Breaking News

10 JUNE 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1. साक्षी बोलीं- हम पर समझौते का दबाव:मुद्दा सुलझने तक एशियन गेम्स नहीं खेलेंगे

रेसलर्स और WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के विवाद में शनिवार को सोनीपत में खाप पंचायत हुई। इसमें साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया पहुंचे। दोनों ने खाप प्रतिनिधियों को गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से हुई मीटिंग के बारे में बताया।

इस दौरान साक्षी मलिक ने कहा कि मैं यह क्लियर कर देती हूं कि हम सब एक हैं। मैं, बजरंग और विनेश हम एक हैं और एक ही रहेंगे। विनेश के ना आने का रीजन है। कुछ इन्क्वायरी चल रही हैं। कुछ और लीगल कार्रवाई हैं। वह भी संभालनी पड़ती हैं।

उन्होंने कहा कि धारा 164 के तहत बयान दर्ज हुए काफी दिन हो गए हैं। अभी तक बृजभूषण की गिरफ्तारी न होने से जांच प्रभावित हो रही है। हम शुरू से मांग कर रहे हैं कि बृजभूषण को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। वह बाहर रहेगा तो दूसरों पर प्रेशर रहेगा। पॉक्सो एक्ट वाली लड़की टूट चुकी है। धीरे-धीरे और भी लड़कियां टूट जाएंगीं। हम एशियन गेम्स तभी खेलेंगे जब ये सारा मुद्दा सुलझेगा।

वहीं बजरंग ने कहा कि सरकार बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए तैयार नहीं है। केंद्र ने 15 जून तक का समय लिया है। कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए फिर से धरना दिया जाएगा। 15 के बाद 16 या 17 जून को जंतर-मंतर या रामलीला के मैदान पर दोबारा धरना किया जा सकता है।

वहीं इस मामले में अब दंगल गर्ल गीता फोगाट के पर्सनल फिजियोथेरेपिस्ट परमजीत ने बृजभूषण पर नए खुलासे किए हैं। जिसमें दावा किया कि लड़कियों को रात में बृजभूषण की सिक्योरिटी वाली गाड़ियों में बाहर ले जाया जाता था।

फिजियोथेरेपिस्ट परमजीत की 4 अहम बातें

1. आधी रात को लड़कियां बाहर जाती थीं

गीता फोगाट 2014 में मुझे अपना पर्सनल फिजियोथेरेपिस्ट बनाकर साई लखनऊ कैंप में ले गईं। मैंने देखा कि आधी रात के बाद लड़कियां बाहर जाती हैं। जिसकी मैंने अपने लेवल पर जांच की। मुझे पता चला कि जिन गाड़ियों में ये लड़कियां ले जाई जा रही हैं, वह BJP सांसद और फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की सिक्योरिटी में लगी गाड़ियां होती थीं।

2. चीफ कोच को लिखित में दिया

मैंने चीफ कोच कुलदीप मलिक और कमल सेन को कहा कि रात में बच्चे कहीं बाहर जाते हैं, इनको देखा जाना चाहिए। ये सब लिखित में चीफ कोच कुलदीप मलिक और दूसरे सीनियर अफसरों को दिया। कई बार मीडिया से भी साझा करने की कोशिश की, लेकिन मेरी बात को दबा दिया गया।

3. लड़कियों ने कहा- कोई चारा नहीं, फिर हमें हटा दिया

मैंने इस बारे में रात को बाहर जाने वाली लड़कियों से बात की। लड़कियों ने कहा कि इसके अलावा उनके पास कोई दूसरा चारा नहीं है। मैंने लगातार कंप्लेंट की तो अचानक मुझे लखनऊ के साई कैंप से छुट्टी दे दी गई।

4. कैंप में बृजभूषण की पूरी टीम पहलवानों के पीछे

लखनऊ के साई सेंटर में युवा महिला पहलवानों को फंसाया जाता है। कैंप में अनऑफिशियल रूप से 4-5 लोग रखे गए हैं। थोड़ा चोट लगने पर भी युवा पहलवानों को घर भेजने के नाम पर डराया जाता है। उन्हें कहा जाता कि हम नेताजी से मिलवाकर आपको घर जाने से रोक लेंगे। कैंप में बृजभूषण की एक पूरी टीम काम करती है।

2. जल्द दिग्गज वकीलों जैसा काम करेगा AI, आ रहा LegalGPT

इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी और टेक्नॉलजी लॉ में इस साल एलएलएम पूरा करने के बाद चेन्नई के रहने वाले कपिल नरेश एक और तरह का एलएलएम करने जा रहे हैं। ये एलएलएम है लार्ज लैंग्वेज मॉडल। एक तरह का आर्टिफिशियल इंटलेजेंस जो ChatGPT, माइक्रोसॉफ्ट के बिंग और गूगल के बार्ड जैसे ही चैटबोट्स की ताकतों से लैश होगा। 23 साल के नरेश एक कानूनी सलाहकार फर्म के भी संस्थापक हैं। अब वह ChatGPT की तर्ज पर LegalGPT बनाने की तैयारी कर रहे हैं। यानी एक ऐसा प्लेटफॉर्म जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए केस रिसर्च से लेकर एफआईआर, चार्जशीट ड्राफ्ट करने और दलीलें तैयार करने तक का काम करेगा। एकदम उस तरह जैसे कोई दिग्गज वकील करता है।

नरेश बताते हैं, 'फिलहाल, लीगलजीपीटी सिर्फ एक फर्स्ट ईयर लॉ स्टूडेंट की तरह है या उसे अच्छे प्रॉम्पट्स दिए जाएं तो मेरे जैसे नौसिखिए वकील जैसा काम कर सकता है। मैं LegalGPT को इतना शानदार बनाना चाहता हूं जो कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी जैसे दिग्गज वकीलों की तरह काम कर सके।'

नरेश बताते हैं कि उन्होंने LegalGPT का सबसे पहले टेस्ट एक एफआईआर और चार्जशीट को ड्राफ्ट करने के लिए लिए किया। उसकी नतीजों से संतुष्ट होने के बाद उन्होंने एक उसे पारिवारिक संपत्ति से जुड़े मामले में पावर ऑफ अटार्नी का टेंपलेट तैयार करने का काम दिया। बॉट ने जो नतीजे दिए उससे नरेश हैरान रह गए। इसके बाद उन्होंने अपने ही किसी केस से जुड़े फैक्ट्स के साथ एआई से लीगल डॉक्यूमेंट बनाने को कहा। डॉक्यूमेंट लगभग रेडी था, बस कुछ छोटे-मोटे बदलाव करने थे। वह कहते हैं, 'मैं जो LegalGPT डिवेलप कर रहा हूं उस पर 80:20 रूल अप्लाई करूंगा। एक वकील के तौर पर हमें 20 प्रतिशत काम तो खुद करना ही पड़ेगा।'

हाल ही में एक अमेरिकी वकील स्टीवन ए. स्क्वॉर्ट्ज चैटजीपीटी के इस्तेमाल को लेकर मुश्किलों में फंस गए। उन्होंने उसका यूज करके जो कानूनी दस्तावेज बनाया उसे अदालत में पेश कर दिया। पता चला कि चैटजीपीटी ने कई झूठे और मनगढ़ंत मामलों का जिक्र किया था जो वास्तव में कभी हुआ ही नहीं था। तो क्या LegalGPT भी इस तरह की गलतियां करेगा? इसके जवाब में नरेश कहते हैं कि वह अपने बॉट को प्रमाणित लीगल डेटाबेस पर ट्रेनिंग देंगे ताकि वह 'विश्वसनीय, कुशल और प्रोडक्टिव' हो।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जल्द ही लीगल सिस्टम का चेहरा बदलने वाला है। ये गेमचेंजर साबित होगा। मार्च-अप्रैल में हार्वर्ड लॉ स्कूल ने एक पेपर प्रकाशित किया था और उसने भी दावा किया था कि चैटजीपीटी जैसे एआई प्लेटफॉर्म लीगल रिसर्च, डॉक्युमेंट बनाने, कानूनी सूचनाओं और विश्लेषण के क्षेत्र में उथल-पुथल मचाएगा। पेपर में ये भी कहा गया है कि अगर वकील प्रतिस्पर्धा में बने रहना चाहते हैं तो उन्हें जल्द ही इन नए टूल का इस्तेमाल सीखना होगा।

भारत के लीगल सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल शुरू भी हो चुका है। कर्नाटक हाई कोर्ट ने JIVA (Judges' Intelligent Virtual Assistant) नाम से एक पायलट प्रोजेक्ट तैयार करा रहा है। इसका मकसद जजों को अदालती मामलों में मदद पहुंचाना है। आगामी इंडिया जैसे कुछ संगठन पहले से ही जस्टिस सिस्टम में एआई का इस्तेमाल शुरू कर चुके हैं।

3. गुजरात में ISIS मॉड्यूल का भंडाफोड़, पोरबंदर से पकड़े गए 5 संदिग्ध, लव जिहाद के लिए 16-18 साल के लड़कों को करते थे तैयार

गुजरात एटीएस की टीम ने पोरबंदर में बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है. एटीएस ने आईएसआईएस के मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए पोरबंदर से एक महिला समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. खुफिया जानकारी के आधार पर ये कार्रवाई की गई है. ऑपरेशन पूरा होने के बाद एटीएस आधिकारिक घोषणा करेगी. माना जा रहा है कि आज शाम तक मीडिया को आधिकारिक जानकारी दी जा सकती है. 

आतंकी गतिविधियों से जुड़े मामले में इनसे रात भर पूछताछ की गई. इस दौरान पता चला कि वे आईएसआईएस ज्वाइन करने के लिए भागने की तैयारी कर रहे थे और पिछले एक साल से एक दूसरे के संपर्क में थे. उन्हें पाकिस्तान में बैठे आतंकी आकाओं से संदेश दिया जा रहा था.

आईएस मॉड्यूल पर करती थी समीरा

एटीएस के हत्थे चढ़ी महिला की पहचान समीरा बानो के रूप में हुई है. सूरत की रहने वाली समीरा बानों ने तमिलनाडु में शादी की थी. वह आईएस के मॉड्यूल पर काम करती थी. समीरा लव जिहाद के लिए 16-18 साल के लड़कों को तैयार करती थी. समीरा लव जिहाद के रैकेट में भी शामिल पाई गई. 

एटीएस के डीआईजी दीपेन भद्रन की अगुवाई में ऑपरेशन शुक्रवार (9 जून) को शुरू किया गया था. आरोपियों पर पिछले कुछ समय से एटीएस की नजर थी और उनकी हर गतिविधि को ट्रैक किया जा रहा था.

अहमदाबाद से भी पकड़े गए थे संदिग्ध

एटीएस ने इसके पहले पिछले महीने बड़ी कार्रवाई करते हुए अलकायदा से जुड़े मॉड्यूल का खुलासा किया था. 22 मई को एटीएस ने अहमदाबाद से एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया था, जबकि तीन को हिरासत में लिया था. पकड़े गए चारों बांग्लादेशी नागरिक थे, जो अहमदाबाद में अवैध रूप से रह रहे थे और मुस्लिम युवाओं को अलकायदा में भर्ती के लिए प्रेरित कर रहे थे.

4. Gold Rates Cut: 2500 रुपये तक गिरे दाम, अब 60 हजार के नीचे 

सोना की कीमत में पिछले कुछ समय से गिरावट देखी जा रही है. इस कारण पीली धातु की कीमत 10 ग्राम के लिए 60 हजार रुपये के नीचे आ चुकी है. हालांकि पिछले महीने के दौरान सोने के दाम में लगातार बढ़ोतरी हुई थी और इस कारण सोना 60 हजार रुपये के ऊपर कारोबार कर रहा था. 

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान गोल्ड ने रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की थी और पिछले महीने में 61,800 रुपये पर जा चुकी ​थी. हालांकि अब इसके दाम में 2500 प्रति 10 ग्राम तक की गिरावट आ चुकी है. सोने के दाम में गिरावट डॉलर में मजबूती के कारण हुआ है. 

रिद्दीसिद्धि बुलियंस (आरएसबीएल) के एमडी पृथ्वीराज कोठारी ने कहा कि 13 जून को यूएस फेड की बैठक से पहले सोने की कीमतें 60,000 रुपये के नीचे हैं. ऐसे में फेड बैठक में लिए गए फैसले का असर सोने की कीमत पर दिख सकता है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि फेड जून की बैठ में ब्याज दर रोक सकता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोना बुल रन के लिए 60 हजार रुपये का आधार बना हुआ है.  

सोना होगा और कमजोर? 

विश्लेषकों का मानना है कि गर्मी परंपरागत तौर पर सोने के लिए एक कमजोर मौसम है, क्योंकि पीली धातु की मांग को बढ़ावा देने के लिए निकट भविष्य में कोई महत्वपूर्ण कारक नहीं है. वहीं यूएस फेड की होने वाली बैठक के परिणाम सोने की कीमत को प्रभावित करते हुए दरों में बढ़ोतरी पर एक स्पष्ट तस्वीर पेश कर सकते हैं. 

इस कारण बढ़ सकती है सोने की कीमत 

एक्सपर्ट का कहना है कि डॉलर इंडेक्स 104.50 के स्तर को बनाए रखने में सक्षम नहीं है. ऐसे में अमेरिका में महंगाई दर और अमेरिकी बेरोजगारी संख्या फेड की ओर से ब्याज दर को बढ़ोतरी से रोक सकती है. इसका मतलब ये होगा कि सोने की कीमतों में इजाफा हो सकता है. 

कितने तक सोना जाने का अनुमान 

एक्सपर्ट के मुताबिक सोना 58,600 रुपये के स्तर से नीचे जा सकता है. हालांकि इसके बाद इसमें तेजी जा सकती है और यह 61,440 रुपये के करीब पहुंच सकता है. इसके ऊपर अगला स्तर 62,500 रुपये और 63,650 रुपये को छू सकता है.

5. 'पीड़िता पर डर बनाने की हो रही कोशिश', महिला पहलवान को ब्रजभूषण के घर जाने पर TMC ने की जांच की मांग

बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में जांच चल रही है. दिल्ली पुलिस शुक्रवार (9 जून) को पहलवान संगीता फोगाट को क्राइम सीन फिर रिक्रिएट करने के लिए बीजेपी सांसद के घर ले गई थी. इस बात पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने फोगाट को आघात पहुंचाने के लिए दिल्ली पुलिस की आलोचना की है.

टीएमसी प्रवक्ता साकेत गोखले ने दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से घटना का तत्काल संज्ञान लेने के लिए कहा. साथ ही घटना में शामिल पुलिस वालों के खिलाफ जांच शुरू करने का आग्रह किया.

गोखले ने स्वाति मालीवाल को लेटर लिखकर कहा, अपराध के दृश्य को फिर से रिक्रिएट करने के लिए एक यौन हमले के आरोपी के घर ले जाना चौंकाने वाला है. टीएमसी नेता ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने ऐसा कर के स्पष्ट रूप से शिकायतकर्ता के मन में डर पैदा करने और डराने की कोशिश की. 

'डर पैदा करने की कोशिश'

टीएमसी प्रवक्ता ने कहा कि यह कोई हत्या का मामला नहीं है जो इस तरह की प्रक्रिया करने की जरूरत हो. दिल्ली पुलिस ऐसा करके शिकायतकर्ता को डराने और मन में डर पैदा करने का प्रयास कर रही है.

संगीता फोगाट को कथित तौर पर यौन उत्पीड़न के आरोप से संबंधित क्राइम सीन को फिर रिक्रिएट करने के लिए शुक्रवार दोपहर नई दिल्ली में बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के आधिकारिक आवास पर ले जाया गया. बृजभूषण के आधिकारिक आवास में ही डब्ल्यूएफआई का कार्यालय भी है. फोगट के साथ महिला कांस्टेबल भी थीं.

रिपोर्ट अगले हफ्ते तक जमा करने की उम्मीद

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि एक महिला पुलिसकर्मी के साथ पहलवान को करीब डेढ़ बजे डब्ल्यूएफआई कार्यालय ले जाया गया. वे करीब आधा घंटे तक वहां रुके. उन्होंने उनसे दृश्य को फिर से बनाने और उन जगहों को याद करने के लिए कहा, जहां उन्हें उत्पीड़न का सामना करना पड़ा. दिल्ली पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले की जांच कर रही है. जांच रिपोर्ट अगले हफ्ते तक जमा करने की उम्मीद है.  

अगर आप United India News की इस प्रस्तुति को पसंद कर रहे हैं, तो हमारे Whatsapp Group से आज ही जुड़ें, Click Here!


कोई टिप्पणी नहीं