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20 March 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The

 1. एटीएम से 2000 रुपये के गुलाबी नोट नहीं निकलने पर क्या बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन?

जरा याद करिए पिछली बार कब आप एटीएम से पैसे निकालने गए और आपको पैसे निकालने पर 2000 रुपये के नोट मिले थे. ज्यादातर लोग यही कहते हैं कि 2000 रुपये वाले गुलाबी नोटों के दर्शन दुर्लभ हो चुके हैं. सर्कुलेशन में होने के बावजूद 2000 रुपये के नोट का लोगों को दीदार नहीं हो पा रहा है. और संसद में जब सरकार ने सवाल किया गया कि क्या आरबीआई ने बैंकों पर एटीएम के जरिए 2000 रुपये के नोट दिए जाने पर रोक लगा दिया है तो सरकार ने ऐसी बातों का पुरजोर खंडन किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा कि बैंकों को ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है.

लोकसभा में प्रश्नकाल में सांसद संतोष कुमार ने वित्त मंत्री से सवाल पूछा कि क्या भारतीय रिजर्व बैंक ने एटीएम के जरिए 2,000 रुपये के नोट वितरण पर रोक लगा रखा है? इस सवाल के लिखित जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकों को आरबीआई ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि, ऑटोमेटेड टेलर मशीन में 2000 रुपये के नोट नहीं भरने को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को कोई आदेश नहीं दिया है. वित्त मंत्री ने कहा कि पूर्व में इस्तेमाल, उपभोक्ताओं की जरूरतों और सीजनल ट्रेंड को ध्यान में रखते हुए बैंक खुद एटीएम में रखे जाने वाले रकम और डिनॉमिनेशन को लेकर निर्णय लेते हैं. 

वित्त मंत्री से सवाल किया गया कि 2000 रुपये के डिनॉमिनेशन वाले नोटों की छपाई पर आरबीआई ने कब से रोक लगा रखा है. तो इस सवाल का जवाब देते हुए वित्त मंत्री कहा कि आरबीआई के एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक 2019-20 के बाद से 2000 रुपये की डिमॉमिनेशन वाले बैंक नोट्स की सप्लाई के लिए मांग नहीं रखी गई है.  इससे पहले दिसंबर 2021 में भी सरकार ने संसद को बताया था कि 2018-19 के बाद से 2,000 रुपये के नोट की प्रिंटिंग के कोई फ्रेश आर्डर नहीं दिये गये हैं, इसलिये 2,000 के नोटों की संख्या में कमी आई है. 

सरकार से ये भी सवाल पूछा गया कि कुछ डाटा के मुताबिक नोटबंदी के बाद 9.21 लाख करोड़ रुपये के जारी किए गए 500 और 2000 रुपये के नोट्स सर्कुलेशन से बाहर जा चुके हैं और क्या ये करेंसी नोट्स ब्लैकमनी में तब्दील हो चुका है? इस प्रश्न के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि ऐसा कोई डाटा उपलब्ध नहीं है. उन्होंने बताया कि आरबीआई के सलाना रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2017 के खत्म होने पर 500 और 2000 रुपये के डिनॉमिनेशन वाले 9.512 लाख करोड़ रुपये के नोट सर्कुलेशन में थे जो मार्च 2022 में बढ़कर 27.057 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है.  

2. इन सरकारी नौकरियों के लिए तुरंत करें अप्लाई, भरे जाएंगे 3 हजार से ज्यादा पद

मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने कुछ समय पहले ग्रुप 4 के अंतर्गत बंपर पद पर भर्ती निकाली थी. इनके लिए आवेदन की प्रक्रिया काफी समय से चल रही है और अब अप्लाई करने की लास्ट डेट भी आ गई है. इसलिए वे कैंडिडेट्स जो इच्छुक होने के बावजूद इन पद के लिए अप्लाई न कर पाए हों, वे तुरंत फॉर्म भर दें. एमपीपीईबी के इन पद पर अप्लाई करने की लास्ट डेट आज यानी 20 मार्च 2023 है. इस रिक्रूटमेंट ड्राइव के माध्यम से असिस्टेंट ग्रेड 3, स्टेनोटाइपिस्ट, टाइपिस्ट वगैरह के 3 हजार से अधिक पद भरे जाएंगे.

जानें आवेदन से जुड़ी अहम जानकारियां एक नजर में

इन पद के लिए केवल ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है. किसी और माध्यम से किए गए आवेदन स्वीकार नहीं होंगे. ऐसा करने के लिए कैंडिडेट्स को एमपीपीईबी की वेबसाइट पर जाना होगा, जिसका पता ये है - esb.mp.gov.in.

इन पद पर कैंडिडेट्स का चयन लिखित परीक्षा के माध्यम से होगा. परीक्षा का आयोजन 02 जुलाई 2023 के दिन किया जाएगा.

एग्जाम दो शिफ्ट में होगा. पहली शिफ्ट होगी सुबह 9 से 11 बजे तक की और दूसरी शिफ्ट होगी दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक की.

आवेदन करने के लिए जरूरी है कि कैंडिडेट्स ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं पास की हो. इसके साथ ही उसके पास संबंधित क्षेत्र में डिप्लोमा भी होना चाहिए.

इन पद के लिए आयु सीमा 18 से 40 साल तय की गई है.

इन पद पर कैंडिडेट्स का सेलेक्शन लिखित परीक्षा और डॉक्यूमेंट वैरीफिकेशन के बेसिस पर होगा.

आवेदन करने के लिए सामान्य कैटेगरी के कैंडिडेट्स को 500 रुपये शुल्क देना होगा. वहीं आरक्षित श्रेणी के कैंडिडेट्स को शुल्क के रूप में 250 रुपये देने होंगे.

3.  सोने ने बनाया इतिहास, पहली बार सोना 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंचा

सोने के दाम पहली बार ऐतिहासिक लेवल 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार जा पहुंचा है. सोमवार 20 मार्च 2023 को एमसीएक्स(MCX) पर दिन के कारोबार के दौरान सोना 60,065 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड लेवल पर जा पहुंचा. शेयर बाजार और दूसरे कमोडिटी में निवेशकों की भारी बिकवाली के बाद निवेशक अपनी गाढ़ी निवेशक को सुरक्षित करने के लिए सोने में निवेश कर रहे है. सोने में बढ़ती खरीदारी के चलते सोना नए ऐतिहासिक रिकॉर्ड लेवल पर ट्रेड कर रहा है.  

60,418 रुपये पर सोना 

एमसीएक्स पर सोना सुबह 59,418 रुपये पर खुला था. लेकिन दिन बढ़ने के साथ सोना पहले 60,000 के पार गया फिर 60,418 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर जा पहुंचा. यानि आज के कारोबार में सोने के दामों में करीब 1000 रुपये प्रति 10 ग्राम का उछाल देखा जा रहा है. सोना ही नहीं बल्कि चांदी के दामों में भी तेजी देखी जा रही है. चांदी 69,000 रुपये किलो के पार जा पहुंचा है और फिलहाल 69,100 रुपये प्रति किलो पर ट्रेड कर रहा है. 

क्यों आया दामों में उछाल 

अमेरिका में सिलिकन वैली बैंक और सिंग्नेचर बैंक के क्राइसिस के बाद दिग्गज स्विक इंवेस्टमेंट बैंक क्रडिट सुइस में भी संकट देखने को मिला. बैंकिंग क्राइसिस के चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी बिकवाली देखी जा रही है जिसमें भारतीय बाजार भी शामिल है. निवेशक स्टॉक्स बेचकर सोना में निवेश बढ़ा रहे हैं.  

सोना है सुरक्षित निवेश!

मौजूदा वैश्विक हालात के मद्देनजर सोने में निवेश को सबसे सुरक्षित माना जा रहा है. अमेरिका में बॉन्ड रेट गिर रहा है तो डॉलर इंडेक्स में भी गिरावट है. वहीं 22 मार्च को अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को लेकर फैसला लेने वाला है जिसमें एक चौथाई फीसदी ब्याज दरें में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में सिक्योरिटिज मार्केट से निवेशक बेचकर निकल सकते हैं तो सोना में निवेश को बढ़ा सकते हैं. इन उम्मीदों के चलते भी सोने के दामों में तेजी देखी जा रही है. 

4. भारत पहुंचते ही राजघाट पहुंचे जापानी पीएम, महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा आज (20 मार्च) दो दिवसीय भारत दौरे पर आ गए हैं. दिल्ली पहुंचते ही जापानी पीएम सबसे पहले राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) ने राजघाट पर आगंतुक पुस्तिका पर अपने साइन किए और उन्हें महात्मा गांधी की जीवनी पर लिखी गई पुस्तकें भेंट की गई.

राजघाट से जापानी पीएम सीधे दिल्ली के हैदराबाद हाउस पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने उनका स्वागत किया. यहां दोनों पक्षों ने आपसी हित के द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर प्रतिनिधिमंडल स्तर पर चर्चा की.  G7 और G20 के अपने-अपने प्रेसीडेंसी के लिए अपनी प्राथमिकताओं पर भी चर्चा की.

PM बनते ही पहली विदेश यात्रा पर भारत आए थे फुमियो

किशिदा फुमियो अक्टूबर 2021 में जापान के प्रधानमंत्री बने थे. उनसे पहले योशीहिदे सुगा जापान के पीएम थे. किशिदा फुमियो ने प्रधानमंत्री बनते ही पहली विदेश यात्रा के लिए भारत को चुना था. वह 19 मार्च से 20 मार्च 2022 तक दो दिनों के लिए भारत दौरे पर आए थे. यहां पीएम मोदी के साथ उन्होंने 14वें भारत-जापान वार्षिक शिखर बैठक में हिस्सा लिया था. 

दिसंबर 2015 में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भारत की यात्रा की थी. तब से भारत और जापान की दोस्ती अपने उच्च पड़ाव पर पहुंचने लगी है. भारत और जापान के बीच दोस्ती का इतिहास लंबा है. जापान का भारत में निवेश आठ साल में दोगुना हो गया है. साल 2013 की तुलना में भारत में प्रत्यक्ष निवेश 2021 में दोगुना हो गया था. 2013 में प्रत्यक्ष निवेश 210 अरब येन था, जो 2021 में बढ़कर 410 अरब येन हो गया. 

5. अमृतपाल सिंह पर हेट स्पीच से लेकर अपहरण तक का केस दर्ज, लगा NSA, जानिए कब तक काटेगा जेल

वारिस पंजाब दे का चीफ और अलगाववादी नेता अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने की कोशिशें सोमवार (20 मार्च) को भी जारी हैं. इस बीच भगोड़े खालिस्तानी नेता के संगठन के एक वकील ने दावा किया है कि पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया है और उसका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है. वहीं, अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह ने सोमवार को पुलिस के आगे सरेंडर कर दिया.हालांकि, पुलिस का कहना है कि अमृतपाल सिंह अभी भी फरार है. पंजाब पुलिस ने अलगाववादी नेता के चार करीबियों को गिरफ्तार कर असम के डिब्रूगढ़ भेज दिया गया है. बताया जा रहा है कि इन लोगों के ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम यानी नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. आइए जानते हैं कि अब तक अमृतपाल सिंह पर कौन सी धाराओं में कितने केस दर्ज हुए हैं और इनमें क्या सजा मिल सकती है?

अजनाला कांड में दर्ज हुआ पहला मामला

आनंदपुर खालसा फोर्स के नाम से निजी सेना रखने वाले अमृतपाल सिंह के खिलाफ पहला मामला अजनाला कांड को लेकर दर्ज हुआ था. बीते महीने 23 फरवरी को पंजाब के अमृतसर स्थित अजनाला में अमृतपाल सिंह के समर्थकों और पुलिस के बीच भीषण झड़प हुई थी. अपने एक साथी लवप्रीत तूफान की रिहाई के लिए अमृतपाल अपनी पूरी फौज के साथ अजनाला थाने पहुंचा. इस दौरान अमृतपाल के समर्थकों ने जमकर हथियार और तलवारें लहराई थीं. 

इन लोगों ने बैरिकेड्स तोड़कर पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें करीब 6 जवान घायल हो गए थे. आखिरकार अजनाला पुलिस ने उपद्रवियों के आगे हार मानते हुए अमृतपाल के करीबी लवप्रीत को रिहा कर दिया था. अमृतपाल के खिलाफ पहला मामला इसी बवाल को लेकर दर्ज किया गया था. पुलिस ने अमृतपाल सिंह के ही एक पूर्व करीबी वरिंदर सिंह की शिकायत पर उसके खिलाफ आईपीसी की धाराओं 365, 379B, 323, 506, 148, 149 में मामला दर्ज किया था.

अजनाला कांड में क्या हो सकती है सजा

इस मामले में खालिस्तानी नेता समेत 6 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. आईपीसी की धारा 365 किडनैपिंग से जुड़ी है जिसमें सात साल तक की सजा और जुर्माना भी लगाया जा सकता है. आईपीसी की धारा 379बी चोट लगने या जान से मारने की नीयत से की गई चोरी से जुड़ी है, जिसमें 3 वर्ष कारावास या आर्थिक दंड या दोनों दिए जा सकते हैं. आईपीसी की धारा 323 में अगर कोई अपनी इच्छा से किसी को चोट या नुकसान पहुंचाता है, तो ऐसा करने पर उसे 1 साल तक की कैद या 1 हजार रुपये का जुर्माना या दोनों ही सजा दी जा सकती हैं. धारा 506 में किसी को आपराधिक धमकी देने पर 2 साल की कैद या जुर्माना या दोनों की सजा का प्रावधान है. 


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