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10 March 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The

 1.अग्निवीरों को BSF में मिलेगा 10% आरक्षण, आयु सीमा में भी होगी छूट 

केंद्र सरकार ने अग्निपथ स्कीम को बढ़ावा देने के लिए अधिकतम आयु सीमा में छूट के साथ सीमा सुरक्षा बल (BSF) में 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की है. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, यह घोषणा सीमा सुरक्षा बल, जनरल ड्यूटी कैडर (अराजपत्रित) भर्ती नियम, 2015 में संशोधन के बाद एक अधिसूचना के माध्यम से की गई थी और यह 9 मार्च से प्रभावी होगा.मंत्रालय ने कहा कि पूर्व-अग्निवर्स के पहले बैच के उम्मीदवारों के लिए ऊपरी आयु सीमा में 05 साल तक की छूट दी जाएगी, जबकि अन्य बैच के उम्मीदवारों के लिए यह सीमा तीन साल तक की छूट दी जाएगी. अधिसूचना में कहा गया है कि पूर्व अग्निधारियों को भी शारीरिक दक्षता परीक्षा से छूट दी जाएगी.

केंद्र ने पिछले साल 14 जून को सेना, नौसेना और वायु सेना में साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की शुरुआत की थी, जो मोटे तौर पर चार साल के अल्पकालिक अनुबंध के आधार पर थी. योजना के तहत भर्ती होने वालों को 'अग्नि‍वीर' के नाम से जाना जाएगा. चार साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद प्रत्येक बैच से 25 प्रतिशत भर्तियों को नियमित सेवा की पेशकश की जाएगी.

अग्निपथ योजना जारी करते समय गृह मंत्रालय ने घोषणा की थी कि पूर्व-अग्निवर्स के पहले बैच के लिए ऊपरी आयु सीमा में पांच साल तक और बाद के बैचों के लिए तीन साल तक की छूट दी जाएगी. इसके अलावा, पूर्व-अग्निवरों को शारीरिक दक्षता परीक्षा से छूट दी जाएगी. 

पैरामिलिट्री फोर्सेज में भर्ती के लिए उम्मीदवारों की आयु सीमा 18-23 वर्ष है. जो उम्मीदवार अग्निपथ योजना के तहत सशस्त्र बलों में शामिल होना चाहते हैं उनकी उम्र 21 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए और वे थल सेना या वायु सेना या नौसेना में बतौर अग्निवीर चार साल की सेवा के बाद 30 वर्ष की आयु तक बीएसएफ में भर्ती हो सकते हैं. हालांकि पहले बैच और बाकी बैचों के मामले में बीएसएफ में शामिल होने की अधिकतम आयु सीमा 28 साल तक होगी. अग्निवीरों को अर्धसैनिक बलों में समाहित करने का गृह मंत्रालय का फैसला महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे पूर्व-अग्नीवीरों को सेवानिवृत्ति की आयु तक रोजगार के अवसर प्राप्त करने में मदद मिलेगी. अर्धसैनिक बलों को भी लाभ होगा क्योंकि उन्हें 70,000 से अधिक रिक्तियों को भरने के लिए पहले से ट्रेंड अग्निवीर मिलेंगे.


2. H3N2 Influenza Virus से भारत में हुई दो मौतें

भारत में इन्फ्लुएंजा वायरस एच3एन2 ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है. वायरस से दो लोगों की मौत हो गई है. हरियाणा और कर्नाटक में एक-एक व्यक्ति ने अपनी जान गंवाई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्नाटक के हासन में 82 वर्षीय व्यक्ति देश में H3N2 की वजह मरने वाला पहला व्यक्ति है. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, किराए गौड़ा को 24 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 1 मार्च को उनकी मृत्यु हो गई. बताया जा रहा है कि उन्हें डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी थी.

देश में H3N2 वायरस के लगभग 90 मामले सामने आए हैं. एच1एन1 वायरस के भी आठ मामलों को दर्ज किया गया है. पिछले कुछ महीनों में देश में फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं. अधिकांश संक्रमण H3N2 वायरस के कारण ही रहा है, जिसे 'हांगकांग फ्लू' के नाम से भी जाना जाता है. यह वायरस देश में अन्य इन्फ्लुएंजा सब-वेरिएंट की तुलना में अधिक शक्तिशाली है.

कोरोना जैसे लक्षण

भारत में अब तक केवल H3N2 और H1N1 संक्रमण का पता चला है. इन दोनों में ही कोविड जैसे लक्षण हैं, जिसने दुनिया भर में लाखों लोगों को संक्रमित किया है. महामारी के दो साल बाद, बढ़ते फ्लू के मामलों ने लोगों में चिंता पैदा कर दी है. 

कैसे फैलता है ये वायरस?

विशेषज्ञों के अनुसार, दोनों ही वायरस अत्यधिक संक्रामक है और संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने और निकट संपर्क से फैलता है. डॉक्टरों ने नियमित रूप से हाथ धोने और मास्क लगाने की सलाह दी है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने नागरिकों से आग्रह किया है कि छींकने व खांसने के दौरान मुंह और नाक को ढकने की कोशिश करें. 

ऐसे करें बचाव

नियमित रूप से हाथ धोने और सार्वजनिक जगह पर हाथ मिलाने और थूकने से बचें.

आंख और नाक को छूने से बचें.

खांसते समय मुंह और नाक को कवर कर लें.

घर से बाहर निकलते वक्त मास्क का लगाना जरूरी है.

प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से बचें.

तरल पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें.

बॉडी पेन या बुखार होने पर पेरासिटामोल लें.

3. आधार को पैन से लिंक करना जरूरी क्यों, न करने पर क्या होगा, जानिए सभी सवालों के जवाब

आधार कार्ड आज कल हर छोटे -बड़े कामों के लिए जरूरी हो गया है. वहीं अब आपको अपने पैन से आधार कार्ड को भी लिंक कराने की जरूरत है. इसकी अंतिम तारीख 31 मार्च है. अगर आप तय समय में अपना पैन कार्ड आधार से लिंक नहीं कराते हैं तो आपका पैन कार्ड कैंसिल भी हो सकता है. वहीं तय तारीख के बाद आधार कार्ड से पैन कार्ड को लिंक करवाने पर 1000 रुपये का चार्ज भी देना पड़ेगा.

सेंटर बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (सीबीडीटी) ने सभी करदाताओं से 31 मार्च, 2023 तक अपने पैन कार्ड को आधार से जोड़ने के लिए कहा है. अगर ऐसा नहीं करते हैं तो आपका पैन 1 अप्रैल 2023 से निष्क्रिय हो जाएगा. बता दें कि सेक्यूरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने भी निवेशकों को पैन को आधार से जोड़ने के निर्देश दिए हैं.

सेबी का कहना है कि प्रतिभूति बाजार में लेनदेन जारी रखने के लिए ऐसा करना जरूरी है. लेकिन ऐसे में ये सवाल उठता है कि आखिर इसकी जरूरत क्यों पड़ी, पहले भी तो तमाम काम आधार के पैन कार्ड से बिना जुड़ा हुए हो ही रहे थे. दोनों कार्ड को जोड़ने के बाद क्या फायदा होगा. चलिए जानते हैं. 

पैन को आधार से लिंक करने के पीछे क्या तर्क है?

आयकर विभाग ने पैन को आधार से जोड़ने की घोषणा तब की जब ये जानकारी मिली कि एक व्यक्ति को कई पैन कार्ड आवंटित किए गए हैं या कई लोगों के पैन कार्ड का नंबर एक ही है. यानी आयकर विभाग ने ये फैसला पैन डेटाबेस में दोहराव को कम करने के लिए किया गया है. 

पैन को आधार से लिंक करने की जरूरत किसे है?

मार्च 2022 में सीबीडीटी की तरफ से जारी किए गए एक सर्कुलर के मुताबिक, 1 जुलाई 2017 तक जिन लोगों को पैन आवंटित किया गया है उन्हें अपना आधार कार्ड और पैन को जोड़ने की जरूरत है.  अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका पैन निष्क्रिय हो जाएगा. 

पैन को आधार से लिंक करने की जरूरत किसे नहीं है?

 80 साल और उससे ज्यादा की आयु के कोई भी व्यक्ति को पैन को आधार से लिंक करने की जरूरत नहीं है

वो लोग जो इनकम टैक्स नहीं भरने वालों की कैटेगरी में आते हैं

अगर आप भारत के नागरिक नहीं है

अगर पैन को आधार से लिंक नहीं किया गया तो क्या होगा?

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा है कि अगर कोई भी व्यक्ति अपने पैन को आधार से नहीं जोड़ता है तो पैन कार्ड बंद कर दिया जाएगा. पैन कार्ड के बंद होने या निष्क्रिय होने का मतलब है कि आप अपने पैन कार्ड का इस्तेमाल कहीं भी नहीं कर पाएंगे.  

अब इससे होने वाले नुकसान को समझिए 

पैन कार्ड निष्क्रिय हो जाएगा तो आपको आयकर रिटर्न दाखिल करने में दिक्कतें आएगी.

 रुके हुए  रिटर्न पर कार्रवाई भी नहीं की जाएगी.

 पैन के निष्क्रिय होने के बाद रिटर्न के मामले में लंबित कार्यवाही पूरी नहीं हो पाएगी. 

पैन निष्क्रिय होने से आपका टैक्स भी ज्यादा कटने की संभावना होगी.  

इसके अलावा व्यक्ति को बैंकों या किसी भी वित्तीय लेनदेन करने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि पैन लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केवाईसी  दस्तावेज है. 

सेबी ने निवेशकों के लिए पैन को आधार से जोड़ना क्यों जरूरी है

इसका सीधा सा जवाब ये है कि पैन शेयर बाजार में सभी लेनदेन के लिए एक जरूरी पहचान के तौर पर काम करता है साथ ही ये केवाईसी का भी हिस्सा है. इसलिए सभी मौजूदा निवेशकों को पहले अपने पैन को अपने आधार के साथ जोड़ना जरूरी है. ऐसा करने से निवेशकों को सिक्योरिटी मार्केट में ट्रांजैक्शन करने पर कोई दिक्कत नहीं होगी. इनकम टैक्स एक्ट 1961 के प्रावधान के तहत सभी लोगों को पैन-आधार लिंक कराना जरूरी है.  

अगर आप पेन को आधार से नहीं जोड़ते हैं म्यूचुअल फंड, स्टॉक और बैंक अकाउंट खुलवाने जैसे काम भी नहीं कर पाएंगे.

4. शी जिनपिंग तीसरी बार बनेंगे चीन के राष्ट्रपति

नेशनल पीपल्स कांग्रेस (NPC) की 14वीं बैठक में शी जिनपिंग (Xi Jinping) के तीसरी बार राष्ट्रपति बनने पर मुहर लग गई है जिससे उनकी ताकत और ज्यादा बढ़ जाएगी. शुक्रवार (10 मार्च) को उन्हें राष्ट्रपति के रूप में तीसरा कार्यकाल दिया गया. जारी बैठक में जिनपिंग ने चीनी सरकार और अर्थव्यवस्था पर पकड़ और मजबूत की है. 

दरअसल, चीन की संसद नेशनल पीपल्स कांग्रेस ने रविवार (5 मार्च) को अपनी सालाना बैठक की शुरुआत कर दी थी. यह बैठक हफ्तेभर से जारी है. इसमें 69 वर्षीय शी को कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा. उनकी जीरो-कोविड नीति को लेकर भी कई सवाल उठे. हालांकि, उन्होंने इन सबसे पार पा लिया है. सांसदों ने इन सब आरोपों के बजाय बीजिंग के विज्ञान मंत्रालय और तकनीकी क्षमताओं के व्यापक सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में शी जिनपिंग का कार्यकाल तीसरी बार बढ़ाया गया है. जिससे चीन में उनकी ताकत को और मजबूती मिलेगी. उनकाे राज्याभिषेक ने उन्हें आधुनिक चीन का सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाला राज्य प्रमुख बनने बना दिया है. इसका मतलब यह होगा कि शी अपने 70 के दशक में अच्छी तरह से शासन करेंगे और अगर कोई चुनौती सामने नहीं आती है तो उनका कार्यकाल और भी लंबे समय तक रहेगा. 

उनका तीसरा कार्यकाल ऐसे समय पर शुरू हो रहा है जब दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था धीमी गति से बढ़ रही है. हालांकि, इस बैठक में फैसला लिया गया है कि इस साल चीन अपनी रक्षा पर साल 2023 में 18 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगा. जो भारत के डिफेंस बजट से लगभग 3 गुना ज्यादा है. वहीं, 2023 के लिए चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ के टारगेट को 5 प्रतिशत रखा है. 

5. CUET UG 2023: बढ़ सकती है सीयूईटी यूजी के लिए आवेदन की आखिरी तारीख

सीयूईटी यूजी की तैयारी में जुटे उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण अपडेट। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) अंडर-ग्रेजुएट (UG) में सम्मिलित होने के लिए जरूरी पंजीकरण के लिए निर्धारित आखिरी तारीख को आगे बढ़ा जा सकता है। एनटीए द्वारा सीयूईटी यूजी 2023 के लिए फिलहाल आवेदन की अंतिम तिथि 12 मार्च निर्धारित की गई है। एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी से प्राप्त जानकारी के आधार पर साझा किए गए समाचार एजेंसी पीटीआइ के एक अपडेट के मुताबिक प्रवेश परीक्षा के लिए दाखिला लेने के इच्छुक विश्वविद्यालयों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है, जिसके कारण संभव है कि एनटीए सीयूईटी यूजी 2023 आवेदन की अंतिम तिथि को आगे बढ़ा सकता है।बता दें कि देश भर के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ-साथ भाग ले रही राज्य विश्वविद्यालयों, डीम्ड व निजी विश्वविद्यालयों और इन सभी से सम्बद्ध व घटक महाविद्यालयों व अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रमों में वर्ष 2023-24 के दौरान दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा सीयूईटी यूजी 2023 का आयोजन एनटीए द्वारा किया जाना है। इस परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 9 फरवरी को शुरू हुई थी और आखिरी तारीख इस रविवार यानि 12 मार्च 2023 को समाप्त हो रही है। आवेदन के इच्छुक उम्मीदवार एनटीए द्वारा इस परीक्षा के लिए बनाई गई आधिकारिक वेबसाइट, cuet.samarth.ac.in पर उपलब्ध कराए जाने वाले ऑनलाइन अप्लीकेशन फॉर्म के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

दूसरी तरफ, सीयूईटी यूजी 2023 के लिए एनटीए के अधिकारी ने जानकारी साझा की कि कम से कम 168 विश्वविद्यालयों से इस संयुक्त प्रवेश परीक्षा से दाखिले लेने के लिए समहति दी है। इस संख्या में 44 केंद्रीय विश्वविद्यालय, 31 राज्य विश्वविद्यालय, 27 डीम्ड विश्वविद्यालय और 66 निजी विश्वविद्यालय शामिल हैं। अभी और विश्वविद्यालयों द्वारा सहमति को लेकर चल रही प्रक्रिया के चलते संभावना जताई गई है कि एनटीए सीयूईटी यूजी 2023 अप्लीकेशन डेट बढ़ा सकता है।


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