ओवर थिंकिंग (अत्यधिक सोचने) से कैसे बचें? क्या हैं नुकसान...
how to get rid of overthinking, Hindi Article |
अत्यधिक सोचना कई लोगों के लिए वास्तव में एक समस्या बन जाती है। अक्सर कुछ लोग छोटी या कम महत्वपूर्ण बातों के लिए भी आवश्यकता से अधिक चिंतित हो जाते हैं।
यह चिंता, अवसाद और अन्य मानसिक स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं को जन्म देती है, जो आगे चलकर गंभीर सिचुएशन में बदल जाती है। न केवल बड़े, बल्कि आज के समय में कम उम्र के बच्चे भी समय से पहले बड़े हो जाते हैं, और कई बार ओवर थिंकिंग उनको जकड़ लेती है।
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि जितनी जल्दी हो सके, इस अत्यधिक सोचने (Overthinking) की समस्या से निकलने का उपाय हमें सोचना चाहिए। अत्यधिक सोचते रहने से छुटकारा पाने के कई तरीके हैं, और इस लेख के माध्यम से हम इससे निपटने के लिए कुछ सबसे प्रभावी तरीकों के बारे में बात करेंगे।
1. माइंडफुलनेस का अभ्यास करें (Mindfulness)
माइंडफुलनेस एक ऐसा अभ्यास है, जहाँ आपको वर्तमान में रहने और सोचने पर जोर देना होता है। आप जो काम कर रहे हैं, उसी के बारे में आपको सोचना होता है। जब आप देखें कि आप बहुत ज्यादा सोच रहे हैं, तो गहरी सांस लें और अपना ध्यान वर्तमान क्षण पर वापस लाएं। ऐसा करने से आप ओवरथिंकिंग से निकलने लगेंगे।
हाँ! इसमें थोड़ा समय ज़रूर लगेगा, किन्तु यकीन मानिये, इसका प्रभाव सकारात्मक होगा ही होगा। बस आपको 'रियल टाइम' में रहने का अभ्यास करना होगा। आपका ध्यान भटकेगा शुरू में, किन्तु अभ्यास से आप 'वर्तमान' में रहना सीख जायेंगे, और काफी हद तक ओवरट थिंकिंग पर नियंत्रण भी कर सकेंगे।
2. अपने विचारों को चुनौती दें (Analyze your thoughts)
ज्यादा सोचने में अक्सर लोग नकारात्मक थिंकिंग पैटर्न को अपना लेते हैं। ऐसे में जब भी ओवर थिंकिंग हो, तो आप इन विचारों को अपने आप से पूछकर चुनौती दें कि, क्या वे वास्तव में सच हैं? अगर आप फैक्ट के साथ विचार करना शुरू करेंगे, अपने नकारात्मक विचारों को चैलेंज देंगे, तो जल्दी ही नकारात्मक विचारों से निकल भी जायेंगे।
3. एक्शन लें (Call to Action - CTA)
ज्यादा सोचना आपको पंगु बना सकता है, और आपको एक्शन लेने से रोक भी सकता है। ऐसे में आप अपने लक्ष्यों की ओर छोटे-छोटे कदम उठाकर, इस ओवर थिंकिंग के चक्र को तोड़ें।
यह आपकी चिंता को कम करने में मदद कर सकता है।
4. सेल्फ केयर का अभ्यास करें (Self Care)
तनाव और चिंता के दौरान स्वयं की देखभाल आवश्यक है। उन गतिविधियों के लिए समय निकालें जिन्हें आप पसंद करते हैं, जैसे कि व्यायाम, ध्यान या पढ़ना। इसके अलावा नियमित नींद का समय तय करें, और उस समय पर सोने का प्रयास भी करें। इसके अलावा सोने से पहले कैफीन और शराब से परहेज करें, जिससे अच्छी नींद आने में सहायता मिल सके।
5. अपनी फिलिंग शेयर करें (Share your feelings)
ज्यादा सोचना आपको समाज से अलग-थलग कर सकता है। ऐसे में आप अपनी फिलिंग और अपने विचारों और भावनाओं के बारे में किसी से बात करें। यह कोई मित्र हो सकता है, आपका पारिवारिक व्यक्ति हो सकता है, कोई गाइड हो सकता है, या कोई अन्य... बस शर्त यही है कि आप दोनों में विश्वास का रिश्ता हो।
यह आपको ओवर थिंकिंग से उबरने मदद कर सकता है। अगर कोई विश्वसनीय मित्र, परिवार का सदस्य उपलब्ध न हो, तो किसी प्रोफेशनल साइकियाट्रिस्ट से बात करने पर भी विचार कर सकते हैं। इसमें कोई बुराई नहीं है, अतः किसी प्रकार की हिचक न रखें।
ज्यादा सोचने की आदत को छोड़ना, शुरुआत में एक चुनौतीपूर्ण कार्य अवश्य हो सकता है, लेकिन अभ्यास और दृढ़ता से यह बिल्कुल संभव है।
खासकर बच्चों में यह बात न पनपे, इसलिए गार्जियन को उनसे लगातार संवाद करते रहना होगा।
आप क्या सोचते हैं, बिना ओवर थिंकिंग किये कमेंट कर दीजिए फिर। 😊
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