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19 April 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1. एकनाथ शिंदे की पार्टी की चेतावनी, 'अगर अजित पवार NCP नेताओं के साथ BJP में आए तो...'

एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार के बीजेपी (BJP) में जाने की अटकलों के बाद महाराष्ट्र में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. इस मामले पर अब शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) की ओर से भी बड़ा बयान दिया गया है. शिवसेना (Shiv Sena) के प्रवक्ता संजय शिरसाट (Sanjay Shirsat) ने कहा कि अगर अजित पवार एनसीपी (NCP) के नेताओं के समूह के साथ बीजेपी के साथ हाथ मिलाते हैं तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) महाराष्ट्र में सरकार का हिस्सा नहीं रहेंगे. 

संजय शिरसाट ने मंगलवार (18 अप्रैल) को मुंबई में कहा कि उन्हें लगता है कि एनसीपी प्रत्यक्ष रूप से बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएगी. महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और बीजेपी की गठबंधन सरकार है. शिरसाट ने कहा कि हमारी रणनीति स्पष्ट है. एनसीपी वह पार्टी है जो धोखा देती है. हम उनके साथ मिलकर शासन नहीं करेंगे. अगर बीजेपी, एनसीपी के साथ जाती है तो महाराष्ट्र को ये पसंद नहीं आएगा. हमने (उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना से) बाहर होने का फैसला किया क्योंकि लोगों को हमारा कांग्रेस और एनसीपी के साथ होना पसंद नहीं था. 

"अगर अकेले आए तो स्वागत है"

शिरसाट ने कहा कि अजित पवार ने कुछ नहीं कहा है. इसका मतलब है कि वह एनीसीपी में नहीं रहना चाहते. शिवसेना के नेता ने कहा कि हमने कांग्रेस और एनसीपी को छोड़ा, क्योंकि हम उनके साथ नहीं रहना चाहते थे. अजित पवार को वहां पूरी आजादी नहीं है. इसलिए अगर वह एनसीपी को छोड़ते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे. अगर वे एनसीपी के नेताओं के साथ आएंगे तो हम सरकार का हिस्सा नहीं रहेंगे. 

"बेटे के चुनाव हारने की वजह से नाराज"

शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि अजित पवार अपने बेटे पार्थ पवार के चुनाव हारने की वजह से नाराज हैं. उनकी नाराजगी का सुप्रीम कोर्ट के समक्ष लंबित शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका के मामले से कोई संबंध नहीं है. पार्थ पवार को 2019 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र के मावल निर्वाचन क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा था. 

2. जातिगत जनगणना पर मोदी सरकार को घेर रही कांग्रेस, लेकिन खुद लागू करने से हर बार किया परहेज

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि मामले में सजा सुनाए जाने के बाद ओबीसी समुदाय के अपमान की बात सामने आई, बीजेपी नेताओं ने इसे लेकर कांग्रेस को जमकर घेरा. इसके बाद विपक्ष ने मौके का फायदा उठाते हुए जातिगत जनगणना का मुद्दे से बीजेपी को घेरने की कोशिश की. कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी अगर वाकई ओबीसी समुदाय या दलितों के हितों को लेकर सोच रही है तो उसे जातिगत जनगणना करानी चाहिए. जिससे जरूरतमंद लोगों को उनका हक मिल सके. हालांकि भले ही कांग्रेस विपक्ष में बैठकर जातिगत जनगणना को लेकर हल्ला मचा रही हो, लेकिन इस मसले पर कांग्रेस सरकार का भी रुख कभी साफ नहीं रहा. आइए बताते हैं कैसे... 

कर्नाटक में राहुल गांधी ने उछाला मुद्दा 

कर्नाटक में चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी ने खुद जातिगत जनगणना के मुद्दे पर सीधे पीएम मोदी को घेरा. उन्होंने कर्नाटक में सरकार से पूछा कि उन्होंने ओबीसी के लिए क्या किया है. राहुल ने कहा, "नौ साल हो गए, नरेंद्र मोदी जी ने ओबीसी से वोट लिया. आप मुझे बताइए कि मोदी जी ने ओबीसी के लिए क्या किया. मोदी जी ओबीसी से वोट ले लेते हैं मगर ओबीसी को ताकत कभी नहीं दी. नरेंद्र मोदी जी अगर करनी है तो काम की बात कीजिए. यूपीए सरकार के दौरान 2011 में हमने जनगणना की थी, जिसमें हमने पूछा कि आपकी जाति क्या है. इसका पूरा डेटा सरकार के पास है. नरेंद्र मोदी जी ने डेटा पब्लिक नहीं किया, इसे छिपाया है. मोदी जी अगर आप वाकई में ओबीसी को ताकत देना चाहते हैं तो डेटा जारी कर बता दीजिए कि देश में कितने ओबीसी हैं. आरक्षण पर 50 फीसदी के कैप को भी हटाइए. मैं जानता हूं कि ये काम नरेंद्र मोदी कभी नहीं कर सकते हैं."

इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि हम मोदी सरकार पर लगातार इसे लेकर दबाव बनाएंगे. हम ओबीसी जनगणना को रिलीज कराएंगे और दलित और ओबीसी आबादी को उनका हक दिलाने का काम करेंगे. इस दौरान उन्होंने वादा किया कि जिनती आबादी उतना हक दिलाने काम किया जाएगा. 

3. फॉक्सवैगन ने दिखाई भारत में पेश की जाने वाली ID.4 इलेक्ट्रिक की झलक

जर्मन की दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनी फॉक्सवैगन भारत में जल्द ही अपनी इलेक्ट्रिक क्रॉसओवर कार ID.4 को उतारने की तैयारी कर रही है. कंपनी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में इसकी झलक पेश की है. हालांकि कंपनी अपनी इस कार की बिक्री ग्लोबल मार्केट में पहले से ही कर रही है. ये ईवी कंपनी की बेस्ट सेलिंग ईवी में से एक है. अगर कंपनी इस कार को लॉच करती है, तो इसका मुकाबला किआ ईवी6 क्रॉसओवर से होगा.

फॉक्सवैगन ID.4 पावर और स्पीड

इस कार में दी गयी इलेक्ट्रिक मोटर 299 hp तक की अधिकतम पावर और 460 Nm का हाइएस्ट टॉर्क जेनरेट करती है. ये कार महज 6 सेकंड में 0-100 kmpl की स्पीड पकड़ने में सक्षम है. वहीं इसकी टॉप-स्पीड को इलेक्ट्रॉनिक रूप से 180 kmpl तक सीमित किया गया है.

फॉक्सवैगन ID.4 बैटरी-पैक और रेंज

कंपनी ने अपनी इस कार को MEB प्लेटफॉर्म पर तैयार किया है. जिस पर कंपनी की ID सीरीज वाली सभी इलेक्ट्रिक गाड़ियों में प्रयोग किया गया है. ये कार ऑल-व्हील ड्राइव (AWD) सिस्टम के साथ आती है. कंपनी अपनी इस इलेक्ट्रिक क्रॉसओवर में 82 kWh लिथियम-आयन बैटरी पैक ऑफर करती है, जो इस कार को फुल चार्ज पर लगभग 500 किलोमीटर तक की दूरी तय करने में सक्षम है.

इंटीरियर और फीचर्स

फॉक्सवैगन ID.4 के केबिन फीचर्स की बात करें तो, ये काफी प्रीमियम है. जिसमें GTX एलिमेंट्स दिखाई देते हैं. वहीं इसके डैशबोर्ड में 12 इंच की बड़ी डिजिटल टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट स्क्रीन और डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले भी दी गयी है.

4. NEET UG 2023: नीट यूजी एडमिट कार्ड पर लेटेस्ट अपडेट

नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट यूजी परीक्षा के लिए हाल ही में आवेदन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। अब अभ्यर्थी परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड और एडवांस सिटी इंटीमेशन स्लिप का इंतजार कर रहे हैं। इन्हीं कैंडिडेट्स के लिए लेटेस्ट अपडेट यह है कि NTA जल्द ही परीक्षा के लिए हॉल टिकट आधिकारिक वेबसाइट neet.nta.nic.in पर रिलीज हो सकते हैं। संभावना है कि इस महीने के आखिर में या फिर अगले महीने मई में शुरुआत में ही एडमिट कार्ड रिलीज कर दिए जाएं। 

एडमिट कार्ड आमतौर पर परीक्षा से 6 से 7 दिन पहले जारी किया जाता है। हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना तो रिलीज नहीं की गई है। लेकिन अगर पिछले सालों के ट्रेंड को देखें तो ऐसी संभावना जताई जा रही है।दरअसल, पिछले ट्रेंड को देखें तो साल 2022 में, NEET 17 जुलाई को आयोजित किया गया था और 12 जुलाई को एडमिट जारी किया गया था। इसी तरह, 2021 में एडमिट कार्ड 6 सितंबर को और NEET UG परीक्षा 12 सितंबर को आयोजित किया गया था। इसलिए उम्मीद है कि एनटीए यही पैर्टन को फॉलो करते हुए परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र एग्जाम से 6 से 7 दिन पहले रिलीज कर देगा। कैंडिडेट्स ध्यान दें कि प्रवेश पत्र के पहले एग्जाम की एडवांस सिटी इंटीमेशन स्लिप जारी की जाएगी, जिससे उम्मीदवार परीक्षा शहर की जानकारी ले सके। सिटी स्लिप भी जल्द रिलीज होने की उम्मीद है। 

इस साल, NEET UG परीक्षा 7 मई को दोपहर 2 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच आयोजित की जाएगी। प्रवेश पत्र डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों की सहूलियत के लिए नीचे आसान स्टेप्स दिए गए हैं, जिनको फॉलो करके अभ्यर्थी प्रवेश पत्र को डाउनलोड कर सकते हैं। 

NEET UG 2023: नीट यूजी प्रवेश पत्र डाउनलोड करने का ये है आसान तरीका 

नीट यूजी एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट neet.nta.nic.in पर जाएं। अब होम पेज पर उपलब्ध एडमिट कार्ड लिंक पर क्लिक करें। लॉग इन करने के लिए आवश्यक क्रेडेंशियल्स जैसे- आवेदन संख्या और जन्म तिथि दर्ज करें। एडमिट कार्ड उपलब्ध होगा।भविष्य के संदर्भ के लिए डाउनलोड करें और सहेजें।


5. ChatGPT से एक कदम आगे Auto-GPT

बीते साल टेक की दुनिया ही नहीं, इंटरनेट की दुनिया में चैटजीपीटी एक नए युग की शुरुआत के रूप में उभरा। जिस यूजर ने एआई आधारित चैटबॉट की खासियत को जाना, उसने इसका इस्तेमाल करना चाहा। ह्यूमन-लाइक टैक्स्ट जेनेरेट करने की खूबी को लेकर चैटजीपीटी हर यूजर की पसंद में शुमार हुआ, लेकिन इससे भी बढ़कर Auto-GPT की एंट्री टेक जगत में हो चुकी है।Auto-GPT को लेकर बहुत तो नहीं, लेकिन कुछ जानकारियां इंटरनेट पर मौजूद हैं। Auto-GPT को ChatGPT से कई मायनों में बेहतर और एडवांस माना जा रहा है। इस आर्टिकल में आपको इन दोनों मॉडल में अंतर को बताने जा रहे हैं-क्या है Auto-GPT और ChatGPT में अंतर

सबसे पहले Auto-GPT के बारे में बात करें यह टर्म ChatGPT के बाद आई है। Auto-GPT भी एक एआई टूल है। इसे Significant Gravitas द्वारा डेवलप किया गया है।ChatGPT से एक कदम आगे Auto-GPT

जहां एक ओर, ChatGPT को इस्तेमाल करने के लिए यूजर को एक के बाद एक कमांड देने की जरूरत होती है। वहीं दूसरी ओर Auto-GPT इस मामले में एक कदम आगे है। Auto-GPT का इस्तेमाल करना आसान है, यह यूजर को केवल एक ही सवाल पर उससे जुड़े सारे पहलुओं को अपने जवाब में समेट लेता है।

यानी Auto-GPT के साथ यूजर को बहुत कम मौकों पर दूसरा सवाल पूछने की जरूरत महसूस होगी। Auto-GPT अपने नाम की तरह ऑटोमैटिक है। यह यूजर के एक सवाल से जुड़े दूसरे कई सवालों के जवाब भी एक ही बार में दे देता है।

यूजर की जरूरत नहीं, ऑटोमैटिकली होता है काम

ChatGPT से अलग Auto-GPT को यूजर की जरूरत नाम मात्र के लिए होती है। हालांकि, यूजर मॉडल से किस विषय पर जानकारी लेना चाहता है, इस काम के लिए यूजर का पहला सवाल दर्ज होना जरूरी है। Auto-GPT चैटजीपीटी के फ्रेमवर्क पर ही तैयार किया गया है। बावजूद इसके Auto-GPT ओपनएआई के ChatGPT से एक कदम आगे काम करता है।

ChatGPT से अलग है काम करने का तरीका

Auto-GPT एआई की क्षमता को जानने के लिए एक एक्सपेरिमेंटल एआई टूल है। काम करने के तरीके की बात करें तो जहां ChatGPT यूजर द्वारा पूछे गए सवालों के आधार पर ही जवाबों को खोजता है। इससे अलग, यूजर के एक सवाल के बाद उससे जुड़े तमाम सवालों के लिए यूजर के बजाए एआई एजेंट्स के आधार पर जवाब को तैयार करता है।

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