आज के दौर में कितना फयदेमंद है PhD ?
क्या आप भी अपने नाम के आगे ‘डॉक्टर’ लगाने के सही में हकदार बनना चाहते हैं? आज हम PhD करने के फायदों पर विचार करेंगे।
PhD क्या है
दुनिया भर में, PhD करना एकेडेमिक उपलब्धि के उच्चतम रूपों में से एक माना जाता है। PhD, या डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी, एक रिसर्च-आधारित डिग्री है जिसके लिए किसी स्पेशल सब्जेक्ट पर व्यापक अध्ययन और ओरिजिनल रिसर्च की आवश्यकता होती है। यह एक मुश्किल और चैलेंजिंग प्रक्रिया है, जिसे पूरा होने में कई साल लग सकते हैं, लेकिन PhD करने के कई फायदे हैं।
PhD कौन करना चाहता है? या किसे PhD करनी चाहिए
सामान्यतः दो तरह के लोग- पहले वे स्टूडेंट्स जो सही में अध्ययन या शिक्षण के क्षेत्र में कुछ नया और अलग शोध करना चाहते हैं और अपने चुने हुए पसंदीदा क्षेत्र में नाम कमाना चाहते हैं, और दूसरे वे प्रोफेशनल्स जो किसी क्षेत्र में कार्यरत हैं और किन्हीं कारणों से PhD डिग्री न होने से उनके आगे बढ़ने के मौके बंद हो गए हैं। इन दोनों के ही लिए PhD करना अनेकों रास्ते खोल देता है।
PhD करने के फायदे
दुनिया भर में PhD से जुडी अनेकों अफवाहें भी हैं, जैसे कि चोरी की रिसर्च यूज करना, दूसरों से पैसा देकर रिसर्च करवाना, दोयम दर्जे का काम करना आदि, लेकिन यदि 5-10 परसेंट इन मामलों को छोड़ दें, तो अमूमन PhD का रुतबा कायम है।
आइए चार बड़े फायदे देखते हैं
1) स्पेशलाइज्ड नॉलेज प्राप्त करना
PhD करने के लिए आप किसी बेहद बारीक विषय की गहराई में जाते हैं और उस क्षेत्र के विशेषज्ञ बन जाते हैं।
इससे आपके पास अपनी रुचि के क्षेत्र में योगदान करने का अवसर भी होता है। आप अपने PhD से प्राप्त ज्ञान को शिक्षा, उद्योग और सरकार सहित विभिन्न क्षेत्रों में लागू कर सकते हैं। सरकार आपको छात्रवृत्ति के जरिए मदद कर सकती है, जो आजकल 25,000 से लेकर 50,000 रुपए तक होती है।
2) करिअर संभावनाओं को बढ़ाना
शिक्षा, अनुसंधान, सरकार और उद्योग में PhD स्नातकों की अत्यधिक मांग है।
PhD के दौरान प्राप्त विशेष ज्ञान और कौशल आपको किसी भी संगठन में वैल्युएबल एसेट बना सकते हैं। आपके किए हुए शोध को देश-विदेश में सराहा जा सकता है और बड़ी-बड़ी कंपनी से अच्छे प्रस्ताव भी मिल सकते हैं।
3) प्रोफेशनल नेटवर्क का निर्माण
समाज के बेहतरीन और अच्छे लोगों में आपका नाम और सम्मान होगा। PhD करने से अन्य शोधकर्ताओं के साथ सहयोग करने, सम्मेलनों में भाग लेने अर्थात एक प्रोफेशनल नेटवर्क बनाने के अवसर मिलते हैं। यह नेटवर्क नौकरी के अवसर खोजने, अनुसंधान परियोजनाओं में सहयोग करने और विचारों को साझा करने के लिए मूल्यवान हो सकता है।
4) व्यक्तिगत विकास
PhD करने से आपका सोचने का स्तर बेहद परिष्कृत हो जाता है और वैज्ञानिक सोच भी विकसित हो सकती है। आपको नए स्किल्स विकसित करने, अपने क्षितिज को व्यापक बनाने और दुनिया के प्रति नया दृष्टिकोण प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। आप अपने शोध के कारण दुनिया के किसी भी हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन में टॉक्स दे सकते हैं।
PhD करने का मन बनाने से पहले किन बातों का ध्यान रखें
यदि PhD करने का मन बना रहे हैं, तो नीचे दी गई बातों का ध्यान रखें
1) समय – इसको करने में आपको लम्बा समय लगेगा, इसलिए पारिवारिक परिस्थितियों का जायजा लेने के बाद निर्णय ले। संसाधनों और समर्थन की कमी के कारण भारत में PhD करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
2) समर्पण – जीवन की शुरुआत में मेहनत ज्यादा होगी, दीन-दुनिया से अलग होना पड़ेगा, कुछ लोग आपको 'पागल' भी कह सकते हैं (जिन्हें ये समझ नहीं होगी कि इससे हासिल क्या होगा)।
भारत में, उच्च शिक्षा पर जोर बढ़ रहा है और अधिक छात्र PhD करना पसंद कर रहे हैं। भारत सरकार ने अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कई पहल शुरू की हैं, जिसमें अनुसंधान संस्थानों की स्थापना और शोधकर्ताओं के लिए वित्त पोषण कार्यक्रम शामिल हैं।
PhD करने के लिए क्या करना होगा
स्नातक या उससे पहले ही योजना बनाना सबसे ठीक है। कोशिश ये करें कि 25 से 30 की उम्र तक PhD हो जाए।
PhD करने के लिए आपको निम्न की आवश्यकता होगी-
1) रिकग्नाइज्ड युनिवर्सिटी से संबंधित सब्जेक्ट और कम-से-कम 55% अंकों की एक पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री
2) कुछ विश्वविद्यालय/कॉलेज से PhD करने के लिए अनिवार्य PhD प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है
3) यदि कोई कैंडिडेट पार्ट-टाईम PhD करना चाहता है, तो उसे उस संगठन से एक NOC (अनापत्ति प्रमाण पत्र) प्रस्तुत करना होगा, जिसमें वह वर्तमान में कार्यरत है
4) कुछ विश्वविद्यालयों/कॉलेजों से PhD करने के लिए प्रासंगिक क्षेत्र में कार्य अनुभव होना मांगा जाता है।
सारांश
PhD करना एक परिवर्तनकारी अनुभव हो सकता है जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए अनगिनत अवसर खोलता है। भारत में अनुसंधान और नवाचार पर बढ़ते जोर के साथ, PhD करना आपके भविष्य में एक मूल्यवान निवेश हो सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं