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22 June 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1.यू-ट्यूब पर मोनेटाइजेशन हुआ आसान, सब्सक्राइबर्स और वॉच टाइम में हुई कटौती

हम सब यू-ट्यूब को तो अच्छे से जानते ही होंगे, बच्चों से लेकर बड़ों तक की जुबान पर इसका नाम रहता है। यू-ट्यूब पर हर तरीके की जानकारी आसानी से वीडियो और शॉर्ट्स के फॉर्मेट में उपलब्ध हो जाती है। कंटेंट क्रिएटर्स के लिए तो यू-ट्यूब एक बेहद अहम चैनल है। कंटेंट क्रिएटर्स यू-ट्यूब पर वीडियो अपलोड करके लाखों रुपये कमाते हैं। ऐसा नहीं है कि केवल कंटेंट क्रिएटर्स ही यू-ट्यूब से पैसे कमा सकते हैं, अगर आपमें भी वीडियो बनाने का हुनर है तो आप आसानी से यहां पैसे कमा सकते हैं। यू-ट्यूब पर पैसे कमाने के लिए किसी प्रकार की शैक्षिक योग्यता की भी जरूरत नहीं है। इसके साथ ही यू-ट्यूब ने भी यहां से पैसा कमाना और भी आसान बना दिया है।

मोनेटाइजेशन के लिए अब सिर्फ 500 सब्सक्राइबर्स 3 हजार घंटे वॉच टाइम की होगी जरूरत

यू-ट्यूब ने अपने चैनल पर पैसा कमाने के लिए सब्सक्राइबर्स और वॉच टाइम के घंटों में कटौती की है। अब किसी भी यू-ट्यूब चैनल को मोनेटाइज कराने के लिए 500 सब्सक्राइबर्स की आवश्यकता होगी और इसके साथ वॉच टाइम के घंटों को घटाकर 3 हजार घंटे कर दिया गया है। इससे पहले मोनेटाइजेशन के लिए 1000 सब्सक्राइबर्स और 4 हजार घंटे का वॉच टाइम होना अनिवार्य है। इस कटौती से अब यू-ट्यूब पर चैनल को मोनेटाइज कराना और आसान होगा जिससे आप जल्दी ही यहां से पैसे कमा सकते हैं।

वीडियो की संख्या में भी की गयी कटौती

सब्सक्राइबर्स और वॉच टाइम के अलावा यू-ट्यूब ने ढेरों वीडियो डालने वाले झंझट से भी आजादी दे दी है। अब किसी भी चैनल पर 90 दिनों में मात्र 3 वीडियो डालकर भी चैनल को चलाया जा सकता है और उससे पैसे भी कमाए जा सकते हैं।

शॉर्ट्स से भी कमा सकते हैं आसानी से पैसे

अगर आप छोटे-छोटे वीडियो बनाते हैं तो यू-ट्यूब की ओर से यहां भी पैसा कमाना आसान बना दिया गया है। नए नियम के अनुसार अगर 90 दिनों के अंदर आपके शॉर्ट्स पर 30 लाख व्यूज आ जाते हैं तो इसके बाद आपका पैसा बनना स्टार्ट हो जायेगा। यू-ट्यूब यह सब दुनियाभर के कंटेंट क्रिएटर्स को आकर्षित करना चाहता है ताकि वे कंपनी के साथ अपने लिए भी पैसा और शोहरत कमा सकें।

2. 'PM Modi भारत में मुसलमानों को हिंदू नहीं बना रहे...,' Tibet के 'राष्ट्रपति' ने कैसे की विदेशियों की बोलती बंद

भारत और चीन के बीच सदियों तक एक स्‍वतंत्र देश के रूप में जाने जाते रहे तिब्‍बत (Tibet) पर अब चीन (China) का कब्‍जा है. हालांकि, आज भी वहां से तिब्बतियों की निर्वासित सरकार चलती है; और निर्वासित तिब्बती सरकार के राष्ट्रपति पेंपा त्सेरिंग (Penpa Tsering) ने अभी जो भारत के बारे में कहा है, उसे सुनकर भारतीयों का सीना चौड़ा हो जाएगा. राष्ट्रपति पेंपा त्सेरिंग ने ऑस्ट्रेलिया में कहा कि भारत दुनिया के सबसे सहिष्णु देशों (Most tolerant country) में से एक है. वहां इतनी विविध संस्कृति, इतने सारे धर्म और अलग-अलग तरह के लोग हैं, कि उस पर गर्व होता है.'निर्वासित तिब्बती सरकार के राष्ट्रपति पेंपा त्सेरिंग ऑस्ट्रेलिया के नेशनल प्रेस क्लब को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान उनसे चीन और भारत के बारे में सवाल किए गए थे, तो पेंपा त्सेरिंग ने प्रेस क्लब ऑफ ऑस्ट्रेलिया को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ घटनाओं के कारण, भारत पर उंगली नहीं उठाई जा सकतीं. भारत में मुस्लिमों पर अत्‍याचार के सवाल पर तिब्बती राष्ट्रपति ने कहा, 'भारत के बाहर के लोगों में भारत की स्थिति के बारे में ढंग से समझ नहीं है. मेरा जन्म भारत में हुआ है, तो मुझे वहां का हाल पता है. आप जो कह रहे कि भारत में मुसलमानों पर हमले हुए हैं, तो बता दूं ऐसा नहीं है जैसे अंतरराष्ट्रीय मीडिया में दिखाया जा रहा है.'

'भारत में हर नागरिक को समान अधिकार हैं'

राष्ट्रपति पेंपा त्सेरिंग ने कहा, ''अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भारत के प्रधानमंत्री मोदी की दमनकारी नीतियों के बारे में काफी कुछ दिखाया जा रहा है. किसी भी घटना के लिए सरकार को दोषी ठहराया जाता है. तो मैं बताता हूं, कि मोदी मुसलमानों को हिंदू बनाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. वहां मुस्लिम ही नहीं, अपितु विविध संस्कृति, मजहबों के लोग रहते हैं और सबको समान अधिकार हैं. मुझे लगता है कि भारत दुनिया के सबसे सहिष्णु देशों में से एक है. हां, कुछ गौरक्षक जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया दे रहे हैं, लेकिन 'हिंदुत्व' का शोर उतना नहीं है, जितना अंतरराष्ट्रीय मीडिया में बताया जा रहा है. मुस्लिमों को टारगेट करना, वास्तविकता नहीं है.''

'यह दुनिया के सबसे सहिष्णु देशों में से एक है'

पेंपा त्सेरिंग के संबोधन की एक वीडियो क्लिप ट्विटर पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शेयर की. इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि भारत के बारे में सवाल पूछे जाने पर पेन्पा त्सेरिंग ने क्‍या कहा.पेन्पा त्सेरिंग ने कहा, "समस्‍याएं हर जगह हैं. केवल कुछ उपद्रवियों के कारण आप पूरे समुदाय को दोषी नहीं ठहरा सकते. मुझे लगता है कि भारत एक बहुत ही सहिष्‍णु देश है और अपनी विविधता पर गर्व करता है." पेंपा त्सेरिंग से पूछा गया, "आप उपद्रवियों को हिंदू पक्ष से देखते हैं या मुस्लिम पक्ष से?" उन्‍होंने जवाब दिया- "दोनों."

'कुछ घटनाएं किसी राष्ट्र को परिभाषित नहीं करतीं'

पेन्पा त्सेरिंग के इस बयान का वीडियो साझा करते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट किया, "भारत दुनिया का सबसे सहिष्णु और सबसे विविधता वाला देश है- जहां हर नागरिक को समान अधिकार हैं."

वहीं, टि्टर यूजर @JAYANTH_66 ने रिप्‍लाई में लिखा- "भारत की आबादी 1.4 अरब है. तर्कहीन कट्टरपंथियों द्वारा की गई कुछ आपराधिक घटनाएं किसी राष्ट्र को परिभाषित नहीं करतीं."

3. बाप जेल जाता है तो बेटा संभाल लेता है कमान, कहानी 'जामताड़ा गैंग' की जिनके आगे आइटी इंजीनियर भी फेल!

देशभर में साइबर फ्रॉड की चर्चा जामताड़ा के बिना अधूरी है. झारखंड और बंगाल बॉर्डर पर बसा यह जिला पिछले 5 सालों से साइबर फ्रॉड का हॉटस्पॉट बना हुआ है. जामताड़ा में हो रहे फ्रॉड की वजह से दूरसंचार विभाग से लेकर 7 राज्यों की पुलिस भी परेशान है. 

हाल ही में दूरसंचार विभाग ने बिहार-झारखंड लोकेशन के 2.5 लाख सिम कार्ड को बंद करने का फैसला लिया है. इनमें अधिकांश सिम जामताड़ा और उसके आसपास में उपयोग किया जा रहा था. दिल्ली पुलिस ने भी मई 2023 में 21 हजार सिम के साथ जामताड़ा से 5 लोगों को पकड़ा था. 

झारखंड पुलिस के मुताबिक जामताड़ा में साल 2020 से लेकर अब तक साइबर अपराध के आरोप में 170 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. यह गिरफ्तारी सिर्फ जामताड़ा पुलिस ने की है. अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संयुक्त छापेमारी में यह संख्या 500 से अधिक है.

पुलिस छापेमारी में करीब 100 से अधिक मोबाइल और 300 से अधिक सिम कार्ड भी बरामद किए गए. 

इन सालों में जामताड़ा में 3 एसपी भी बदले और सबने साइबर अपराध खत्म करने को अपनी प्राथमिकता बताई, लेकिन इसके बावजूद जामताड़ा नेक्सस का नेस्तनाबूत करने में पुलिस अब तक पूरी तरह सफल नहीं हो पाई है.

ऐसे में आइए इस स्टोरी में जामताड़ा गैंग की ठगी के तरीके, पुलिसिया कार्रवाई की विफलता और साइबर फ्रॉड कानून के बारे में विस्तार से जानते हैं...

जामताड़ा कैसे बना साइबर अपराध का अड्डा?

झारखंड-बंगाल बॉर्डर पर स्थित जामताड़ा 1990 के दशक में रेलवे में वैगन ब्रेकिंग, पिल्फरेज यानी चोरी और नशा खिलाकर यात्रियों को लूटने के लिए बदनाम था. लेकिन मोबाइल के आने के बाद यह साइबर अपराधियों का गढ़ बन गया. 

साइबर अपराधियों ने पहले ओटीपी मॉड्यूल और बाद में अनेकानेक तरीके अपनाकर लोगों के साथ फ्रॉड करना शुरू कर दिया.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक झारखंड के 308 गांव साइबर क्राइम के कामों में संलिप्त है. यहां महिलाएं भी अपने अपराधियों को पुलिस से बचाने में काफी मदद करती हैं. 2021 में अपराधियों को पकड़ने गई भोपाल पुलिस पर महिलाओं ने जामताड़ा में हमला कर दिया था. पुलिस के मुताबिक कई ऐसे मामले सामने आए, जिसमें पिता के जेल जाने के बाद फ्रॉड की कमान बेटे ने संभाल ली. यानी यहां अपराध भी परंपरागत चल रहा है. इतना ही नहीं, गिरफ्तार अपराधी भी जमानत मिलने के बाद फिर से इस काम में जुट जाते हैं. 

जामताड़ा गैंग की वजह से बिहार, यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और नई दिल्ली की पुलिस परेशान है. इन राज्यों में साइबर फ्रॉड के अधिकांश केसों की ताड़ जामताड़ा से ही जुड़ा होता है. 

दिलचस्प बात है कि जामताड़ा गैंग के सदस्य ज्यादा पढ़े-लिखे भी नहीं होते हैं. इसके बावजूद साइबर ठगी का यह खेल बड़ी आसानी से करते हैं. यह भी एक रहस्य बना हुआ है.

जामताड़ा गैंग कैसे करता है ठगी, 3 लेटेस्ट तरीका...

1. बैंक का फिशिंग मैसेज भेजकर- 18 मई को रांची में आईसीआईसीआई बैंक ने एक शिकायत दर्ज कराई थी. बैंक का कहना था कि साइबर अपराधी उसके ग्राहकों के मोबाइल में फिशिंग मैसेज भेजता है. इस मैसेज के साथ एक लिंक होता है, जिस पर क्लिक करने के बाद ऑटोमेटिक पैसा कट जाता है.

साइबर सेल की तहकीकात में पता चला कि इस काम को भी जामताड़ा गैंग के लोग ही अंजाम दे रहे हैं. पुलिस खुलासे के मुताबिक जामताड़ा गैंग बैंक के हूबहू आईडी से ग्राहकों को एक फिशिंग मैसेज भेजता है. मैसेज के साथ एक लिंक रहता है, जिस पर क्लिक करने के लिए कहता है.

लिंक पर क्लिक होने के बाद सारा डेटा अपराधी के पास तुरंत चला जाता है, जिसके बाद उसका उपयोग कर अकाउंट से पैसा निकाल लेता है. 

2. रिमोट ऐप के जरिए ओटीपी निगरानी- जामताड़ा गैंग इस मॉड्यूल के जरिए मदद की जरूरत वाले लोगों के साथ ठगी करता है. इस मॉड्यूल में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले लोगों से पहले फोन के जरिए संपर्क करता है और फिर उसे एनी डेस्क जैसे ऐप डाउनलोड करने के लिए कहता है.

4. BJP सांसद किरोड़ी लाल मीणा को पुलिस ने किया गिरफ्तार


पिछले कई दिनों से अशोक नगर थाने के सामने धरना दे रहे है भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा (KIRODI LAL MEENA  ARRESTED ) को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें चाकसू ठाने ले जाय गया है. उनके साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद है. थाने में पहुंचने पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी हुई है. दरअसल, आज सुबह 9 बजे ही सांसद किरोड़ी लाल मीणा धरना स्थल से नहाने के लिए जैसे वहां से रवाना हुए पुलिस ने धरना स्थल को घेर लिया था और खड़ी गाड़ियों को क्रेनों के द्वारा उठा करके जब्त किया गया. उसके बाद वहां पर पुलिस का पहरा लग दिया गया था. उसके बाद से वहां पर गहमागहमी का माहौल बन गया था. फिर पुलिस ने उन्हें वहां से  लगभग 50 किमी दूर चाकसू थाने ले गई है. जहां पर उनके समर्थक सरकार के खिलाफ नारे बाजी कर रहे हैं. वहां पर बड़ी संख्या में लोग जुट गए हैं. 

ये था मामला 

भाजपा सांसद मीणा ने कल आरोप लगाया था कि खान विभाग में करीब 66 हजार करोड रुपए का घोटाला हुआ है. जिसमें 27 हजार करोड का खनिज स्टॉक, 20 हजार करोड़ का बजरी, 10 हजार 800 करोड का अरावली हिल, 2500 करोड़ का हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, 2400 करोड़ का जिंदल कोल, 2 हजार करोड़ का ईआरसीसी घोटाला, 1 हजार करोड़ का सीमेंट ब्लॉक, 1 हजार करोड़ का स्टांप, 200 करोड़ का सावर घोटाला प्रमुख है. इन सबमें कुल करीब 66 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है. इस बात पर वो एफआईआर कराना चाह रहे थे. इस बीच उनकी मुलाकात जयपुर पुलिस कमिश्नर से हुई है. मगर बात नहीं बन पाई है. 

थाने के सामने ही डटे थे मीणा 

जयपुर के अशोक नगर थाने के सामने ही भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा डटे रहे. पिछले कई दिनों से वहीं पर वो रह रहे हैं. एफआईआर दर्ज कराने की मांग पर वहीं बैठे रहे. जबकि, कल भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी भी उनके धरने पर आये थे. उसके पहले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी वहां पहुंचे थे. इसके बाद भी बात नहीं बन पाई और आज उनकी गिरफ्तारी हो गई है.

5.महंगाई दर में गिरावट और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रिकवरी के बाद 2023-24 के लिए फिच रेटिंग्स ने बढ़ाया भारत के जीडीपी का अनुमान


इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने 2023-24 वित्त वर्ष के लिए भारत के विकास दर के अनुमान को बढ़ा दिया है. फिच ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.3 फीसदी के दर से विकास करेगी. इससे पहले फिच ने 6 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. भारतीय अर्थव्यवस्था के बेहतर आउटलुक और पहली तिमाही में ग्रोथ रेट के बेहतर रहने के अनुमान के चलते फिच ने अपने रेटिंग्स के अनुमान में सुधार किया है. 

सांख्यिकी मंत्रालय ने 31 मई 2023 को आंकड़े जारी करते हुए बताया था कि वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की जीडीपी 7.2 फीसदी रही है जो अनुमान से बेहतर थी. इस आंकड़े के घोषित होने के बाद ही अर्थशास्त्रियों से लेकर एजेंसियां 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था के सबसे तेज गति से विकास करने का अनुमान जता रहे हैं. इसस पहले फिच ने मार्च 2023 में मौजूदा वित्त वर्ष के लिए विकास दर के अनुमान को 6.2 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया था. फिच ने अपने अनुमान में कहा था कि महंगाई दर के ज्यादा होने , ऊंची ब्याज दर और वैश्विक मांग में कमी का खामियाजा भारतीय अर्थव्यवस्था को उठाना होगा. 

लेकिन मार्च के बाद से हालात बदलते दिख रहे हैं. पिछले दो मॉनिटरी पॉलिसी बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक ने पॉलिसी रेट्स यानि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. इस दौरान अप्रैल और मई में खुदरा महंगाई दर में गिरावट देखने को मिली और मई में तो ये घटकर 4.25 फीसदी पर आ चुकी है. ऐसे में कर्ज के सस्ता होने की उम्मीद बढ़ने लगी है जिसका फायदा भारतीय अर्थव्यवस्था को मिल सकता है.

फिच ने कहा कि जनवरी-मार्च तिमाही में जीडीपी ग्रोथ शानदार रहा था. दो तिमाही तक लगातार गिरावट का सामना करने के बाद मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रिकवरी देखने को मिली है, कंस्ट्रशन सेक्टर में सुधार देखने को मिला है साथ कृषि उत्पादन में भी बढ़ोतरी आई है जिसके चलते घरेलू अर्थव्यवस्था में तेजी देखी जा रही है. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए रेटिंग एजेंसी ने विकास दर के अनुमान को बढ़ाया है. फिच ने अपने अनुमान में कहा है कि 2024-25 और 2025-26 में भारत का जीडीपी 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है. 


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