वृद्धि हुई है. स्मिथ ने कहा, "हम देख रहे हैं कि चीन वैश्विक ताकत के रूप में बढ़ रहा है, और यह हमारे वक्त की असलियत है..."

4. तीन दिन पहले ही दिखने लगा तूफान का रौद्र रूप, मुंबई में उठ रहीं ऊंची लहरें

चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय अब अपना रौद्र रूप अपनाने लगा है. रविवार को चक्रवातीय तूफान में बदलने के बाद से यह भारतीय तट की ओर बढ़ रहा है. 15 जून तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन तीन पहले ही गुजरात में इसका असर दिखना शुरू हो गया है. सौराष्ट्र और कच्छ के तट पर तेज हवाएं चलने लगी हैं. गुजरात के साथ ही महाराष्ट्र और केरल में भी समुद्र तट में ऊंची-ऊंची लहरे उठने लगी हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने गुजरात में येलो अलर्ट जारी किया है.

भारतीय मौसम विभाग ने रविवार देर रात चक्रवात बिपरजॉय को लेकर गुजरात के लिए येलो अलर्ट जारी किया. आईएमडी ने लिखा, सौराष्ट्र और कच्छ तट के लिए येलो अलर्ट. 15 जून की दोपहर तक बिपरजॉय के मांडवी (गुजरात) और कराची पाकिस्तान के बाच से गुजरने की संभावना है.

मुंबई में फ्लाइट पर असर

मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, भले ही अभी तीन दिन का सयम है लेकिन इसका असर अभी से ही दिखने लगा है. सोमवार (12 जून) को मुंबई के तट पर तेज हवाएं चल रही हैं, जिसके असर से समुद्र से ऊंची लहरें उठकर किनारे से टकराने लगी हैं. ऐसे दृश्य केरल के तिरुवनंतपुरम से भी सामने आएं हैं, जिनके वीडियो समाचार एजेंसी एएनआई ने जारी किए हैं.

मुंबई में बीती रात से चल रही तेज हवाओं और बारिश की वजह एयरपोर्ट पर विमान सेवा प्रभावित हुई है. बीती रात से कई फ्लाइट या तो रद्द किए गए या डाइवर्ट किए गए हैं. अभी फ्लाइट लैंड और टेक ऑफ़ कर रही है पर देरी देखने को मिल रही है.

गुजरात के तट से लोगों को हटाना शुरू

चक्रवात की चेतावनी के बीच, गुजरात के कच्छ में अधिकारियों ने निचले इलाकों से लोगों को हटाकर अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित करना शुरू कर दिया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी के हवाले से बताया कि छह जहाजों ने बंदरगाह छोड़ दिया है और सोमवार को 11 और प्रस्थान करेंगे. बंदरगाह के अधिकारियों और जहाज मालिकों को भी सतर्क रहने को कहा गया है.

5. इंसानी दिमाग पर बनी फिल्म Beau Is Afraid देखने से पहले लेनी होगी डॉक्टर की सलाह, हॉरर नहीं लेकिन हिला देगी नसें 

अरी एस्टर की हॉलीवुड फिल्म 'ब्यू इज़ अफ्रेड' साल 2023 की एक ऐसी फिल्म है, जिसे लेकर खूब चर्चा है। फिल्म ना तो हॉरर है और ना ही किसी सच्ची घटना पर आधारित लेकिन फिर भी इसे लेकर चर्चा जोरों पर है। फिल्म एक डिप्रेसिव माहौल में बनाई गई है और एंग्जायटी से जूझ रहे लोगों पर फिल्माया गया है। इसकी थीम कुछ ऐसी है कि पहले तो इसे देखने में आप कतराएंगे लेकिन पूरी फिल्म देखकर वापस आ गए तो आप वीर भी कहलाएंगे। जी हां कुछ ऐसी ही है 'ब्यू इज़ अफ्रेड।'

यह कहना गलत नहीं है कि फिल्म Beau Is Afraid शानदार है। कई मायनों में देखा जाए तो इसे बिना किसी से पूछे देखने की जुर्रत ना ही करें तो बेहतर है। दिमाग उड़ाने वाले सीन्स, डायलॉग, ब्लैक कॉमेडी, जिसमें कोई कहानी नहीं है लेकिन फिर भी ठीक है। डायरेक्टर के पिछले हॉरर ड्रामा 'हेरेडिटरी' और 'मिडसमर' अजीब हो सकते हैं, लेकिन 'ब्यू इज़ अफ्रेड' इस साल की सबसे विचित्र फिल्मों में से एक है।

डिप्रेशन की अजीबो-गरीब दुनिया

डिप्रेशन की गोलियां खाना, दुनिया से डरा हुआ ब्यू (जोकिन फीनिक्स) एक अकेला आदमी अपनी मां से दूर रहता है। अपनी मां से मिलने के रास्ते में वह खुद को अजीबोगरीब घटनाओं में फंसा हुआ पाता है। वास्तविकता में कल्पना और सपनों को बताने में असमर्थ ब्यू भयानक, संदिग्ध और रहस्यमय उद्देश्यों के साथ अजीब बीमारी से जूझ रहा है। ये फिल्म आपको सवालों में जकड़ लेगी और कई अनकहे सवाल भी छोड़ जाएगी। फिल्म को पर्दे पर देखकर आप शायद कांप जाएंगे। इसके सीन्स ऐसे बनाए गए हैं कि हर कोई इसे नहीं देख सकता।

फिल्म देखने के लिए डॉक्टर की सलाह

3 घंटे में फिल्म आपको पकड़े रख सकती है क्योंकि इसका ट्रैक अलग है। चाहे कैरेक्टर का दर्द वास्तविक हो या काल्पनिक, एक एक बुरा सपना है, जिसे आप डिकोड करने की कोशिश करते हैं। अरी एस्टर ने अपनी नई फिल्म में पागलपन को बढ़ाया है, लेकिन यह आपको थोड़ी लंबी लग सकती है। बता दें कि इस फिल्म के लिए एक और बात कही गई है कि इसे देखने से पहले आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें। क्योंकि हो सकता है कि आप थिएटर में तो नॉर्मल जाएं लेकिन नॉर्मल होकर आ नहीं पाएंगे।

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