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7 April 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1. लोकतंत्र खतरे में नहीं, जातिवाद-वंशवादी राजनीति को खतरा : अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को कौशाम्बी पहुंचे जहां उन्होंने कौशाम्बी महोत्सव का उद्घाटन किया. इस मौके पर राज्य के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे.इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, " देश में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि लोकसभा का बजट सत्र बिना एक भी बहस के खत्म हो गया. विपक्ष के नेताओं ने संसद को चलने नहीं दिया. कारण यह कि राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया गया. सुप्रीम कोर्ट ने ये कानून बनाया. कांग्रेस मनमोहन सिंह, लालू प्रसाद यादव को बचाने के लिए ये कानून सुधारना चाहते थे. राहुल गांधी ने उनको रोका."

उन्होंने कहा, " सूरत की एक कोर्ट ने उनको सजा दी. अब तक 17 विधायक व सांसदों की सदस्यता रद्द कर दी गई है. राहुल गांधी की भी हुई. लेकिन कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया और संसदीय कार्यवाही बंद करा दी. मैं राहुल गांधी को कहना चाहता हूं कि कानून का पालन करना हर नागरिक का धर्म होता, आप तो सांसद थे. इस सजा को चुनौती देते, अदालत में लड़ते और लेकिन आपने संसदीय कार्यवाही की बली चढ़ा दी है."

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को कौशाम्बी पहुंचे जहां उन्होंने कौशाम्बी महोत्सव का उद्घाटन किया. इस मौके पर राज्य के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे.

इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, " देश में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि लोकसभा का बजट सत्र बिना एक भी बहस के खत्म हो गया. विपक्ष के नेताओं ने संसद को चलने नहीं दिया. कारण यह कि राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया गया. सुप्रीम कोर्ट ने ये कानून बनाया. कांग्रेस मनमोहन सिंह, लालू प्रसाद यादव को बचाने के लिए ये कानून सुधारना चाहते थे. राहुल गांधी ने उनको रोका."

उन्होंने कहा, " सूरत की एक कोर्ट ने उनको सजा दी. अब तक 17 विधायक व सांसदों की सदस्यता रद्द कर दी गई है. राहुल गांधी की भी हुई. लेकिन कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया और संसदीय कार्यवाही बंद करा दी. मैं राहुल गांधी को कहना चाहता हूं कि कानून का पालन करना हर नागरिक का धर्म होता, आप तो सांसद थे. इस सजा को चुनौती देते, अदालत में लड़ते और लेकिन आपने संसदीय कार्यवाही की बली चढ़ा दी है."

शाह ने कहा," इस देश की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी. क्या इस देश के किसी भी नेता को विदेश में जाकर भारत की बुराई करनी चाहिए ? अरे यहां खुला मैदान पड़ा है. मैदान तुम तय कर लो, बीजेपी वाले दो-दो हाथ करने को तैयार हैं. हम डरते नहीं हैं."

उन्होंने कांग्रेस के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा, " वो कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में है. लेकिन लोकतंत्र नहीं आपका परिवार खतरे में है. आईडिया ऑफ इंडिया नहीं आईडिया ऑफ डॉयनैस्टी, परिवारवाद की राजनीति खतरे में है. आपके परिवार की ऑटोक्रेसी खतरे में है. आपने इस देश के लोकतंत्र को जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण के तीन मानकों से घेर कर रखा था. पीएम मोदी ने जातिवाद समाप्त किया. सपा-बसपा अब दूर-दूर तक नहीं है. उन्होंने परिवारवाद और तुष्टिकरण को भी समाप्त किया. इस कारण आप डरे हुए हैं. यूपी आज योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व में विकास की राह पर चल पड़ा है.

2. 12वीं के छात्र ने PM मोदी और CM योगी को दी जान से मारने की धमकी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी देने के मामले में नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक किशोर को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि कि इसी किशोर ने एक मीडिया हाउस को ईमेल भेजा था, जिसमें पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी को हत्या की धमकी दी गई थी।

लखनऊ से आरोपित गिरफ्तार

नोएडा पुलिस के सहायक आयुक्त रजनीश वर्मा ने कहा कि बिहार के रहने वाले एक 16 वर्षीय लड़के को शुक्रवार को सुबह राजधानी लखनऊ के चिनहट इलाके से गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस अधिकारी ने आगे कहा, "यहां सेक्टर 20 पुलिस स्टेशन में 5 अप्रैल के मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसके बाद मामले की जांच की गई, ईमेल भेजने वाले का पता लगाने के लिए तकनीकी टीमों को भी शामिल किया गया, जिसमें धमकी भरा संदेश था।"

12वीं का छात्र है आरोपित: पुलिस

“जांच के आधार पर, ईमेल भेजने वाले का पता लगाया गया और लखनऊ के चिनहट क्षेत्र में मिला। पीएम और सीएम को जान से मारने की धमकी देने वाला एक स्कूली छात्र है, जिसने अभी 11वीं की परीक्षाएं पूरी की हैं और जल्द ही 12वीं की पढ़ाई शुरू करेगा।

3. पेट में तेज दर्द भी हो सकता है हार्ट अटैक का सिग्नल . 

वर्ष 2022 में कई सेलिब्रिटीज की हार्ट अटैक से मौत हो गई. मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, बिगबॉस विनर सिद्धार्थ शुक्ला को एक्सरसाइज करते समय अटैक आया और अस्पताल में इनकी डेथ हो गई. वर्ष 2023 यानि इस साल मिस यूनिवर्स और फेमस अभिनेत्री सुष्मिता सेन को हार्ट अटैक आया था. उन्हें इस कारण अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. सुष्मिता सेन को आए हार्ट अटैक ने महिलाओं के बड़े समूह को चिंता में डाल दिया था. विशेषज्ञों का कहना है कि महिलाओं को हार्ट अटैक से बचना है तो लक्षणों को ध्यान रखना जरूरी है, तभी बचाव संभव है. 

ये कहती है रिसर्च

अमेरिका के क्लीवलैंड क्लीनिक मेडिकल सेंटर की ओर से रिसर्च की गई. रिसर्च में बताया कि हार्ट अटैक में छाती मेें दर्द होने के अलावा और भी कई लक्षण हैं. ये लक्षण महिलाओं में ही आमतौर पर देखने को मिलते हैं. जानने की कोशिश करते हैं कि महिलाओं में हार्ट अटैक के किस तरह के लक्षण दिखते हैं.

1.पेट में तेज दर्द होना

पेट दर्द को आमतौर पर फूड पॉइजनिंग या गैस की समस्या मान लिया जाता है. लेकिन कई मामलों मेें पेट दर्द हार्ट के बीमार होने का सिग्नल भी देता है. यदि पेट में तेज दर्द हो, पेट या उसके आसपास बहुत अधिक दबाव महसूस हो तो यह हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है. तुरंत डॉक्टर को दिखाने की जरूरत है. 

2. गर्दन, जबड़े में पेन

सीने पर दर्द हो, तब ही लोग हार्ट अटैक मानते हैं. लेकिन इसके अलावा भी दर्द हो सकता है. यदि गर्दन या जबड़े मेें दर्द है तो यह भी हार्ट अटैक हार्ट अटैक का एक लक्षण हो सकता है. यह दर्द लगातार बना रह सकता है. 

3. सांस लेने में परेशानी होना

हार्ट अटैक के समय या पहले सांसों का फूलना बहुत कॉमन लक्षण है. यह महिला, पुरुष दोनों में देखने को मिल सकता है. ये स्थिति ऐसे होती है, जैसे कोई व्यक्ति लंबी रेस दौड़कर हांफ रहा है. सही ढंग से सांस नहीं ले पाता. 

4. पसीना ठंडा आना

पसीना ठंडा आ रहा है या ऐसा महसूस हो रहा कि बॉडी से ठंडा पसीना आ रहा है तो अलर्ट हो जाना चाहिए. महिलाओं मेें पसीना ठंडा आना हार्ट अटैक का एक लक्षण हो सकता है. 

5. महिलाओं में दिख सकते हैं ये और लक्षण

हार्ट अटैक के दौरान, महिलाओं को मतली, उल्टी, जबड़ों, गर्दन या पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द, छाती के निचले हिस्से या पेट में दर्द, सांस की तकलीफ, बेहोशी, अपच और अत्यधिक थकान होने का अनुभव हो सकता है. इसके अलावा नींद की समस्या, एंग्जाइटी, चक्कर आना, अपच, गैस बनने के लक्षण भी दिख सकते हैं. 

4. नहीं आएगी चौथी लहर? बढ़ते मामलों के बीच एक्सपर्ट का चौंकाने वाला दावा

कोरोना की तीन लहरें भारत के लोगों की जिंदगी में उथल-पुथल मचा चुकी है, वो समय देश अभी भी भूला नहीं है. इस बीच देश में कोरोना के रोजाना मामलों में आई तेजी ने एक बार फिर से लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है. हालांकि, एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना मामलों में उछाल से सावधान रहने की जरूरत है, घबराने की नहीं.

एक्सपर्ट कहना है कि कोविड मामलों में वर्तमान उछाल किसी नई लहर का संकेत नहीं है. यह उछाल हल्का है और कुछ दिनों में कम हो सकता है. संभवतः अप्रैल के दूसरे हफ्ते से कोरोना मामलों में गिरावट शुरू हो सकती है.

इन लोगों को अतिरिक्त सावधानी की जरूरत

एक्सपर्ट ने उन लोगों, जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं या जो बुजुर्ग मरीज हैं, उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है. ऐसे लोगों के संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है. एक्सपर्ट ने बताया कि कैसे कोविड मामलों में मौजूदा उछाल पिछली तीन लहरों से अलग हैं.

एक्सपर्ट के मुताबिक, वायरस का पैटर्न वही है जो 3 महीने पहले था, तब भी मामले उसी तरह बढ़ रहे थे. इस बार इन्फ्लुएंजा के डर से लोग अस्पतालों में जा रहे हैं और इस दौरान उनका कोरोना टेस्ट हो रहा है. यही कारण है कि अधिक कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं.

डॉ. शुचिन बजाज ने कहा, “भारत में कोविड-19 को लेकर, किसी भी तारीख के बारे में कुछ भी कहना असंभव है. कोविड-19 मामलों के तेजी से बढ़ते आंकड़ों के साथ ये भी दिन-ब-दिन बदलते रहते हैं.

कोविड एक्सपर्ट का कहना है कि पिछली लहर से वायरस पैटर्न में अंतर को समझना जरूरी है क्योंकि वे हमें वायरस के संक्रमण को रोकने के उपाय बनाने में मदद कर सकते हैं. पिछले रुझानों के अनुसार, कोरोना मामलों में उछाल अगले 15-20 दिनों में टॉप पर पहुंच सकता है. इसके बाद यह नीचे आने शुरू हो जाएगी.

एक्सपर्ट इसके लिए वर्तमान उछाल का उदाहरण देते हैं. उनके मुताबिक, कोविड मामलों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन इसकी रफ्तार धीमी है. यह अत्यधिक संक्रामक प्रतीत नहीं होता है, वरना पिछले दो हफ्तों में संख्या बहुत अधिक हो सकती थी."

5.जेल से सिसोदिया ने चिट्ठी लिख कर PM को बताया अनपढ़



दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने जेल से देश के नाम पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए चिट्ठी लिखी है, इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा है, प्रधानमंत्री का कम पढ़ा लिखा होना देश के लिए खतरनाक है. सिसोदिया ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी शिक्षा का महत्व नहीं समझते हैं और पिछले कुछ सालों में उन्होंने देशभर में 60 हजार स्कूल बंद किए गए हैं. 

सिसोदिया ने पीएम पर तंज कसते हुए कहा, देश की तरक्की के लिए प्रधानमंत्री का पढ़ा लिखा होना जरूरी है. सिसोदिया ने अपनी चिट्ठी में लिखा, पीएम जब यह बात कहते हैं कि गंदी नाली से गैस निकाल कर चाय बनाई जा सकती है तब मेरा दिल बैठ जाता है. 

सिसोदिया ने पीएम पर उठाए गंभीर सवाल'

मनीष सिसोदिया ने जेल से देश के नाम लिखी चिट्ठी में पीएम मोदी की संवैधानिकता पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने अपनी लिखी चिट्ठी में कहा है, चूंकि देश के पीएम कम पढ़े लिखे हैं इसलिए दुनिया के राष्ट्राध्यक्ष उनको गले लगाकर न जाने कितने कागजों पर साइन करवा लेते हैं क्योंकि प्रधानमंत्री जी तो समझ ही नहीं पाते क्योंकि वो तो कम पढ़े-लिखे हैं.

सिसोदिया ने आगे लिखा, आज देश का युवा महत्वाकांक्षी है, वो कुछ करना चाहता है और वो अवसर की तलाश है वो दुनिया जीतना चाहता है. साइंस और टेक्नॉलॉजी के क्षेत्र में वो कमाल करना चाहता है. क्या एक कम पढ़ा-लिखा प्रधानमंत्री आज के युवा के सपनों को पूरा करने की क्षमता रखता है? हाल के सालों में देश भर में 80 हजार सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए क्यों? एक तरफ देश की आबादी बढ़ रही है तो सरकारी स्कूलों की संख्या भी तो बढ़नी चाहिए थी?

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