क्या है टीजीट, कैसे करें कोर्स
TGT, का मतलब है ट्रेंड ग्रेजुएट शिक्षक। यह भारतीय शिक्षा प्रणाली में उन शिक्षकों को संदर्भित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है, जिन्होंने ग्रेड 9 से 12 तक के छात्रों को पढ़ाने के लिए एक विशिष्ट स्तर का प्रशिक्षण और शिक्षा पूरी की है।
भारत में टीजीटी बनने के लिए, एक उम्मीदवार के पास अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, या सामाजिक विज्ञान जैसे किसी विशिष्ट विषय में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए, और (बी.एड) कोर्स या उसके समकक्ष डिग्री भी पूरा किया हो।
टीजीटी शिक्षक माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों को पढ़ाने के लिए नियुक्त होते हैं और उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे जिस विषय को पढ़ाते हैं, उन्हें उसकी गहरी समझ हो।
टीजीटी शिक्षक भारत में छात्रों के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे न केवल अकादमिक विषयों को पढ़ाते हैं, बल्कि छात्रों को उनके किशोरावस्था के दौरान आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद करने के लिए संरक्षक और मार्गदर्शक के रूप में भी काम करते हैं।
हाल के वर्षों में, देश में माध्यमिक विद्यालयों की बढ़ती संख्या के कारण टीजीटी शिक्षकों की मांग में काफी वृद्धि हुई है। इस मांग को पूरा करने के लिए, भारत में कई शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय विशेष कार्यक्रम प्रदान करते हैं जो उम्मीदवारों को टीजीटी शिक्षक बनने के लिए तैयार करते हैं।
भारत में एक सफल टीजीटी शिक्षक बनने के लिए कम्युनिकेशन स्किल, धैर्य रखना और शिक्षण के प्रति जुनून होना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने के लिए नवीनतम शिक्षण विधियों, टेक्नोलॉजी और नई टेक्निक सीखते रहना महत्वपूर्ण है, जो उन्हें भविष्य के लिए तैयार करता है।
अंत में, टीजीटी भारत में उन शिक्षकों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है, जिन्होंने कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को पढ़ाने के लिए विशेष प्रशिक्षण और शिक्षा पूरी की है। ये शिक्षक भारत में छात्रों के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और एकेडमिक शिक्षण के साथ ही छात्रों को महत्वपूर्ण थिंकिंग स्किल विकसित करने में मदद करना और उन्हें उच्च शिक्षा के लिए तैयार करना। टीजीटी शिक्षक बनने के लिए विशेष प्रशिक्षण, कम्युनिकेशन स्किल और शिक्षण के लिए जुनून की आवश्यकता होती है।
कैसे करें TGT ?
विद्यार्थी जो टीजीटी करना चाहते हैं उन विद्यार्थियों के लिए सबसे पहले एक सवाल मन में पैदा होता है, कि टीजीटी टीचर कैसे बन सकते हैं (TGT Teacher Kaise Bane) तो टीजीटी टीचर बनने की प्रक्रिया हम आपको नीचे कुछ इस प्रकार से प्रदान करवा रहे हैंः
- TGT टीचर बनने के लिए विद्यार्थी को सबसे पहले अच्छे अंकों के साथ 12वीं कक्षा पास करनी होगी।
- 12वीं कक्षा पास करने के पश्चात विद्यार्थी अपने बारहवीं कक्षा के विषय के अनुसार रुचि रखने वाले विषय में ग्रेजुएशन पूरी कर ले।
- जो विद्यार्थी ग्रेजुएशन पूरी कर लेता है तब विद्यार्थी को आगे B.Ed का कोर्स करना होगा।
- जो 2 साल का होता है और यहां पर आप को पढ़ाने के अनुभव और ट्रेनिंग के साथ B.Ed का कोर्स कंप्लीट करने का मौका मिलता है।
- जब आप बीएड कंप्लीट कर लेते हैं तो आप टीजीटी की परीक्षा के लिए योग्य हो जाते हैं।
- अब राज्य सरकार के द्वारा निकाली गई TGT अध्यापक भर्तियों में आपको आवेदन लगाना होगा।
- आपको लिखित परीक्षा में अच्छे अंक के साथ पास करना है।
- उसके पश्चात जब आप TGT की परीक्षा दे देते हैं और टीजीटी की लिखित परीक्षा का रिजल्ट आ जाता है तो उसके बाद आपको आगे इंटरव्यू के लिए चयनित किया जाएगा।
- इंटरव्यू देने के बाद एक फाइनल मेरिट लिस्ट की घोषणा की जाएगी और उस फाइनल मेरिट लिस्ट के आधार पर टीजीटी अध्यापक के रूप में सभी उम्मीदवारों को नौकरी हासिल करने का मौका मिलेगा।
टीजीटी के लिए फीस कितनी होती है
TGT ट्रेनिंग के लिए जो परीक्षा देनी होती है। उससे पहले आपको इस परीक्षा के लिए आवेदन फॉर्म भरना होगा और आवेदन शुल्क को भी जमा करना होगा। आवेदन शुल्क टीजीटी की कितनी होती है। इसके बारे में यदि हम बात करें तो अलग-अलग जाति वर्ग के आधार पर अलग-अलग फीस का निर्धारण किया गया है, जो कुछ इस प्रकार से हैः
सामान्य वर्ग के लोगों के लिए ₹750
ईडब्ल्यूएस वर्ग के लोगों के लिए ₹450
ओबीसी के लिए ₹750
अनुसूचित जाति 750 रुपए
अनुसूचित जनजाति 250 रुपए
TGT की तैयारी कैसे करें?
TGT टीचर बनने के लिए विद्यार्थी को सबसे पहले टीजीटी की परीक्षा के लिए तैयारी करनी होगी। तैयारी करने के लिए नीचे दिए गए निम्नलिखित चरणों को आप को फॉलो करना चाहिए। ताकि आप TGT टीचर परीक्षा के लिए आराम से तैयारी करके उस परीक्षा में पास हो सके।
- यदि कोई भी विद्यार्थी टीजीटी टीचर बनना चाहता है। तो विद्यार्थी के लिए सबसे पहला लक्ष्य विद्यार्थी को TGT के सिलेबस को पूरी तरह से सही से खंगालना होगा और सभी विषय में अपनी पकड़ को मजबूत बनाना होगा। यदि आप पकड़ को मजबूत नहीं बना पाए, तो आप TGT की परीक्षा को कभी भी क्रैक नहीं कर पाएंगे।
- जब आप विषय के बारे में अच्छी जानकारी ले लेते हैं। तब उसके पश्चात आपको करंट अफेयर पर मुख्य रुप से फोकस करना होगा। क्योंकि टीजीटी की परीक्षा में करंट अफेयर के सवालों को मुख्य रूप से पूछा जाता है।
- टीजीटी की परीक्षा में भाषा संबंधित सवाल अक्सर पूछे जाते हैं। जैसे कि हिंदी भाषा और अंग्रेजी भाषा से जुड़े कई सवाल पूछे जाते हैं। इसलिए आपको दोनों भाषाओं में अच्छी पकड़ बनानी होगी।
- गणित के विषय की भी अच्छी तैयारी इस परीक्षा के लिए आपको करनी चाहिए। गणित के साथ-साथ रीजन के भी काफी सवाल पूछे जाते हैं। इसलिए आपको रिजनिंग की तैयारी भी करनी चाहिए।
- आपको प्रतिदिन 5 से 7 घंटे तक बेहतर तैयारी के साथ TGT की परीक्षा देने से पहले खुद को पूरा प्रथक बनाना है। और TGT परीक्षा के पिछले 10 सालों के प्रश्नों को और प्रश्न पत्र को चालू करना है। ताकि आपको इस बात का अंदाजा लग सके कि किस प्रकार के सवाल TGT की परीक्षा में पूछे जाते हैं।
- टीजीटी की परीक्षा की तैयारी करते समय आपको मुख्य रूप से अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, अन्य भारतीय भाषा जैसे कि पंजाबी, बंगाली, मराठी, मलयालम इत्यादि की पढ़ाई करनी होगी।
- उसके साथ ही साथ मुख्य विषय जैसे: विज्ञान, सामान्य विज्ञान, गणित, शारीरिक शिक्षा, संगीत और कंप्यूटर की तैयारी करने के साथ-साथ आपको रिजनिंग विषय की भी मुख्य रूप से तैयारी करनी होगी।
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