Breaking News

21 April 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1. चूक हुई तो देश का धन लुट जाएगा- PM मोदी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 16वें सिविल सर्विस डे पर IAS अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'जो राजनीतिक दल सत्ता में आया है, उस पर ध्यान रखें कि वो टैक्सपेयर्स के पैसे का इस्तेमाल अपने दल के लिए कर रहा है या देशहित के लिए। ये आपको देखना होगा। सरदार पटेल जिस ब्यूरोक्रेसी को स्टील फ्रेम ऑफ इंडिया कहते थे, उसे पूरा करना है, ब्यूरोक्रेसी से चूक हुई तो देश का धन लुट जाएगा।'

दिल्ली के विज्ञान भवन में पीएम ने 33 मिनट तक स्पीच दी। उन्होंने कहा, 'देश ने आप पर बहुत भरोसा किया है। आपको मौका दिया है। उस भरोसे को कायम रखते हुए काम करिए। आपकी सर्विस में आपके निर्णयों का आधार सिर्फ और सिर्फ देशहित होना चाहिए।'

PM मोदी की स्पीच की 6 बड़ी बातें..

पहले यह सोच थी कि सरकार सब कुछ करेगी, लेकिन अब सोच यह है कि सरकार सबके लिए करेगी। अब सरकार समय और संसाधन का कुशल उपयोग कर रही है। आज की सरकार का ध्येय है देश और नागरिक पहले। और प्राथमिकता है- वंचितों को वरीयता।

यह पिछले सिस्टम की ही देन थी कि 4 करोड़ से ज्यादा नकली गैस कनेक्शन, नकली राशन कार्ड बने थे। अल्पसंख्यक मंत्रालय 30 लाख फर्जी युवाओं को स्कॉलरशिप का लाभ दे रहा था।

आज हम सभी के प्रयासों से सिस्टम बदला है और देश के करीब 3 लाख करोड़ रुपए गलत हाथों में जाने से बचे हैं। आज ये पैसे गरीबों के काम आ रहे हैं, उनके जीवन को आसान बना रहे हैं।

आज चुनौती ये नहीं है कि आप कितने कुशल हैं, चुनौती ये तय करने में है कि जहां जो कमी है वो कैसे दूर होगी।

कोई फर्क नहीं पड़ता कि हमारी योजनाएं कितनी महान हैं, चाहे वे कागज पर कितनी भी अच्छी क्यों न हों, अंतिम छोर की डिलीवरी निर्णायक होती है। अगर यह सुनिश्चित नहीं है, तो हमें अपेक्षित परिणाम नहीं मिलेंगे।

देश को आजादी के अमृतकाल तक लाने के लिए उन अधिकरियों की बड़ी भूमिका रही जो 15-25 साल पहले इस सेवा में आए हैं। और अब उन युवाओं की भूमिका सबसे बड़ी है जो अगले 15-25 साल इस सेवा में रहने वाले हैं।


2. पुंछ हमले का 7 आतंकियों ने बनाया प्लान, रॉकेट लॉन्चर से किया था हमला

जम्मू कश्मीर के पुंछ में गुरुवार (20 अप्रैल) को हुए आतंकी हमले में सेना के 5 जवान शहीद हो गए. आतंकियों की इस कायराना हरकत के बाद सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी खबर मिली है. जिसके मुताबिक, हमले के बाद से इस इलाके में पाकिस्तान के कुल 7 आतंकी अलग-अलग ग्रुप में छिपे हुए हैं. इन्होंने ही इस घटना को अंजाम दिया था. 

सेना ने पूरे इलाके को सीज करके आतंकियों की तलाश करने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार को सेना   पर हमला करने वाले आतंकवादियों ने जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के राजौरी में सक्रिय ग्राउंड टेररिस्ट की मदद से इस घटना को अंजाम दिया है. इससे पहले, सूत्रों ने जानकारी दी थी कि सेना पर हमला पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने  ली थी. हालांकि सेना को संदेह है, संभावना है कि इस हमले में लश्कर के आतंकवादी भी शामिल थे.  

क्या पीओके के रास्ते हुई घुसपैठ?

सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां इस सवाल का जवाब ढ़ूंढ़ने में लगी हैं कि क्या आतंकियों ने राजौरी और पुंछ के रास्ते पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के रास्ते भारत में घुसपैठ की थी. खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक JeM और LeT के आतंकियों को POK में कई जगहों पर इकट्ठा होने के लिए कहा गया था और उनको पास के गांवों में पनाह दी गई थी.

'सेना ने चलाया आक्रामक सर्च ऑपरेशन'

इस हमले के बाद अलर्ट मोड पर आई सेना ने बाटा-डोरिया क्षेत्र (जहां पर वारदात हुई) के जंगल में सुरक्षा बलों ने काफी आक्रामक सर्च ऑपरेशन चलाया है. अधिकारियों ने कहा, उन्होंने पूरे इलाके को घेर लिया है और आतंकियो को खोजने के लिए ड्रोन और खोजी कुत्तों का इस्तेमाल कर रहा है.

सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक सीमावर्ती राजौरी और पुंछ जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है साथ ही नियंत्रण रेखा के पास कड़ी निगरानी रखी जा रही है. उन्होंने बताया कि आतंकी हमले के बाद भीम्बर गली-पुंछ मार्ग पर वाहनों का यातायात रोक दिया गया है और लोगों को मेंढर के रास्ते पुंछ जाने की सलाह दी गई है. 

3. ITC बनी देश की सातवीं बड़ी कंपनी, इंफोसिस से छठे पायदान का छिन सकता है ताज 

देश की दिग्गज एफएमसीजी कंपनी आईटीसी पहली बार बार 5 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप को पार करते हुए देश की सातवीं सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है और इंफोसिस से छठी सबसे बड़ी कंपनी होने के ताज को कभी भी छिन सकती है. शुक्रवार को आईटीसी के शेयर अपने लाइफटाइम हाई 406.90 रुपये पर जा पहुंचा है. शेयर में शानदार उछाल के चलते हाउसिंग फाइनैंस कंपनी एचडीएफसी को पीछे छोड़ आईटीसी मार्केट कैप के लिहाज से देश की सातवीं बड़ी कंपनी हो गई है. 

आईटीसी का मार्केट कैप 5 लाख करोड़ के पार 

गुरुवार को बाजार बंद होने पर आईटीसी का शेयर 400.30 रुपये पर क्लोज हुआ था और कंपनी का मार्केट कैप 497473 करोड़ रुपये रहा था. लेकिन हफ्ते के आखिरी कारोबार सत्र 21 अप्रैल को आईटीसी का शेयर 1.61 फीसदी के उछाल के साथ 407 रुपये पर कारोबार कर रहा है और इसी के साथ आईटीसी का मार्केट कैप 5 लाख करोड़ रुपये को पार करते हुए  506566 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है. एचडीएफसी का मार्केट कैप 503530 करोड़ रुपये है. 

इंफोसिस से छिन सकता है ताज!

इंफोसिस का मार्केट कैप फिलहाल 507680 करोड़ रुपये है. और आईटीसी, इंफोसिस से छठी सबसे बड़ी कंपनी का ताज छिनने से कुछ ही फासले की दूरी पर है. आपको बता दें रिलायंस इंडस्ट्रीज 15.85 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ देश की सबसे बड़ी कंपनी है. 11.46 लाख करोड़ रुपये के साथ टीसीएस दूसरे स्थान पर, 9.30 लाख करोड़ रुपये के साथ एचडीएफसी बैंक तीसरे स्थान पर, 6.20 लाख करोड़ रुपये के साथ आईसीआईसीआई बैंक चौथे स्थान पर और एचयूएल 5.86 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के स्थान देश की पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी है.  

एक साल में आईटीसी ने दिया 100 फीसदी का रिटर्न 

2023 में शेयर बाजार में जब भारी उतार चढ़ाव देखने को मिला है. बैंकिंग आईटी सेक्टर के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है तो इस अवधि में आईटीसी के शेयर ने 22 फीसदी के करीब रिटर्न दिया है.  बीते एक साल में आईटीसी के स्टॉक ने 56 फीसदी, 2 साल में 100 फीसदी और 3 साल में स्टॉक ने 126 फीसदी का रिटर्न निवेशकों को दिया है.

4. महाराष्ट्र में नहीं थमा सियासी तूफान, अब चाचा पवार ने भतीजे पर चला दांव, क्या NCP तोड़ेंगे अजित?

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में सब ठीक नहीं चल रहा है. पार्टी नेता शरद पवार और भतीजे अजित पवार के बीच तनाव की खबरें सुर्खियों में हैं. पिछले दिनों दोनों पक्षों ने विवाद की सुर्खियों को शांत करने की कोशिश की थी लेकिन ऐसा लगता है कि यह कामयाब नहीं हुई है. पुणे में होने वाली संभागीय बैठक से अजित पवार का नाम काट दिया गया है. इसे शरद पवार के अपनी ताकत दिखाने के रूप में देखा जा रहा है.

पुणे में होने वाली इस बैठक में कार्यकर्ताओं को बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) वाली सरकार की नीतियों के विरोध की घुट्टी पिलाई जानी है. इस बैठक में एनसीपी के मुखिया शरद पवार भी होंगे. एनसीपी के राज्य अध्यक्ष जयंत पाटिल, सांसद और वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल होंगे. जमानत पर चल रहे अनिल देशमुख और छगन भुजबल भी होंगे लेकिन अजित पवार नहीं होंगे.अजित पवार के बाहर होने से चर्चाएं तेज

इस कैंप में अजित पवार का नाम नहीं होना, कई तरह की चर्चाओं को जन्म दे रहा है. इसके बाद एक बड़ा सवाल जो उठा है, वो यह है कि क्या चाचा शरद पवार को अब अपने भतीजे पर भरोसा नहीं है. आखिर शरद पवार भतीजे को कैंप से दूर रखकर क्या संदेश दे रहे हैं.

इसके पहले अजित पवार ने जब फेसबुक और ट्विटर अकाउंट से पार्टी का झंडा हटाया था तो ही उनके बीजेपी के साथ जाने की अटकलें लगाई जाने लगी थीं. तब अजित पवार मीडिया के सामने आए और पार्टी छोड़ने की अटकलों को अफवाह बता दिया. शरद पवार ने भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि चर्चा सिर्फ मीडिया के मन में है, हमारे मन में कोई चर्चा नहीं है. एनसीपी के सभी विधायक पार्टी मजबूत करने पर विचार कर रहे हैं. 

बयान बीजेपी का भी आया. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं चलती रहती हैं. कुछ खबरों का आनंद उठाना चाहिए.

अजित पवार का क्यों हैं नाराज ? 

इसके बाद मुंबई की एक पार्टी में शरद पवार और छोटे पवार एक इफ्तार पार्टी में मिले तो लगा कि सब शांत हो गया लेकिन तब तक उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना की एंट्री भी इसमें हो गई थी. सामना में एक लेख लिखकर संजय राउत ने कहा कि अजित पवार और एनसीपी नेताओं को बीजेपी ईडी की जांच और जेल जाने का डर दिखा रही है. इस पर अजित पवार भड़क गए और कहा, ये दूसरे लोग एनसीपी के प्रवक्ता क्यों बन रहे हैं. आप जिस पार्टी के मुख पत्र हैं, उस पार्टी की बात कीजिए. मेरे संदर्भ में किसी और को प्रवक्ता बनने की जरूरत नहीं है.

5. दिल्ली के साकेत कोर्ट में चलीं गोलियां, एक महिला घायल, पुलिस बल मौके पर मौजूद

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साकेत कोर्ट परिसर में शुक्रवार को 4 राउंड फायरिंग हुई, जिसमें न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की एक महिला घायल हो गई. गोलियों की आवाज सुन मौके पर दिल्ली पुलिस के जवान पहुंच गए. पुलिस सूत्रों ने बताया कि महिला आज अदालत में बयान देने के लिए पहुंची थी. वह एक मामले में गवाह है. इसी दौरान उसे गोली मार दी गई. फिलहाल उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.दिल्ली के साकेत कोर्ट परिसर में शुक्रवार को अदालत खुलते ही फायरिंग की घटना होने से अफरातफरी मच गई. फायरिंग की शुरू होते ही लोग खौफ में आ गए और जान बचाने के इधर-उधर भागने लगे. इस बीच दिल्ली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. लोकल पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक महिला आज अदालत में बयान देने के लिए पहुंची ही थी कि ये घटना हो गई. महिला न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के एक मामले में गवाह है. महिला शुक्रवार को बयान देने के लिए कोर्ट पहुंची थी. 


अगर आप United India News की इस प्रस्तुति को पसंद कर रहे हैं, तो हमारे Whatsapp Group से आज ही जुड़ें, Click Here!


कोई टिप्पणी नहीं