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23 June 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1.CUET UG: यूनिवर्सिटी दाखिले हेतु कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के बाद अब कॉमन काउंसलिंग भी

देश भर के केंद्रीय विश्विविद्यालयों, कई राज्यों के विश्वविद्यालयों, डीम्ड विश्वविद्यालयों और भाग ले रहे निजी विश्वविद्यालयों और इन सभी से सम्बद्ध महाविद्यालयों व अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में संचालित होने वाले स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) यूजी का आयोजन किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी दाखिले के लिए वर्ष 2022 से शुरू की इस व्यवस्था में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा एक ही प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है और इसमें प्रदर्शन के आधार पर स्टूडेंट्स को स्कोर जारी किए जाते हैं। इसी स्कोर के आधार पर स्टूडेंट्स अपने पसंद के विश्वविद्यालय और कोर्स में दाखिला लेते हैं।स्टूडेंट्स को जिस विश्वविद्यालय में दाखिला लेना होता है उसकी वेबसाइट पर जाकर एडमिशन के लिए फिर से रजिस्ट्रेशन करना होता है। ऐसे सभी पंजीकरणों में से सम्बन्धित विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित कट-ऑफ व अन्य मानदंडों (जैसे 12वीं के मार्क्स, किसी विषय विशेष के मार्क्स, आदि) के आधार पर दाखिला दिया जाता है। देश भर के विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में इस साल यानी शैक्षणिक शत्र 2023-24 के लिए भी यूजी दाखिला इसी व्यवस्था से लिया जाना है।

CUET UG: यूनिवर्सिटी दाखिले के लिए अब कॉमन काउंसलिंग

हालांकि, देश उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश की इस प्रक्रिया अब और भी सेट्रलाइज्ड किए जाने की तैयारी है। विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए एक ही प्रवेश परीक्षा के बाद अब कॉमन काउंसलिंग भी कराए जाने की योजना है। कामन काउंसलिंग के लागू हो जाने से स्टूडेंट्स अलग-अलग यूनिवर्सिटी या कॉलेज के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन नहीं करने होंगे। कॉमन काउंसलिंग को अगले साल यानी शैक्षणिक शत्र 2024-25 से लागू किया जा सकता है।

इस बारे में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार कहते हैं, “केंद्रीय विश्वविद्यालयों में काउंसलिंग प्रॉसेस अब नए स्तर पर ले जाने की तैयारी है। छात्रों को अलग-अलग केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं होगा। ऑनलाइन मोड आयोजित होने वाली कॉमन काउंसलिंग के जरिए अगले साल से सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिला लिया जाएगा।”

2. IND vs WI: WI दौरे के लिए हुआ टीम इंडिया का एलान

वेस्टइंडीज दौरे के लिए बीसीसीआई ने भारत की टेस्ट और वनडे टीम का एलान कर दिया है। यशस्वी जायसवाल और रुतुराज गायकवाड़ को पहली बार टेस्ट टीम में शामिल किया गया है। वहीं, अजिंक्य रहाण को क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में टीम का उपकप्तान नियुक्त किया गया है।

यशस्वी जायसवाल और रुतुराज को मिला मौका

यशस्वी जायसवाल और रुतुराज गायकवाड़ को आईपीएल 2023 में बेहतरीन प्रदर्शन का इनाम मिला है। दोनों ही खिलाड़ियों को पहली बार भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया है। रुतुराज का प्रदर्शन इंडियन प्रीमियर लीग में बेमिसाल रहा था। चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलते हुए सलामी बल्लेबाज ने 16 मैचों में 147 के स्ट्राइक रेट से 590 रन कूटे थे।

वहीं, यशस्वी जायसवाल ने राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए 14 मैचों में 625 रन जड़े थे। इसके साथ ही घरेलू क्रिकेट में भी यशस्वी का बल्ला जमकर बोल रहा था, जिसके चलते उनको लगातार टीम में शामिल करने की मांग उठ रही थी। वहीं, टेस्ट टीम में लंबे समय बाद नवदीप सैनी की भी वापसी हुई है।

रहाणे फिर बने उपकप्तान

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने का इनाम अजिंक्य रहाणे को मिला है। रहाणे को फिर से टेस्ट टीम का उपकप्तान नियुक्त कर दिया गया है। रहाणे ने डब्ल्यूटीसी फाइनल की दोनों ही पारियों में शानदार प्रदर्शन किया था।

3. नई सदी के नए समझौते! भारत-अमेरिका ने 5 अहम डिफेंस डील पर किए साइन, जानिए क्यों है ऐतिहासिक

अमेरिका के तीन दिवसीय राजकीय दौरे पर गए पीएम मोदी ने शुक्रवार (23 जून) को राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बातचीत की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर बात हुई, जिसमें दोनों ही नेता कुल पांच समझौतों पर आगे बढ़ने को राजी हुए. दोनों नेताओं ने अपने संयुक्त संबोधन में रक्षा, आर्थिक सहयोग, इंटेलिजेंस ट्रांसफर, कृषि जैसे मुद्दों पर आगे बढ़ने की बात स्वीकारी.हालांकि, रक्षा क्षेत्र में दोनों नेताओं के बीच हुई डील बेहद अहम मानी जा रही है, और दोनों देशों के नेताओं ने एक दूसरे के साथ इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए कुल 5 बड़े समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे आने वाले दिनों में भारत-अमेरिका एक दूसरे के अहम सहयोगी बन जाएंगे.

क्या हैं वो 5 अहम समझौते?

दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने पहले समझौते में भारत में निर्मित स्वदेशी विमान तेजस के लिए सेंकेड जनरेशन जीई-414 जेट इंजन के निर्माण पर दस्तखत किए हैं. इसके मुताबिक अमेरिका भारत की विमानन पार्ट उत्पादन कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को तकनीकि ट्रांसफर करेगी और इन जेट इंजन के निर्माण में मदद करेगी. 

दूसरे समझौते के मुताबिक, दोनों देश M-777 लाइट होवित्जर तोपों को अपग्रेड करने पर काम करेंगे. इन तोपों का निर्माण कहां किया जाएगा इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है. तीसरे समझौते के मुताबिक दोनों देश स्ट्राइकर बख्तरबंद वाहनों का साझा उत्पादन करेंगे. जिनमें से ज्यादातर का उत्पादन भारत में किए जाने की संभावना है. चौथे समझौते के मुताबिक, अमेरिकी प्रीडेटर ड्रोन भारत को दिए जाएंगे जिससे भारत की सुरक्षा एजेंसियां विभिन्न सैन्य ऑपरेशन में इस्तेमाल कर सकेंगी. इन ड्रोन के उत्पादन का तकनीकि ट्रांसफर भारत को किया जाएगा. पांचवे समझौते के मुताबिक अमेरिका की दूर तक मार करने वाली बम मिसाइल का उत्पादन भी भारत में होगा.

4. इंसानों ने पूर्व की ओर झुका दी है पृथ्वी, जानिए इसका क्या होगा असर



पृथ्वी पर जीवन होने में सबसे बड़ा योगदान पानी का है. पानी की वजह से ही ये प्लैनेट जिंदा है. लेकिन अभी इसी पानी को पृथ्वी से निकाल निकाल कर इंसानों ने इसे पूर्व की ओर झुका दिया है. सोचिए जिस पृथ्वी का एक तिहाई भाग पानी से ढका है, उसी पृथ्वी को इंसानों की एक हरकत ने आज एक तरफ ज्यादा झुका दिया है. आज इस आर्टिकल में हम आपको इसी से जुड़ी जानकारी देंगे.

क्या कहती है नई रिसर्च?
साइटेक डेली पर छपी एक खबर के मुताबिक, जियोफ‍िजिकल रिसर्च लेटर्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इंसानों ने पृथ्वी से इतना ज्यादा पंपिंग जरिए ग्राउंडवॉटर निकाला कि 20 सालों से भी कम समय में पृथ्वी 4.36 सेंटीमीटर/प्रतिवर्ष की स्‍पीड से लगभग 80 सेंटीमीटर पूर्व की ओर झुक गई है. दरअसल, जियोफ‍िजिकल रिसर्च लेटर्स AGU की पत्रिका है जो पृथ्वी और अंतरिक्ष विज्ञान में फैले प्रभावों के साथ लघु-प्रारूप और उच्च-प्रभाव अनुसंधान पर रिपोर्ट प्रकाशित करती है.

इंसानों ने अब तक कितना पानी बाहर निकाला?
इस रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, जलवायु मॉडल के बेस पर वैज्ञानिकों का पहले अनुमान था कि इंसानों ने 1993 से 2010 तक 2,150 गीगाटन ग्राउंडवॉटर पंप किया, जो समुद्र स्तर से 6 मिलीमीटर अधिक है. हालांकि, ये सही अनुमान नहीं है, क्योंकि इसे लेकर सही अनुमान लगा पाना लगभग नामुमकिन है.

सबसे ज्यादा भूजल कहां निकाला गया?
इस रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा भूजल दुनिया में दो क्षेत्रों से निकाला गया है. पहला क्षेत्र है अमेरिका का पश्चिमी इलाका और दूसरा क्षेत्र है भारत का उत्तर-पश्चिम इलाका. भारत में पंजाब और हरियाणा में सिंचाई के लिए भारी मात्रा में भूजल का प्रयोग हो रहा है. सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी शोधकर्ताओं का कहना है कि भूजल के रिडिस्ट्रिब्‍यूशन से रोटेशनल पोल के बहाव पर बहुत ज्‍यादा असर पड़ता है और बाद में यह पृथ्वी के घूर्णी ध्रुव के बहाव पर बड़ा प्रभाव डालता है.

5.टाइटैनिक पनडुब्बी के साथ समुद्र में 4 किमी नीचे आखिर क्या हुआ?


टाइटैनिक जहाज को दिखाने पांच पर्यटकों को लेकर जा रही पनडुब्बी का मलबा बरामद हुआ है। इसी के साथ इसमें सवार सभी लोगों के मौत की पुष्टि भी हो गई है। टाइटन पनडुब्बी को ऑपरेट करने वाली कंपनी ओशनगेट ने कहा है कि हमने दुर्भाग्य से पांचों यात्रियों को खोज दिया है, जिसमें कंपनी के संस्थापक और सीईओ स्टॉकटन रश भी शामिल थे। इस पनडुब्बी पर पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद अपने बेटे सुलेमान दाऊद के साथ सवार थे। इस बीच अमेरिकी नौसेना ने बताया है कि उन्हें पनडुब्बी में हुए विस्फोट के बारे में कई दिनों पहले ही जानकारी मिल चुकी थी, इसके बावजूद वो सबूत का इंतजार कर रहे थे। इस पनडुब्बी को बचाने का अभियान रविवार से ही जारी थी।

अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने दी मलबा बरामद होने की सूचना

अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने गुरुवार को कहा कि टाइटन पनडुब्बी में सवार सभी पांच लोग मारे गए हैं। लापता पनडुब्बी का टेल कोन और दूसरा मलबा टाइटैनिक के मलबे से 1600 फीट की दूरी पर मिला। यह जगह उत्तरी अटलांटिक महासागर में करीब 13000 फीट की गहराई पर स्थित है। यूएस कोस्ट गार्ड के फर्स्ट कोस्ट गार्ड डिस्ट्रिक्ट कमांडर एडमिरल जॉन माउगर ने बताया कि मलबा जहाज के विनाशकारी विस्फोट के अनुरूप है। अमेरिकी नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नौसेना को रविवार को मलबे वाले क्षेत्र में एक विस्फोट के अनुरूप आवाज सुनाई दी थी। यह वही जगह थी, जहां टाइटन पनडुब्बी गोता लगा रही थी। अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि नौसेना ने तुरंत उस सूचना को खोज प्रयास का नेतृत्व कर रहे ऑन-साइट कमांडरों को भेज दिया और इसका इस्तेमाल खोज के क्षेत्र को कम करने के लिए किया गया।

पनडुब्बी ऑपरेट करने वाली कंपनी ने क्या कहा

यूएस कोस्ट गार्ड के प्रेस कांफ्रेंस से कुछ मिनट पहले, गहरे समुद्र में पनडुब्बी संचालित करने वाली कंपनी ओशनगेट एक्सपीडिशन ने एक बयान जारी कर पनडुब्बी में सवार पांच लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया। ओशनगेट ने एक बयान में कहा कि अब हम मानते हैं कि हमारे सीईओ स्टॉकटन रश, शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद, हामिश हार्डिंग और पॉल-हेनरी नार्जियोलेट को दुखद रूप से खो दिया गया है। ये लोग सच्चे खोजकर्ता थे जिनमें साहस की एक विशिष्ट भावना और दुनिया के महासागरों की खोज और सुरक्षा के लिए गहरा जुनून था। इस दुखद समय में हमारी संवेदनाएं इन पांच आत्माओं और उनके परिवार के प्रत्येक सदस्य के साथ हैं। हम जीवन की हानि और उन सभी के लिए खुशी का शोक मनाते हैं जिन्हें वे जानते थे।


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