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7 May 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1. मणिपुर में नहीं संभल रहे हालात! राज्य में फंसे महाराष्ट्र के छात्रों को मिलेगी मदद



  देश का उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर हिंसा की आग में सुलग रहा है. सशस्त्र भीड़ गांवों पर हमला कर रही है, घरों में आग लगाई जा रही है, दुकानों में तोड़फोड़ की जा रही है. ऐसे में अब उन राज्यों की चिंता भी बढ़ गई है, जिन राज्यों के छात्र यहां पढ़ाई करते हैं. एनआईटी मणिपुर में महाराष्ट्र के कई छात्र पढ़ाई करते हैं. अब इन छात्रों की मदद के लिए महाराष्ट्र राज्य सरकार ने तत्काल मदद के कदम उठाए हैं. दरअसल, स्थानीय तनाव से एनआईटी मणिपुर में पढ़ने वाले छात्र बेहद परेशान थे. इसी के चलते उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने छात्रों से फोन पर चर्चा की और उन्हें आश्वस्त किया और उन्हें हर संभव मदद देने का वादा किया है. फडणवीस ने छात्रों से बातचीत करने के तुरंत बाद मणिपुर सरकार से संपर्क किया और स्थिति की जानकारी ली. 

सुरक्षित महाराष्ट्र लाने की तैयारी 

इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्य सचिव ने भी मणिपुर के पुलिस महानिदेशक से संपर्क किया और स्थिति सामान्य होने तक इन छात्रों को तुरंत सुरक्षित माहौल में रखने का अनुरोध किया. इसके अलावा, महाराष्ट्र सरकार की तरफ से इन छात्रों को सुरक्षित महाराष्ट्र लाने के लिए तत्काल व्यवस्था की जा रही है. महाराष्ट्र प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है.

दरअसल, स्थानीय तनाव से एनआईटी मणिपुर में पढ़ने वाले छात्र बेहद परेशान थे. इसी के चलते उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने छात्रों से फोन पर चर्चा की और उन्हें आश्वस्त किया और उन्हें हर संभव मदद देने का वादा किया है. फडणवीस ने छात्रों से बातचीत करने के तुरंत बाद मणिपुर सरकार से संपर्क किया और स्थिति की जानकारी ली. 

सुरक्षित महाराष्ट्र लाने की तैयारी 

इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्य सचिव ने भी मणिपुर के पुलिस महानिदेशक से संपर्क किया और स्थिति सामान्य होने तक इन छात्रों को तुरंत सुरक्षित माहौल में रखने का अनुरोध किया. इसके अलावा, महाराष्ट्र सरकार की तरफ से इन छात्रों को सुरक्षित महाराष्ट्र लाने के लिए तत्काल व्यवस्था की जा रही है. महाराष्ट्र प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है.

2. पहलवानों और किसानों ने सरकार को दिया 15 दिन का अल्टीमेटम

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के साथ-साथ किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है. पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट के साथ-साथ राकेश टिकैत और महत चौबीसी खाप पंचायत के प्रधान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात की जानकारी दी है.संवाददाता सम्मेलन में कहा गया, “आज की पंचायत में फैसला लिया गया है कि हमारी खाप के लोग रोज यहां पर आएंगे अगर 15 दिन में सरकार नहीं मानी तो 21 मई को फिर मीटिंग होगी और उस मीटिंग में आगे क्या रणनीति होगी उस पर फैसला लिया जाएगा. खाप पंचायत के प्रधान ने कहा कि पहलवानों ने जो संघर्ष शुरू किया है हम सब चाहे खाप पंचायत हो या किसान संगठन को बाहर से समर्थन देंगे.

हम उनके आंदोलन को मजबूत करेंगे. बृजभूषण का इस्तीफा लेकर जेल में बंद किया जाए ताकि हमारी लड़कियों पर जिसने हाथ डाला है उसे अदालत की ओर से सजा दिलाई जाए. सरकार को 21 मई की डेडलाइन दे रहे हैं. इसके बाद एक बड़ा फैसला लिया जाएगा.

क्या बोले राकेश टिकैत?

उन्होंने कहा, “हमारे गांव के लोग दिन में आएंगे रात में चले जाएंगे. जिन लोगों को रात में रुकना है वह रुक भी सकते हैं. जो कमेटी पहले से तय हुई है वहीं कमेटी इस आंदोलन को चलाएगी. हम बाहर से सपोर्ट करेंगे. 21 तारीख तक सरकार बातचीत नहीं करती है और समाधान नहीं निकालती तो इसके बाद आगे की रणनीति फिर बनाएंगे. ये बच्चे हमारी और देश की धरोहर हैं. हम हर संभव मदद करेंगे. आज शाम को 7:00 बजे कैंडल मार्च निकालेंगे.”

उन्होंने ये भी कहा कि ये आंदोलन लंबा चलेगा. इसके लिए हमें तैयार रहना होगा. पूरे देश में आंदोलन चलाने के लिए तैयार हैं. 21 तारीख को 5 हजार किसान जंतर मंतर कूच करेंगे.

पुलिस की परमीशन पर

पुलिस परमीशन पर उन्होंने कहा, “आज भी तो पुलिस की परमिशन नहीं थी लेकिन फिर भी हम यहां आ गए. हमने कोई आंदोलन हाईजैक नहीं किया है. ये आंदोलन इन्हीं पहलवानों का है. हमारा तो बाहर से समर्थन है.”

विनेश फोगाट ने क्या कहा

विनेश फोगाट ने कहा, “सभी बड़े बुजुर्गों का सम्मान है. 21 तारीख के बाद हमारी तरफ से बड़ी कॉल ली जा सकती है. जो भी फैसला होगा वह हमारे कोच खलीफा सबका होगा. हमारा आंदोलन किसी ने हाईजैक नहीं किया है. हर देश की बेटी का आंदोलन है. लड़ाई कितनी भी लंबी हो हम लड़ने को तैयार हैं. हम कंपटीशन में जरूर हिस्सा लेंगे. हम प्लान कर रहे हैं कि हमारी ट्रेनिंग चलती रहे. हमारी एक ही डिमांड है कि बृजभूषण की गिरफ्तारी हो. उसके बाद उनकी इंटेरोगेशन हो.”

3. UP ATS Raid: यूपी के कई जिलों में PFI से जुड़ी छापेमारी


पीएफआई कनेक्शन को लेकर उत्तर प्रदेश में एटीएस की टीम ने बड़ी कार्रवाई की. अलग अलग जनपदों से अब तक 70 लोग पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए. पीएफआई पर एक्शन को लेकर एटीएस ने आधिकारिक बयान में कहा है कि विभिन्न जनपदों में 211 संदिग्ध लोगों को चिह्नित किया गया था. रिहाई मंच के अध्यक्ष मो. शुएब को राजधानी लखनऊ में अमीनाबाद स्थित घर से उठाया गया. यूपी एटीएस ने पीएफआई से जुड़े परवेज अहमद और रईस अहमद को भी गिरफ्तार किया है.

एटीएस का पीएफआई पर शिकंजा

परवेज और रईस अहमद 50-50 हजार के इनामी थे. दोनों पर वाराणसी के लोहता थाना में मुकदमा दर्ज था. पकड़े गए लोगों से एटीएस की टीमें पूछताछ कर रही हैं. एटीएस की टीम ने ताबड़तोड़ कई शहरों में छापेमारी की. शामली, गाजियाबाद, लखनऊ, वाराणसी, बिजनौर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बाराबंकी, कानपुर, देवरिया, बहराइच, सीतापुर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बुलंदशहर, सहारनपुर, अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर में शनिवार की सुबह से लेकर देर रात एटीएस की कार्रवाई जारी रही.

कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी

इस दौरान शामली से 11, गाजियाबाद से 10, लखनऊ से 9, वाराणसी से 8, बिजनौर से 5, मेरठ से 4, मुजफ्फरनगर, बाराबंकी से 3-3, कानपुर, देवरिया और बहराइच से 2-2, सीतापुर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बुलंदशहर, सहारनपुर, अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर से 1-1 पीएफआई के संदिग्ध पकड़े गए. रिहाई मंच के अध्यक्ष शुएब को उठाए जाने पर परिवार ने प्रतिक्रिया दी है. पत्नी का कहना है कि आज सुबह कुछ लोग घर आए थे. इस दौरान उन्होंने शुएब से अमीनाबाद थाने चलने को कहा. उसके बाद से ही शुएब के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है. शुएब की पत्नी का कहना है की पीएफआई से संबंधित कोई भी जानकारी हमारे पास नहीं है और ना ही पीएफआई को हम जानते हैं. पति को उठाए जाने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में हमको कोई जानकारी नहीं दी जा रही है. शुएब के सिलसिले में परिजन चिंतित हैं.

4. साइबर ठगों ने अपनाया नया पैंतरा, लोगों के मोबाइल पर भेज रहे फर्जी पुलिस का नोटिस, जानें कैसे करें पहचान


डिजिटल वर्ल्ड में साइबर अपराधी आए दिन 'नए पैतरों' के साथ उतर रहे हैं। ठगी के नए तरीकों ने कई राज्यों की पुलिस के सामने चुनौती खड़ी कर दी है। वजह है, पुलिस का लोगो लगा हुआ फेक नोटिस। जिसमें पोर्नोग्राफी और अन्य आपत्तिजनक कंटेंट देखने के आरोप में कंप्यूटर लॉक होने का मेसेज पहुंचता है। नोटिस को कुछ इस अंदाज से साइबर अपराधियों ने तैयार किया है कि देखने पर पुलिस डिपार्टमेंट का ही लगे। इस नोटिस की उस समय आपके कंप्यूटर, लैपटॉप पर एंट्री होती है, जब आप इंटरनेट सर्फिंग कर रहे हों। अचानक पुलिस या अन्य स्टेट की पुलिस के नाम से नोटिस पॉप-अप के जरिए कंप्यूटर, लैपटॉप पर सामने नजर आता है। लिखा होता है कि आपके कंप्यूटर की विंडो, सभी फाइलें लॉक कर दी गई हैं। आपका नाम और पता की पहचान कर ली गई है। फिर की जाती है बतौर पेनल्टी ऑन लाइन वसूली। साथ में यह भी चेतावनी कि अगर तय समय सीमा के अंदर जुर्माना नहीं भरा तो निवास स्थान पर पुलिस पहुंचकर गिरफ्तार करेगी। आपराधिक मुकदमा चलेगा।

कैसे करें फेक नोटिस की पहचान
फेक नोटिस पर पुलिस का लोगो होता है। लिखा होता है आप भारत के कानून द्वारा प्रतिबंधित सामग्री वाली पोर्नोग्राफी (पीडोफिलिया, हिंसा और समलैंगिकता के प्रचार के तत्वों के साथ पोर्नोग्राफी) साइटों पर बार बार आने के लिए ब्लॉक किए गए हैं। आपको लीगल नोटिस No. xxxx के अनुसार 3000 रुपये की राशि में जुर्माना भरना होगा। आप किसी भी सुविधाजनक तरीके से जुर्माना चुका सकते हैं। इसके बाद नीचे स्कैन कोड के साथ ऑन लाइन पेमेंट के एप आधारित और बैंक के सभी ऑप्शन दिए गए होते हैं।घर से गिरफ्तारी का दिखाते हैं डर
ऐसे फेक नोटिस में वॉर्निंग मेसेज लिखा होता है। जिसे पढ़कर कईयों के पसीने छूट जाएं। उसमें लिखा होता है कि जुर्माना नहीं चुकाने पर आपके कंप्यूटर से सभी फाइलें हमेशा के लिए ब्लॉक कर दी जाएंगी। पुलिस आपको गिरफ्तार करने के लिए तुरंत आपके निवास स्थान के पते पर पहुंचेगी। आपके खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा। जुर्माना चुकाने की अधिसूचना समयसीमा कुछ ही घंटे होती हैं।

फेक नोटिस की भाषा

- आपका पूरा नाम : निर्धारित किया गया है

- आपका निवास स्थान: निर्धारित किया गया है

- आपका वर्तमान स्थान: निर्धारित किया गया है

- Window ऑपरेशन: लॉक किया गया है

-कंप्यूटर की सभी फाइलें: लॉक की गई हैं

-जुर्माना चुकाने के लिए xxxxx संख्या पर भेजें।

फेक नोटिस से रहें सतर्क, न करें ऑनलाइन पेमेंट: साइबर सेल

5.Gmail चलाने के लिए देने होंगे पैसे? या देखने होंगे विज्ञापन, जान लें ये नया प्लान


Google ओन्ड ईमेल सर्विस Gmail शायद जल्द पेड होने जा रही है। दरअसल Gmail प्लेटफॉर्म पर कथित तौर विज्ञापन दिखाने शुरू कर दिए हैं। कंपनी का दावा है कि आने वाले दिनों में ज्यादा से ज्यादा संख्या में जीमेल पर विज्ञापन दिखाए जाएंगे। कंपनी विज्ञापन दिखाकर कमाई करने के मूड में है। यह ठीक youtube सर्विस की तरह है, जिसमें यूजर्स को विज्ञापन दिखाए जाते हैं। वही अगर आप विज्ञापन नहीं देखना चाहते हैं, तो आपको एक मंथली सब्सक्रिप्शन प्लान लेना होता है, जिससे आपका यू-ट्यूब चैनल पर विज्ञापन नहीं दिखते हैं।

जीमेल की तरफ से विज्ञापन को ईमेल लिस्ट के बीच में शामिल किया गया है, जिससे यूजर्स को मेल देखने में असुविधा होती है। इसके लेकर कई जीमेल यूजर्स की तरफ से शिकायत भी की गई है। यह फीचर यूजर्स के लिए चिंता का सबब बन रहा है। यूजर्स की तरफ से कंपनी की ओर से विज्ञापनों को शामिल करने के निर्णय की आलोचना की गई है। ऐसी शिकायत है कि कुछ यूडर्स को विज्ञापनों के आसपास नेविगेट करने में दिक्कत हो रही है।

रिपोर्ट्स की मानें, तो जीमेल के वेब और मोबाइल ऐप दोनों वर्जन पर पिछले एक हफ्ते से विज्ञापन दिखाए जा रहे हैं। सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि पहले तक विज्ञापन ईमेल लिस्ट के टॉप पर मौजूद होते थे, जिससे उन ईमेल तको इधर-उधर नेविगेट करना आसान था। लेकिन विज्ञापन को ईमेल लिस्ट से प्रसारित होने की वजह से यूजर्स को उन्हें नेविगेट करने में दिक्कत होती है।


बता दें कि इससे पहले Gmail की ओर से एक नया ब्लू चेकमार्क फीचर रोलआउट किया गया था। वही अगर कंपनी विज्ञापन दिखा रही है। ऐसे में यूजर्स सवाल उठा रहे हैं, कि जल्द Gmail पेड हो सकता है। खासकर कंपनी विज्ञापन न देखने के बदले सब्सक्रिप्शन मॉडल को लागू कर सकती है।


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