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31 May 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1. ये हैं देश के टॉप 10 Medical Colleges

नीट यूजी परीक्षा में शामिल हो चुके कैंडिडेट्स इस वक्त से नतीजों की राह देख रहे हैं। संभावना भी है कि जल्द ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी, NTA प्रोविजनल आंसर-की और फिर नतीजों की घोषणा कर देगा। वहीं, नतीजों से पहले हम बताने जा रहे हैं कि देश के टॉप 10 मेडिकल कॉलेज कौन से हैं। इसके अलावा, एम्स दिल्ली सहित अन्य संस्थानों में दाखिले के लिए कितनी फीस देनी पड़ती है तो आइए डालते हैं एक नजर।

Top 10 Medical Colleges: ये हैं देश के टॉप 10 मेडिकल कॉलेज

1.एम्स दिल्ली, नई दिल्ली


2. पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़


3. क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर


4. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज, बेंगलुरू


5. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी


6. जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ़ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पाण्डुचेरी


7. संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ


8. अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयम्बटूर


9. श्री चित्रा तिरुनाल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, तिरुवनंतपुरम


10. कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल


नोट- मेडिकल कॉलेजों की यह रैंकिंग एनआईआरएफ के अनुसार है। नेशनल Institutional रैंकिंग फ्रेमवर्क भारतीय रैंकिंग संगठन है। यह विभिन्न पैमानों पर पर विभिन्न संस्थानों को रेट करती है। जिसमें शीर्ष विश्वविद्यालयों सहित इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट आदि श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ संस्थानों को शामिल किया जाता है।

एम्स दिल्ली

एम्सी दिल्ली संस्थान में दाखिले के लिए स्टूडेंट्स को 1628 रुपये फीस देनी होती है। वहीं, हॉस्टल के लिए स्टूडेंट्स को 990 रुपये फीस देनी होती है। इसके अलावा, इलेक्ट्रिसिटी चार्ज सहित अन्य फीस मिलाकर कुल 4228 रुपये देने होंगे।

पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़

पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़ की बात करें तो यहां एमबीबीएस पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सामान्य उम्मीदवारों को के लिए 24,979 रुपये है और एससी अभ्यर्थियों के लिए उम्मीदवारों को 19,879 रुपये फीस देनी होगी। इसके अलावा, अन्य खर्चे भी शामिल हो सकते हैं। इसलिए फीस से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना चाहिए। 

2. 30 जुलाई को होगा फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट जून एग्जाम, आवेदन आज से शुरू, ये है लास्ट डेट

फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (FMGE) जून परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया आज से शुरू कर दी है। नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) की ओर से जारी सूचना के अनुसार, FMGE जून 2023 परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया आज 31 मई, 2023 से शुरू हो रही है। वहीं, इस एग्जाम के लिए आवेदन करने की लास्ट डेट 20 जून, 2023 है। वहीं, परीक्षा का आयोजन 30 जुलाई को होगा। इसके बाद नतीजों का एलान कर दिया जाएगा। जारी आधिकारिक सूचना में कहा गया है कि परीक्षा से संबंधित किसी भी प्रश्न के दिए, उम्मीदवार एनबीईएमएस केयर सपोर्ट 022 - 61087595 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, आवेदन लॉगइन पेज के तहत हेल्पडेस्क को भी लिख सकते हैं। उम्मीदवारों की सहूलियत के लिए नीचे आसान स्टेप्स दिए गए हैं, जिनको फॉलो करके उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। 

FMGE June 2023: फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन जून परीक्षा के लिए ऐसे करें आवेदन 

फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन जून परीक्षा के लिए सबसे पहले उम्मीदवारों को NBEMS की आधिकारिक वेबसाइट natboard.edu.in या nbe.edu.in पर जाएं। अब परीक्षा टैब के तहत, स्क्रीनिंग टेस्ट सेक्शन से एफएमजीई पर क्लिक करें। अब पेज को FMGE लिंक पर पुनर्निर्देशित किया जाएगा। अब, 2023 विकल्प के तहत आवेदन फॉर्म लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद लिंक 31 मई को दोपहर 3 बजे सक्रिय हो जाएगा।

अब एक बार सक्रिय होने के बाद, उम्मीदवारों को मूल विवरण दर्ज करना होगा और पंजीकरण करना होगा।पासवर्ड जनरेट करने के बाद फिर से लॉग इन करें और आवेदन पत्र भरें। अब निर्धारित प्रारूप के अनुसार आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें। इसके बाद दर्ज किए गए विवरणों की समीक्षा करें और एफएमजीई आवेदन पत्र जमा करें।

3. GDP Growth Rate: आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी के पार, जारी हुए जीडीपी के आंकड़े

भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) ने प्रतिकूल वैश्विक हालातों के बाद भी पिछले वित्त वर्ष में शानदार प्रदर्शन किया. बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार जीडीपी की ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) अनुमानों से बेहतर रही. आंकड़ों के अनुसार, मार्च तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने 6.1 फीसदी की दर से वृद्धि की, जबकि पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7.2 फीसदी रही.

इतनी बढ़ी जीडीपी की रफ्तार

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने बुधवार की शाम में जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) के आधिकारिक आंकड़ों को जारी किया. आंकड़ों के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था ने मार्च तिमाही के दौरान शानदार प्रदर्शन किया. जीडीपी की ग्रोथ रेट इससे पहले दिसंबर तिमाही के दौरान 4.5 फीसदी की रही थी.

इतनी है प्रति व्यक्ति जीडीपी

मार्च तिमाही में लगभग सभी सेक्टर ने अच्छा प्रदर्शन किया. कृषि क्षेत्र में में जहां 5.5 फीसदी की दर से वृद्धि दर्ज की गई, वहीं यह दर विनिर्माण क्षेत्र के लिए 4.5 फीसदी रही. इस दौरान निर्माण क्षेत्र ने 10.4 फीसदी की शानदार दर से वृद्धि की. आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 1,96,983 रुपये रही. आने वाले महीनों में आर्थिक वृद्धि की रफ्तार और तेज होने की उम्मीद है. एनएसओ का अनुमान है कि अप्रैल-जून 2023 तिमाही में वृद्धि दर 13.1 फीसदी रह सकती है. हालांकि पहले इस अवधि में 13.2 फीसदी से वृद्धि करने का अनुमान था. वहीं जुलाई-सितंबर 2023 के दौरान वृद्धि दर 6.2 फीसदी रह सकती है.

सरकार ने जताई थी ये उम्मीद

भारतीय अर्थव्यवस्था से प्रतिकूल हालातों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी. फरवरी 2023 में जारी फिस्कल पॉलिसी स्टेटमेंट (Fiscal Policy Statement) में कहा गया था कि वित्त वर्ष 2022-23 में नॉमिनल जीडीपी की ग्रोथ रेट (Nominal GDP Growth Rate) सालाना आधार पर 15.4 फीसदी रह सकती है. साल भर पहले यानी 2021-22 में नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ रेट 19.5 फीसदी रही थी. वहीं रियल जीडीपी ग्रोथ रेट (Real GDP Growth Rate) के 7 फीसदी रहने का अनुमान था, जो साल भर पहले 8.7 फीसदी रही थी.

4. अहमदनगर का नाम बदलकर अहिल्या बाई होलकर रखा गया, CM शिंदे ने किया एलान

महाराष्ट्र के अहमद नगर जिले को अब अहिल्याबाई होलकर के नाम से जाना जाएगा. सीएम एकनाथ शिंदे ने जिले के नाम को बदलने का बुधवार को एलान किया. बुधवार (31 मई) को अहिल्याबाई होलकर की जयंती है. इसी मौके पर सीएम शिंदे ने जिले के नाम को बदलने का एलान कर दिया. जिले का नाम बदलने की मांग लगातार की जा रही थी. बुधवार को सीएम शिंदे अहिल्याबाई के जन्म स्थल पहुंचे. उनके साथ डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे. हाल ही में औरंगाबाद का नाम बदलकर 'छत्रपति संभाजीनगर' और उस्मानाबाद का नाम बदलकर 'धाराशिव' किया गया था.

बता दें कि इंदौर हवाईअड्डे का नाम 'देवी अहिल्याबाई होलकर हवाईअड्डा' रखा गया है, उनके नाम पर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र (सोलापुर) में दो विश्वविद्यालयों का नाम रखा गया है. उनकी स्मृति में कई सड़कों, इमारतों, सार्वजनिक स्थानों का नामकरण किया गया है.

कौन थीं अहिल्याबाई होलकर?

अहिल्यादेवी होलकर (1725-1795) का जन्म अहमदनगर जिले के चौंडी गांव में एक मराठी परिवार में हुआ था और बाद में मालवा राज्य की रानी बन गईं (1767 से उनकी मृत्यु तक). बचपन से ही उनके भीतर लोगों की मदद करने की ललक थी. गम उम्र में उनकी शादी खंडेराव के साथ कर दी गई. 1733 में उनकी शादी हुई थी. 1754 में खंडेराव युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए. बाद में अहिल्यादेवी को होलकर साम्राज्य की कमान सौंप दी गई. उन्हे भारत के इतिहास के सर्वश्रेष्ठ रानियों में से एक माना जाता है. देश के अलग-अलग हिस्सों में कई धर्मशालाएं बनाने का श्रेय अहिल्या बाई होलकर को जाता है. 13 अगस्त 1795 में उन्होंने आखिरी सांस ली.

अहिल्याबाई होलकर को देशभर के नेताओं ने किया याद

अहिल्याबाई की जयंती के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित देशभर के नेताओं ने उन्हें याद किया. पीएम मोदी ने राजस्थान के पुष्कर की रैली में कहा, "आज ही देवी अहिल्याबाई होलकर जी की जन्म जयंती भी है. राष्ट्र निर्माण के कार्यों के लिए देश के लोगों को कर्तव्यपथ की दिशा दिखाने के लिए देवी अहिल्या जी को देश हमेशा याद रखेगा. मैं देवी अहिल्याबाई होल्कर जी को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं."

5. राहुल गांधी के कार्यक्रम में लहराए गए खालिस्तानी झंडे, BJP बोली- अब भी जल रही नफरत की आग

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेरिका दौरे के दौरान उनके कार्यक्रम में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा नारेबाजी की गई। बता दें कि जब राहुल गांधी प्रवासी भारतीयों को संबोधित कर रहे थे, तभी कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने उनके कार्यक्रम में नारेबाजी शुरू कर दी। यहीं नहीं उन्होंने वहां खालिस्तानी झंडा भी फहराया।खालिस्तानी समर्थकों ने राहुल के कार्यक्रम में किया हंगामा

दरअसल, राहुल गांधी अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। तभी वहां मौजूद दर्शकों में से कुछ लोगों ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के संबंध में उनके और गांधी परिवार के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए। हालांकि, नारेबाजी के जवाब में राहुल गांधी मुस्कुराए और कहा कि 'नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान का स्वागत है।'

राहुल गांधी ने लगाए 'भारत जोड़ो' के नारे

इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो के नारे लगाए। राहुल ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि कांग्रेस पार्टी के बारे में दिलचस्प बात यह है कि हमें हर किसी से प्यार है। अगर कोई आकर कुछ कहना चाहे, तो हमें उनकी बात सुनने में खुशी होती है। राहुल ने आगे कहा कि हम नाराज नहीं होंगे, हम आक्रामक नहीं होंगे। हम इसे अच्छी तरह से सुनेंगे। वास्तव में हम उनसे प्रेम करेंगे क्योंकि यही हमारा स्वभाव है।

अमित मालवीय बोले- नफरत की आग, अब तक नहीं बुझी

वहीं, बीजेपी नेता बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इस घटना से जुड़ा एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि अमेरिका में राहुल गांधी के कार्यक्रम के दौरान 1984 के सिख नरसंहार को लेकर हंगामा किया, जो कांग्रेस द्वारा फैलाया गया था। ऐसी नफरत की आग लगाई थी, जो अब तक नहीं बुझी।

अमित मालवीय के ट्वीट पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने पलटवार किया। उन्होंने अमित मालवीय से पूछा कि वह राहुल गांधी का विरोध करने के लिए खालिस्तान समर्थक तत्वों का समर्थन क्यों कर रहे हैं। अगर आपने आगे सुना होता तो आपको पता चलता कि उन खालिस्तानी नारों का जवाब देने के लिए लोगों ने भारत जोड़ो का नारा कैसे लगाया गया। आप भी तिरंगा उठाएं और कहें 'भारत जोड़ो'। यकीन मानिए आपके जैसा देशद्रोही भी अच्छा महसूस करेगा।


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