Breaking News

9 JUNE 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1. NTA NEET UG Result 2023: 11 जून तक आ सकता है नीट यूजी परिणाम

मेडिकल (MBBS), डेंटल (BDS) और आयुष (BAMS, BHMS, BUMS, BYNS, आदि) में स्नातक दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित हुए देश भर के 20 लाख उम्मीदवारों को नतीजों का इंतजार समाप्त होने वाला है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा इन कोर्सेस में इस साल दाखिले के लिए आयोजित एंट्रेंस एग्जाम नीट यूजी 2023 के नतीजों की घोषणा कभी भी की जा सकती है। एजेंसी द्वारा पिछले वर्ष के पैटर्न को देखें तो आंसर-की जारी होने की तिथि 4 जून से 7 दिन यानी 11 जून तक परिणाम घोषित किए जा सकते हैं।

NTA NEET UG Result 2023: स्कोर और रैंक कार्ड ऐसे करें डाउनलोड

एनटीए नीट यूजी रिजल्ट 2023 के अंतर्गत लिखित परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर उम्मीदवारों को स्कोर कार्ड और रैंक कार्ड जारी करेगा। इसे डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा पोर्टल, neet.nta.nic.in पर विजिट करना होगा और फिर होम पेज पर ही एक्टिव होने वाले लिंक पर क्लिक करना होगा। फिर नये पेज पर अपना अप्लीकेशन नंबर व डेट ऑफ बर्थ भरकर सबमिट करना होगा। इसके बाद उम्मीदवार अपना परिणाम देख पाएंगे और अपने मार्क्स व रैंक जान सकेंगे।

NTA NEET UG Result 2023: 35 से 40 हजार रैंक आने पर इन AIQ कॉलेजों में दाखिला संभव

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा दिए गए रैंक के आधार पर उम्मीदवार केंद्रीय संस्थानों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों के मेडिकल कॉलेजों की ऑल इंडिया कोटे (AIQ) की 10 फीसदी सीटों पर दाखिले के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा आयोजित की जाने वाली काउंसलिंग भाग ले सकेंगे। जिन उम्मीदवारों की रैंक 35 से 40 हजार के बीच आती है उन्हें, पिछले वर्ष के आंकड़ों के अनुसार, निम्नलिखित कॉलेजों में दाखिला मिलना संभव है:-

2. बहुत जल्दी खत्म हो जाती है लैपटॉप की बैटरी तो ये टिप्स आएंगे काम, बस फॉलो करें ये तरीके

अगर आप अपने विंडोज 11 डिवाइस पर बैटरी ड्रैन होने की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो समस्या को ठीक करने के लिए आप कई कदम उठा सकते हैं। आपके विंडोज 11 डिवाइस की बैटरी लाइफ बढ़ाने में मदद के लिए हम आपको कुछ उपाय बता रहे हैं।

कम कर सकते हैं ब्राइटनेस

आपके विंडोज 11 डिवाइस पर डिस्प्ले बैटरी की जरूरी मात्रा का उपयोग कर सकता है। बैटरी लाइफ बचाने के लिए, आप एक्शन सेंटर खोलने के लिए कीबोर्ड शॉर्टकट "Windows key + A" का उपयोग करके डिस्प्ले ब्राइटनेस को कम कर सकते हैं, फिर ब्राइटनेस बटन पर क्लिक करके स्लाइडर को कम सेटिंग पर एडजस्ट कर सकते हैं।

बैकग्राउंड ऐप्स को बंद करें

बैकग्राउंड ऐप्स भी बैटरी पावर की खपत कर सकते हैं, खासकर अगर वे रिसोर्स-गहन हैं। विंडोज 11 पर बैकग्राउंड ऐप्स को डिसेबल करने के लिए सेटिंग्स > प्राइवेसी > बैकग्राउंड ऐप्स पर जाएं और उन ऐप्स को टॉगल ऑफ कर दें जिनकी आपको बैकग्राउंड में चलने की जरूरत नहीं है।

ब्लूटूथ और वाई-फाई को बंद कर दें

अगर आप ब्लूटूथ या वाई-फाई का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो उन्हें बंद करने से बैटरी की जरूरी मात्रा को बचाया जा सकता है। विंडोज 11 पर ब्लूटूथ और वाई-फाई को बंद करने के लिए, सेटिंग> नेटवर्क और इंटरनेट> वाई-फाई या ब्लूटूथ पर जाएं और उन्हें बंद कर दें।

बैटरी सेवर मोड का करें उपयोग

बैटरी सेवर मोड विंडोज 11 में एक इन-बिल्ट सुविधा है, जो बैकग्राउंड गतिविधि को सीमित करके और परफॉर्मेंस को कम करके बैटरी पावर बचाने में आपकी सहायता कर सकती है। बैटरी सेवर मोड चालू करने के लिए, टास्कबार में बैटरी आइकन पर क्लिक करें और बैटरी सेवर चुनें।

ड्राइवर्स को अपडेट करें

पुराने ड्राइवर विंडोज 11 पर बैटरी ड्रेन की समस्या पैदा कर सकते हैं। विंडोज 11 पर ड्राइवर्स को अपडेट करने के लिए, सेटिंग्स> विंडोज अपडेट> अपडेट की जांच करें और किसी भी उपलब्ध अपडेट को इंस्टॉल करें।

3. धर्मांतरण का मकड़जाल! अब सामने आया इस एप का नाम

यूपी के गाजियाबाद में धर्मांतरण मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, धर्मांतरण मामले के आरोपी शाहनवाज उप्फ बद्दो की एक नई गेमिंग एप का खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि इस एप के जरिए वो नाबालिगों को खेलने के लिए उकसाता था. सूत्रों के अनुसार, गाजियाबाद पुलिस इसकी डिटेल निकालने में जुटी है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस एप का नाम Valorant गेमिंग एप है, जो दुनिया में सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन मल्टीप्लेयर गेमों में से एक माना जाता है. ये भी epic स्टोर से लिया जा सकता है जिसकी सारी जानकारी बद्दो ने नाबालिगों को कम्युनिटी के जरिए जोड़कर बनाई थी.

गेमिंग एप में बिछाया धर्मांतरण का जाल

पुलिस सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, धर्म परिवर्तन से जुड़े मामले का पीड़ित फोर्टनाइट के साथ-साथ एक और मल्टी प्लेयर गेम खेलते थे, जिसे "वेलोरेंट" के नाम से जाना जाता है. ये भी एक मल्टीप्लेयर गेम है. बताया जा रहा है कि आरोपी बद्दो उन बच्चों को चुनता था, जो ऑनलाइन गेम खेलने और उनसे बातचीत के जरिए काफी समय बिताते थे.

सूत्रों के मुताबिक, बद्दो जिस गेमिंग एप fort nite का इस्तेमाल कर रहा था, उसका सर्वर दुबई में होने का अंदेशा है. सूत्रों के मुताबिक दुबई के कनेक्शन के सर्वर अलग अलग होते हैं. इस सर्वर के जरिए मिडिल ईस्ट के देशों के कई लड़के जुड़े होने का अंदेशा है. पुलिस जब जांच में जुटी तो फोर्टनाइट का सर्वर दुबई  से कनेक्टेड पाया गया.

धर्म परिवर्तन के लिए उकसाने की जांच

बताया जा रहा है कि गाजियाबाद पुलिस अब इस नए गेमिंग एप का वो रिकॉर्ड खंगाल रही है, जिससे पता चले कि आरोपी बद्दो ने इसके जरिए कितने लोगों को देश और विदेश में धर्मांतरण के लिए उकसाया था.

4. श्रीनगर के सरकारी स्कूल में अबाया पर विवाद

एक स्थानीय स्कूल के ‘अबाया’ पहनने वाली लड़कियों को प्रवेश देने से इनकार किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मुद्दे पर जहां सियासत शुरू हो गई है वहीं आतंकी संगठन ने स्कूल प्रशासन को धमकी दी है। कश्मीर में विभिन्न वर्गों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है। मामला श्रीनगर में विश्व भारती उच्च माध्यमिक स्कूल का है। आतंकी धमकी के बाद स्कूल प्रबंधन ने माफी मांगी है। इधर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ छात्राओं ने प्रदर्शन भी किया। अबाया पूरी लंबाई वाला ढीला-ढाला एक पोशाक है जिसे मुस्लिम महिलाएं पहनती हैं। प्रदर्शनकारी छात्राओं में से एक ने कहा कि हमें कहा गया कि अगर हम अबाया पहनना चाहते हैं तो हमें मदरसा जाना चाहिए। हमें स्कूल में प्रवेश नहीं करने दिया गया।

लड़कियों ने आरोप लगाया है कि प्रिंसिपल ने उनसे कहा कि अगर वे अबाया पहनना चाहती हैं तो उन्हें मदरसा (इस्लामिक मदरसा) में जाना चाहिए। इस आरोप का प्रिंसिपल ने खंडन किया है। मामला तूल पकड़ा। आतंकी धमकी मिली और प्रिंसिपल ने माफी मांगी लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आतंकियों ने प्रिंसिपल को दक्षिणपंथी कहते हुई निशाना बनाने की धमकी दी है।

प्रिंसिपल पर छात्राओं ने लगाए आरोप

छात्रों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन ने उन्हें कहा कि वे अबाया पहनकर स्कूल के माहौल को खराब कर रही हैं। स्कूल के प्रधानाचार्य मेमरोज शफी ने कहा कि छात्राओं को कहा गया है कि वे घर से स्कूल तक अबाया पहन सकती हैं लेकिन स्कूल परिसर में उन्हें इसे उतारना होगा। उन्होंने कहा, हमने उन्हें लंबा सफेद रंग का हिजाब पहनने या बड़ा दुपट्टा रखने के लिए कहा क्योंकि यह स्कूल की वर्दी का हिस्सा है। वे अलग अलग डिजाइन वाले रंगीन अबाया पहनकर आ गईं जो स्कूल की वर्दी का हिस्सा नहीं है।

'ड्रेस कोड का पालन करने का आदेश'

प्रधानाचार्य ने कहा कि स्कूल का अनुशासन बनाए रखने के लिए विद्यार्थियों को समुचित ‘ड्रेस कोड’ का पालन करना चाहिए। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक ने कहा कि मुस्लिम बहुल जम्मू कश्मीर में इस तरह की घटनाएं होना दुर्भाग्यपूर्ण है।

सादिक ने ट्वीट किया कि हिजाब पहनना निजी चयन हो सकता है और धार्मिक परिधान के मामले में दखल नहीं देना चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुस्लिम बहुल जम्मू कश्मीर में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एनसी के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी स्कूल के निर्देश का विरोध करती है और प्रशासन से तत्काल उचित कार्रवाई करने का अनुरोध करती है।

महबूबा मुफ्ती ने साधा निशाना

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है। मुफ्ती ने कहा, गांधी के भारत को गोडसे के भारत में बदलने की भाजपा की साजिशों के लिए जम्मू-कश्मीर एक प्रयोगशाला बन गया है। सारे प्रयोग यहीं से शुरू होते हैं। यह कर्नाटक में शुरू हुआ और कश्मीर तक पहुंच गया। यह हमें मंजूर नहीं है। इस पर गंभीर प्रतिक्रिया होगी क्योंकि कपड़े पहनना निजी पसंद है। कोई बाध्यता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध का आदेश धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

5.लिव इन पार्टनर हत्याकांड में आया नया ट्विस्ट, सरस्वती को बताया बेटी जैसा

मुंबई में लिव इन रिलेशन में रह रही युवती की हत्या ने पूरे देश में सनसनी मचा दी। रमेश साने (56) ने जिस तरह से 32 साल की युवती के टुकड़े करके उन्हें ठिकाने लगाया, वह रोंगटे खड़ा कर देने वाला है। इस घटना के सामने आने के बाद से एक के बाद एक ट्विस्ट सामने आ रहे हैं। मनोज ने अपने बयान में कहा है कि वह एचआईवी पॉजिटिव है। इतना ही नहीं उसने दावा किया कि सरस्वती उसकी बेटी की तरह थी। दोनों के बीच कोई शारीरिक संबंध नहीं थे। उसने यह भी दावा किया है कि उसने सरस्वती को नहीं मारा, बल्कि उसने आत्महत्या की।

पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ के दौरान मनोज साने ने पुलिस को बताया कि 2008 में उसकी तबीयत खराब हुई थी। उसे तब पता चला कि वह एचआईवी पॉजिटिव है। उसका दावा है कि काफी पहले हुई दुर्घटना के बाद वह अस्पताल में था। इसी दौरान उसे या तो एचआईवी संक्रमित सुई लगी या ब्लड चढ़ाया गया।

किसी और से अफेयर का था शक

मनोज साने ने पुलिस के सामने माना कि वह सरस्वती को लेकर बहुत ज्यादा संवेदनशील था। उसे सरस्वती पर शक था कि उसका किसी और के साथ अफेयर है। इस वजह से कई बार वह उसे डांटता था।

सरस्वती को पढ़ाता था गणित

आरोपी का दावा है कि सरस्वती पढ़ना चाहती थी। वह उसे खुद पढ़ा रहा था। इस बार उसने दसवीं की परीक्षा देने की योजना बनाई थी। वह उसे गणित पढ़ाता था। पुलिस ने बताया कि घर में उन्हें बोर्ड मिला है, जिस पर गणित के समीकरण लिखे थे।

राशन की दुकान पर क्यों करता था काम?

मनोज राशन की दुकान पर काम करता था। यहीं पर उसकी मुलाकात अनाथ सरस्वती से हुई थी। हालांकि पुलिस को मामला पेचीदा लग रहा है। मनोज के पास से उन्हें इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का सर्टिफिकेट मिला है। सवाल उठ रहा है कि जब साने इतना पढ़ा लिखा था तो वह राशन की दुकान पर काम क्यों कर रहा था?


अगर आप United India News की इस प्रस्तुति को पसंद कर रहे हैं, तो हमारे Whatsapp Group से आज ही जुड़ें, Click Here!

कोई टिप्पणी नहीं