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18 June 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1.आईआईटी प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड के परिणाम घोषित, वाविलला रेड्डी ने किया टॉप



हैदराबाद जोन के वाविलला चिदविलास रेड्डी ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में दाखिले के लिए आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड में शीर्ष स्थान हासिल किया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जेईई-एडवांस्ड परीक्षा के नतीजे रविवार को घोषित किए गए. इस साल परीक्षा का आयोजन करने वाले आईआईटी गुवाहाटी के अनुसार, रेड्डी ने 360 अंकों में से 341 अंक हासिल किए.अधिकारियों के मुताबिक, आईआईटी हैदराबाद जोन की ही नयाकांति नगा भव्या श्री 298 अंक प्राप्त कर लड़कियों में शीर्ष स्थान पर रहीं.

आईआईटी गुवाहाटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "आईआईटी-जेईई एडवांस्ड के दोनों पत्रों की परीक्षा में कुल 1,80,372 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इनमें से 36,204 लड़कों और 7,509 लड़कियों ने जेईई एडवांस्ड 2023 की परीक्षा उत्तीर्ण की."देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन, जेईई-एडवांस्ड के लिए योग्यता परीक्षा है. यह परीक्षा चार जून को आयोजित की गई थी.

2.Adipurush पर चौतरफा घिरने के बाद मेकर्स का यू टर्न, बदले जाएंगे फिल्म के डायलॉग, मनोज मुंतशिर ने कही ये बात

फिल्म आदिपुरुष (Adipurush) को लेकर हर ओर विवाद जारी है। एक ओर यह फिल्म सिनेमाघरों में अच्छा कलेक्शन कर रही है, तो दूसरी ओर इस मूवी के संवाद को लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे। भगवान हनुमान के किरदार में दिखे देवदत्त नागे ने टपोरी भाषा के डायलॉग 'जलेगी तेरे बाप की' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है।

धार्मिक प्रवृत्ति की फिल्म में ऐसे डायलॉग को सुनने के बाद मनोज मुंतशिर को खूब ट्रोल किया गया, जिन्होंने ये डायलॉग लिए हैं। अब 'आदिपुरुष' को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है।

बदले जाएंगे डॉयलॉग

मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) ने बताया कि फिल्म के विवादित डायलॉग बदले जाएंगे। उन्होंने ट्विटर और इंस्टाग्राम पर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ''रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना। सही या गलत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है।

आदिपुरुष में 4000 से भी ज़्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएं आहत हुईं। उन सैकड़ों पंक्तियों में जहाँ श्री राम का यशगान किया, माँ सीता के सतीत्व का वर्णन किया, उनके लिए प्रशंसा भी मिलनी थी, जो पता नहीं क्यों मिली नहीं।''

लिखे गए अशोभनीय शब्द

उन्होंने आगे लिखा, ''मेरे ही भाइयों ने मेरे लिये सोशल मीडिया पर अशोभनीय शब्द लिखे, वही मेरे अपने, जिनकी पूज्य माताओं के लिए मैंने टीवी पर अनेकों बार कवितायें पढ़ीं, उन्होंने मेरी ही माँ को अभद्र शब्दों से संबोधित किया। मैं सोचता रहा, मतभेद तो हो सकता है, लेकिन मेरे भाइयों में अचानक इतनी कड़वाहट कहाँ से आ गई कि वो श्री राम का दर्शन भूल गये जो हर माँ को अपनी माँ मानते थे। शबरी के चरणों में ऐसे बैठे, जैसे कौशल्या के चरणों में बैठे हों। हो सकता है, 3 घंटे की फिल्म में मैंने 3 मिनट कुछ आपकी कल्पना से अलग लिख दिया हो, लेकिन आपने मेरे मस्तक पर सनातन-द्रोही लिखने में इतनी जल्दबाजी क्यों की, मैं जान नहीं पाया।''

सनातन पर कही ये बात

मनोज मुंतशिर ने सनातन धर्म के संदर्भ में ट्वीट में आगे लिखा, ''क्या आपने ‘जय श्री राम’ गीत नहीं सुना, ‘शिवोहम’ नहीं सुना, ‘राम सिया राम’ नहीं सुना? आदिपुरुष में सनातन की ये स्तुतियाँ भी तो मेरी ही लेखनी से जन्मी हैं। ‘तेरी मिट्टी’ और ‘देश मेरे ’भी तो मैंने ही लिखा है। मुझे आपसे कोई शिकायत नहीं है, आप मेरे अपने थे, हैं और रहेंगे। हम एक दूसरे के विरुद्ध खड़े हो गये तो सनातन हार जायेगा। हमने आदिपुरुष सनातन सेवा के लिए बनायी है, जो आप भारी संख्या में देख रहे हैं और मुझे विश्वास है आगे भी देखेंगे।''

3.RBI Clarification: 500 रुपये के नोट सिस्टम से गायब होने की खबरों का RBI ने किया खंडन, जानिए क्या कहा

देश के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक ने बाजार से 500 रुपये के नोट गायब होने की खबरों का खंडन किया है और इस पर स्पष्टीकरण जारी किया है. आरबीआई ने कल एक प्रेस रिलीज के जरिए कहा है कि उसके सिस्टम से 88,032.5 करोड़ रुपये के नोट गायब होने की खबर गलत है. ऐसा आरटीआई से मिली सूचना की गलत व्याख्या के कारण हुआ है. आरबीआई ने कहा की आरटीआई के तहत देश की तीन प्रिंटिंग प्रेस से 500 रुपये के नोटों को लेकर जो जानकारी दी गई, उसका अर्थ गलत निकाला गया है.

500 रुपये के नोट गायब होने की खबर आई थी कल

कल कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये खबर थी कि सूचना का अधिकार यानी आरटीआई के तहत मनोरंजन रॉय ने कुछ सवाल पूछे थे और इसके जवाब में कहा गया कि नए डिजाइन वाले 500 रुपये के लाखों नोट गायब हुए हैं, उनकी वैल्यू 88,032.5 करोड़ रुपये है. मिली जानकारी के मुताबिक देश के तीन छापेखानों ने मिलकर नए डिजाइन वाले 500 रुपये के 8810.65 करोड़ नोट छापे, लेकिन रिजर्व बैंक को इनमें से 726 करोड़ नोट ही मिले. कुल मिलाकर 500 रुपये के 1760.65 करोड़ नोट गायब हुए, जिनकी वैल्यू 88,032.5 करोड़ रुपये है.

RBI ने क्या कहा

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपने प्रेस रिलीज और ट्विटर पर किए गए पोस्ट में कहा है कि आरबीआई को इस बात की जानकारी मिली है कि कई मीडिया रिपोर्ट्स में जो 500 रुपये के नोट सिस्टम से गायब होने की खबर चल रही है-वो गलत है.  प्रिटिंग प्रेस से मिली जानकारी को गलत तरीके से समझा गया है और ये जानना जरूरी है कि जो भी नोट प्रिंटिंग प्रेस में छपते हैं वो पूरी तरह सिक्योर होते हैं. आरबीआई की ओर से पूरे प्रोटोकॉल के साथ इन बैंक नोट्स के प्रोडक्शन, स्टोरेज और डिस्ट्रीब्यूशन की मॉनिटरिंग की जाती है और इसके लिए मजबूत सिस्टम बना हुआ है.

आरबीआई की ओर से जारी प्रेस रिलीज में बैंक के चीफ जनरल मैनेजर योगश्वर दयाल की तरफ से लिखा गया है कि इस तरह की किसी भी जानकारी के लिए सभी आरबीआई द्वारा प्रकाशित सूचना पर ही भरोसा करें. 

4. महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में 5 महीने में 391 किसानों ने की आत्महत्या, हर रोज 3 किसान लगा रहे मौत को गले


महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में किसानों की आत्महत्या के मामले थम नहीं रहे हैं. अब एक चौंकाने वाला आंकड़ा आया है कि हर दिन औसतन तीन किसान अपनी जान दे रहे हैं. पिछले पांच महीनों में मराठवाड़ा में 391 किसानों ने आत्महत्या कर ली है. 

मराठवाड़ा में पिछले कुछ दिनों से किसानों की आत्महत्या के मामले में इजाफा हुआ है. किसानों की आत्महत्या के सबसे ज्यादा मामले बीड जिले से आए हैं. बीड में 98 किसानों ने इस महीने अपनी जान ले ली. इसके बाद धाराशिव जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां पर 80 किसानों की आत्महत्या के मामले दर्ज किए गए हैं. हिंगोली में सबसे कम 13 किसानों ने अपनी जान दी है.

किस जिले में कितनी आत्महत्याएं?

 छत्रपति संभाजीनगर- 50

 जालना- 25

 परभणी- 32

 हिंगोली- 13

 नांदेड़- 65

 बीड- 98

 लातूर- 28

 धाराशिव- 80

बीते साल 1023 किसानों ने दी थी जान

मराठवाड़ा का मराठवाड़ा क्षेत्र का रिकॉर्ड किसानों के लिहाज से बीते कई सालों से खराब रहा है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मराठवाड़ा में साल 2022 में 1023 किसानों ने अपनी जान ले ली थी. इसी साल जनवरी में औरंगाबाद के डिवीजनल कमिश्रनर कार्यालय ने ये जानकारी दी थी. डिवीजनल कमिश्नर ने बताया था कि 2001 से 2022 के दौरान क्षेत्र में 14431 किसान खुदकुशी कर चुके हैं. इनमें 7605 किसानों का सरकारी सहायता मिली थी.

2011 से 2020 के बीच किसानों की आत्महत्या के सबसे ज्यादा मामले 2015 में आए थे, जब 1133 किसानों ने आत्महत्या की थी. 2006 में 379 किसानों ने आत्महत्या की थी, जो 2001 से 2010 के दौरान सबसे ज्यादा संख्या थी.

किसानों के लिए काम करने वाले एक्टिविस्टों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में इस इलाके में सूखे की स्थिति रही है, जिसने किसानों की समस्या बढ़ा दी है. साथ ही क्षेत्र में सिंचाई नेटवर्क के पूरी क्षमता से इस्तेमाल न होने की बात भी कही है.

5.‘ये अमृतकाल है?’ रोजगार के मुद्दे पर राहुल गांधी का हमला, कहा- 2 लाख से ज्यादा नौकरियां खत्म कर दीं


 

रोजगार के मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला किया है. उन्होंने पीएसयू क्षेत्र में रोजगार के अवसर कम होने को लेकर एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने देश में सरकार पर रोजगार घटने का आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ट्वीट करते हुए कहा, "पीएसयू भारत की शान हुआ करते थे और रोज़गार के लिए हर युवा का सपना हुआ करते थे. मगर, आज ये सरकार की प्राथमिकता नहीं हैं. देश के पीएसयू में रोज़गार, 2014 में 16.9 लाख से कम हो कर 2022 में मात्र 14.6 लाख रह गए हैं. क्या एक प्रगतिशील देश में रोज़गार घटते हैं?" उन्होंने आगे लिखा, "बीएसएनएल में 1,81,127 रोज़गार घटे, SAIL में 61,928, MTNL में 34,997, SECL में 29,140, FCI में 28,063, ONGC में 21,120. हर साल 2 करोड़ रोज़गार का झूठा वादा करने वालों ने नौकरियां बढ़ाने की जगह 2 लाख से ज़्यादा खत्म कर दीं!"मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर राहुल गांधी का बीजेपी पर हमला


इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा को लेकर बीजेपी को निशाने पर लिया था. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था, ''बीजेपी की नफरत की राजनीति ने मणिपुर को 40 से ज्यादा दिनों तक जलाए रखा, जिसमें सौ से ज्यादा लोग मारे गए. प्रधानमंत्री ने भारत को विफल कर दिया है और पूरी तरह चुप हैं. हिंसा के इस चक्र को खत्म करने और शांति बहाल करने के लिए राज्य में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजा जाना चाहिए.'' राहुल ने आगे लिखा, ''आइये इस 'नफरत के बाजार' को बंद करें और मणिपुर में हर दिल में 'मोहब्बत की दुकान' खोलें.''

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