स्टूडेंट हैं तभी से पर्सनेलिटी डेवलेपमेंट पर दें ध्यान
आपने नोटिस किया होगा कि कई बार कुछ लोगों की पर्सनेलिटी ऐसी होती है कि वे दूर से ही अट्रैक्ट करते हैं. ये आर्कषण उनकी सुंदरता या पहनावे की वजह से नहीं होता बल्कि उनके व्यक्तित्व में ही कुछ बात होती है जो लोगों को अपनी तरफ आर्कषित करती है. उनका बोलना, उनके खड़े होने का तरीका, अपनी राय रखने का तरीका, सोचने का तरीका और स्थितियों को हैंडल करने का तरीका सब औरों से अलग होता है. उनके आते ही वातावरण में सकारत्मकता आ जाती है. इसे ही पर्सनेलिटी की विशेषता कहते हैं. इस गुण की खास बात ये है कि ये जन्म से ही किसी के अंदर नहीं होता बल्कि इसे थोड़ी मेहनत और ज्ञान से डेवलेप किया जा सकता है.
ऐसे करें अपनी पर्सनेलिटी का विकास
जीवन के किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है. सेल्फ डिस्प्लिन वो पहली चीज है जो आपके व्यक्तित्व को निखारती है. यानी जो करना चाहिए उसे हर हाल में पूरा करना और जो नहीं करना है उससे किसी भी कंडीशन में दूर रहना जरूरी है.
सेल्फ कांफिडेंस
सेल्फ कांफिडेंस वो दूसरा हथियार है जो आपकी पर्सनेलिटी को निखारता है. ये तभी आता है जब व्यक्ति को पता होता है कि उसकी कमियां क्या हैं और उसकी खूबियां क्या हैं. वो समय रहते अपने वीक एरिया पर काम करता है और कमियों से पार पाने की या उन्हें नियंत्रित करने की कोशिश करता है. इसलिए जरूरी है कि कोई और आप पर विश्वास करे उससे पहले आप स्वयं खुद पर विश्वास करें.
कम्यूनिकेशन स्किल्स
कम्यूनिकेशन स्किल्स वो अगली जरूरी चीज है जो किसी की भी पर्सनेलिटी को वजन देती है. अगर आपको अपनी बात ठीक से रखनी आती है और उसके जवाब में आने वाले रिएक्शन भी आप संयमित होकर संभाल लेते हैं तो सफलता पाने से आपको कोई रोक नहीं सकता. क्या, कब, कहां, कितना और कैसे बोलना है ये जरूर सीखें. उससे भी अहम की कहां नहीं बोलना है, ये आपको पता होना चाहिए.
व्यवहार
व्यवहार में सौम्यता या मधुरता एक ऐसा गुण है जो हर किसी को आर्कषित करता है. अपनी बात कहते समय जहां तेजी की जरूरत है केवल वहां ही रुख ऐसा रखें वरना आमतौर पर व्यवहार में सौम्यता एक ऐसा गुण है जो आपको सबका चहेता बनाती है. अगर किसी चीज का विरोध भी करना है या असहमति देनी है तो वो भी सलीके से करें.
अवेयर रहें
अवेयर रहें और लिखने-पढ़ने की आदत डालें. आपने देखा होगा कि कुछ लोग कैसे आसपास हो रही हर चीज पर अपनी राय रख पाते हैं क्योंकि वे अपने आसपास की चीजों को लेकर अवेयर होते हैं. इसके लिए रोज कुछ पढ़ें, पसंद हो तो लिखें भी और न्यूज पेपर जरूर पढ़ते रहें. इससे आपकी वोकेबुलेरी भी स्ट्रांग बनेगी.
स्माइल
स्माइल एक ऐसा हथियार है जिसे कोई काट नहीं सकता. मुस्कुराते हुए चेहरे हर कोई पसंद करता है. इसलिए अपने चेहरे पर एक सौम्य मुस्कान रखें. सबसे गर्मजोशी से मिलें और बोलने से पहले सुनने की आदत डालें. अच्छे वक्ता बनने से पहले अच्छा श्रोता बनें. जितना सुनेंगे उतना अधिक ज्ञान और अनुभव बढ़ेगा.
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