Breaking News

2 May 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1. फिल्म द केरला स्टोरी के खिलाफ जमीयत उलेमा ए हिंद भी पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, क्या कुछ की मांग?

फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ के खिलाफ जमीयत उलेमा ए हिंद ने मंगलवार (2 मई) को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की. जमीयत उलेमा ए हिंद ने याचिका में शुक्रवार (5 मई) को मूवी की रिलीज को रोकने की मांग की है. इसमें कहा गया कि मूवी में से विवादित सीन हटाने और फिल्म को काल्पनिक कहानी बताने का डिस्क्लेमर लगाने पर ही इसे रिलीज किया जाए. 



जमीयत उलेमा ए हिंद ने आरोप लगाया कि फिल्म 'द केरला स्टोरी' मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने वाली है. इससे मुसलमानों के जीवन और आजीविका को खतरा होगा. साथ ही दावा किया कि ऐसे में यह सम्मान से जीने के अधिकार का उल्लंघन है.

सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ था?

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म 'द केरला स्टोरी' की रिलीज पर रोक लगाने के अनुरोध वाली याचिका पर सुनवाई से मंगलवार (2 मई) को ही मना किया. इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और वकील निजाम पाशा ने जस्टिस के एम जोसफ और न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना की पीठ को बताया कि मूवी के ट्रेलर को एक करोड़ 60 लाख बार देखा गया है. यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज हो रही है. वकील पाशा ने कहा, ‘‘ यह फिल्म घृणा फैलाने वाले भाषण का सबसे बदतर उदाहरण है. विशुद्ध तौर पर यह ऑडियो विजुअल दुष्प्रचार है.

क्या दलील दी गई थी?

बेंच ने अपनी टिप्पणी में कहा, ‘‘घृणा भाषण भी कई प्रकार के होते हैं. इस फिल्म को प्रमाणपत्र मिला है और बोर्ड ने इसे मंजूरी दी है. यह ऐसा नहीं है कि कोई व्यक्ति मंच पर चढ़ गया और अनाप-शनाप भाषणबाजी करने लगा. अगर आपको फिल्म की रिलीज को चुनौती देनी है तो आपको प्रमाणपत्र को चुनौती देनी चाहिए और वह भी उचित मंच के माध्यम से.

इस पर वकील सिब्बल ने कहा कि जो जरूरी होगा, वह सब करेंगे.  जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि याचिकाकर्ता को पहले हाई कोर्ट जाना चाहिए. इस पर वकील पाशा ने कहा कि फिल्म शुक्रवार को रिलीज होने वाली है, ऐसे में वक्त नहीं है.  पीठ ने कहा, ‘‘यह कोई आधार नहीं है. ऐसे तो हर कोई सुप्रीम कोर्ट आने लगेगा. 

2. विराट ने जूता दिखाकर नवीन उल-हक पर की स्लेजिंग, कोहली-गंभीर पर जुर्माना 

लखनऊ में IPL के मैच में विराट कोहली और गौतम गंभीर की टसल एक बार फिर देखने को मिली। दोनों एक दूसरे के सामने आ गए। 5 मिनट तक तीखी नोक-झोंक होती रही। मामला इतना बढ़ गया कि LSG के कप्तान केएल राहुल और सीनियर खिलाड़ी अमित मिश्रा को बीच बचाव करना पड़ा। इसके बाद भी कोहली और गंभीर एक-दूसरे से नाराज दिखे। इससे पहले 2013 में भी दोनों में तीखी बहस हुई थी।

मैच के दौरान विराट ने जूता दिखाकर नवीन उल--हक पर स्लेजिंग भी की। इस विवाद के बाद LSG के मेंटर गौतम गंभीर और RCB के पूर्व कप्तान विराट कोहली पर IPL कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन करने पर मैच फीस का 100% जुर्माना लगाया गया। LSG के गेंदबाज नवीन-उल-हक पर भी मैच फीस का 50% जुर्माना लगाया गया। कोहली और नवीन ने अपनी गलती मान ली है।

इस मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने लखनऊ सुपरजायंट्स को 18 रन से हरा दिया।

कोहली ने दी सफाई, कहा- ना तथ्य, ना ही सत्य

विराट ने मैच के बाद इंस्टाग्राम पर सफाई दी। कहा, 'जो भी कुछ हम सुनते हैं, वे विचार होते हैं, तथ्य नहीं। हम जो कुछ भी देखते हैं वह एक दृष्टिकोण है, सत्य नहीं।"

वे 3 पल, जिसकी वजह से झगड़ा हुआ

चौथे ओवर में विराट ने सीना ठोका, इशारा किया: लखनऊ की टीम बल्लेबाजी कर रही थी। मैच का चौथा ओवर था। क्रुणाल पंडया और आयुष बदोनी बल्लेबाजी कर रहे थे। ग्लेन मैक्सवेल की तीसरी गेंद पर पंड्या ने लॉन्ग पर शॉट मारा। उधर, विराट ने कैच लपका लिया। इसका जश्न मनाते हुए विराट ने स्टैंड्स की तरफ देखकर अपना सीना ठोका। इसके बाद मुंह पर उंगली रखकर इशारा किया। डगआउट में बैठे गौतम ये सब देख रहे थे।

17वें ओवर में जब विराट दौड़ते आए: लखनऊ की पारी के 17वें ओवर में विराट स्टंप के पीछे से दौड़ते हुए आए और नवीन उल-हक को देखकर कुछ इशारा किया। इस पर नवीन भी उनके करीब आ गए और दोनों में बहस शुरू हो गई। आरसीबी के दिनेश कार्तिक और अंपायर ने आकर दोनों को अलग किया। इसी दौरान विराट ने जूता दिखाकर नवीन पर स्लेजिंग की।

मैच के बाद नवीन-विराट हाथ मिला रहे थे: मैच खत्म होने के बाद लखनऊ और बेंगलुरु के खिलाड़ी जब हाथ मिला रहे थे। इस दौरान नवीन-उल-हक और विराट के बीच बहस शुरू हो गई।RCB के खिलाड़ी विराट को लेकर चले गए। विराट फिर लखनऊ के ऑलराउंडर काइल मेयर्स के साथ बातचीत करने लगे। तभी गंभीर ने आकर मेयर्स को अपने साथ लेकर जाने लगे। उसी दौरान गंभीर कुछ-कुछ कहने लगे। कोहली ने जवाब दिया। बहस बढ़ गई और दोनों खिलाड़ी भिड़ गए। अंपायर और सीनियर्स खिलाड़ी अमित मिश्रा और लखनऊ कोचिंग स्टाफ के सदस्य विजय दहिया ने बीच-बचाव किया।बेंगलुरु में गौतम ने मुंह पर उंगली रखकर चुप रहने का इशारा किया था

10 अप्रैल को लखनऊ सुपर जायंट्स ने इस सीजन के 15वें मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु को उसके घर में जाकर हराया था। एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर आरसीबी ने 212 रन बनाए थे। मैच की आखिरी गेंद पर लखनऊ ने लक्ष्य हासिल कर लिया था। इस जीत के बाद लखनऊ के मेंटर गौतम गंभीर ने आरसीबी के फैंस की तरफ मुंह पर उंगली रखकर चुप रहने का इशारा किया था।दस साल पहले यानी 2013 में हुए IPLके छठे सीजन के मैच के बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच ग्राउंड पर नोंक झोंक हुई थी। तब विराट कोहली आरसीबी में ही थे, जबकि गौतम गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान थे।

कभी गौतम ने अपना मैन ऑफ द मैच विराट को दिया था

2009 में गौतम गंभीर ने अपना मैन ऑफ द मैच विराट को दे दिया था। दरअसल, श्रीलंका के खिलाफ मैच था। गौतम ने 150 रनों की पारी खेली थी और उनको मैन ऑफ द मैच चुना गया था। इस मैच में विराट ने अपने करिअर का पहला शतक बनाया था। गंभीर ने अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान आगे आकर विराट को यह अवॉर्ड सौंप दिया।

3.  पहलवानों का प्रदर्शन हो गया 'हाईजैक'! क्यों हो रही है शाहीन बाग और किसान आंदोलन से तुलना...

भारतीय कुश्ती संघ के चीफ और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पहलवानों का प्रदर्शन जंतर-मंतर पर जारी है. इस बीच बृजभूषण शरण सिंह ने सोमवार (1 मई) को इस आंदोलन को शाहीन बाग और किसान आंदोलन से जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि 'टुकड़े-टुकड़े गैंग, शाहीन बाग, किसान आंदोलन में शामिल ताकतें इसमें (पहलवानों के विरोध) में शामिल लगती हैं, मैं उनका लक्ष्य नहीं हूं, पार्टी (बीजेपी) इनके निशाने पर है. इन एथलीटों को पैसे दिए जाते हैं.' 

इसके इतर जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरनास्थल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारों के वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं. इतना ही नहीं, इस आंदोलन में शामिल होने वाले कुछ पहलवानों ने किसान आंदोलन का जिक्र कर पीए मोदी पर निशाना साधा था. हालांकि, इन वीडियो के वायरल होने के बाद बजरंग पुनिया ने कहा कि कुछ लोग आंदोलन को एक अलग दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं और इसे 'भड़काऊ आंदोलन' बनाना चाहते हैं. इस स्थिति में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या पहलवानों का प्रदर्शन हाईजैक हो गया है?

पहलवानों ने किया खाप पंचायतों से धरने में शामिल होने का आह्वान

बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोपों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद पहलवानों ने खाप नेताओं से समर्थन मांगा था. इसके दूसरे ही दिन जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने में कई खाप पंचायत के नेता शामिल हुए थे. सर्वखाप पंचायत की ओर से जगबीर मलिक ने कहा कि हम अपनी बेटियों के साथ हैं. वे जंतर-मंतर पर बैठकर रो रही हैं. उनके साथ कुछ तो जरूर हुआ है. वे पहलवान हैं, ऐसे बैठकर नहीं रोतीं. सारी खाप पंचायतें उनके समर्थन में हैं. इन खाप पंचायतों में से ज्यादातर किसान आंदोलन में शामिल थीं.

कांग्रेस नेताओं का धरनास्थल पर लगा जमावड़ा

सुप्रीम कोर्ट की ओर से बृजभूषण शरण सिंह पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए जाने के बाद बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट जैसे बड़े पहलवान ने आरोपी सिंह की गिरफ्तारी होने तक धरना जारी रखने का एलान किया. इसी बीच विपक्षी पार्टियों में सबसे पहले हरियाणा कांग्रेस के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे थे. इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने धरने में शिरकत की. 

राजनीतिक रोटियां सेंकने का मंच न बनाएं- बबीता फोगाट

प्रियंका गांधी के पहलवानों के धरनास्थल पर पहुंचने के बाद पहलवान और बीजेपी नेता बबीता फोगाट ने कहा कि प्रियंका वाड्रा अपने निजी सचिव संदीप सिंह को लेकर जंतर मंतर महिला पहलवानों को न्याय दिलाने पहुंची हैं, लेकिन इस व्यक्ति पर खुद महिलाओं से छेड़छाड़ और एक दलित महिला को 2 कौड़ी की औरत कहने जैसे तमाम आरोप लगे हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि शून्य से उठकर शिखर तक पहुंचने वाले हम खिलाड़ी अपनी लड़ाई लड़ने में स्वयं सक्षम हैं. खिलाड़ियों के मंच को राजनीतिक रोटी सेकने का मंच नहीं बनाना चाहिए.

केजरीवाल भी लगाने पहुंच गए सियासी दांव

28 अप्रैल को जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज और आतिशी धरना स्थल पर पहुंचे थे. इसके दूसरे दिन 29 अप्रैल को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी जंतर मंतर पहुंचे. इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि ये जगह बहुत पवित्र है. 2011 में हमने यहीं से आंदोलन शुरू किया और देश की राजनीति बदल दी. ये पहलवान यहीं से देश की खेल व्यवस्था बदल देंगे.

सिद्धू और हरीश रावत भी पहुंचे जंतर-मंतर

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू सोमवार (1 मई) को धरना स्थल पर पहुंचे. इस दौरान नवजोत सिंह ने कहा कि अगर इंसाफ मिलने में देरी हुई तो सिद्धू जान की बाजी लगा देगा. कांग्रेस नेता ने बृजभूषण शरण सिंह के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि अगर आप सच तक पहुंचना चाहते हैं तो कस्टोडियल इंवेस्टिगेशन कीजिए, ऐसा नहीं होता है तो इन सबका कोई मतलब नहीं है.

4. मां काली की आपत्तिजनक फोटो ट्वीट करने के बाद यूक्रेन ने मांगी माफी, जानिए क्या कहा

रूस के साथ जारी जंग के बीच यूक्रेन ने  ऐसी हरकत कर डाली, जिससे भारतीय लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई. हालांकि यूक्रेन को अपने किए का अफ़सोस है और उसने भारत से मांगी मांग ली है. दरअसल, यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने एक फोटो साझा की है जिसमें हिंदुओं की देवी मां काली को आपत्तिजनक तरीके से दिखाया गया था. कुछ देर बाद ही यूक्रेन को अपने किए का एहसास हुआ और ट्वीट डिलीट कर दिया गया . 

अब यूक्रेन के उप विदेश मंत्री एमीन झापरोवा ने अपने रक्षा मंत्रालय द्वारा की गई शर्मनाक हरकत के लिए मांफी मांगी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि हमें अफसोस है यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने हिंदू देवी काली को विकृत रूप से चित्रित किया. यूक्रेन और उसके लोग अद्वितीय भारतीय संस्कृति का सम्मान करते हैं और अत्यधिक समर्थन की सराहना करते हैं. काली माता की तस्वीर को पहले ही हटा दिया गया है. आपसी सम्मान और मित्रता की भावना में सहयोग को और बढ़ाने के लिए हम दृढ़ संकल्पित है. 

क्या था पूरा मामला 

यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने हिंदू धर्म की पूजनीय माता काली की अभद्र तस्वीर ट्वीट की थी, जिसपर भारतीय भड़क उठे. यूक्रेन की ओर से साझा की गई ट्वीट में धुएं के गुबार के ऊपर काली माता की एक तस्वीर दिखाई गई थी. तस्वीर में जीभ बाहर दिख रही थी. साथ ही माता काली के गले में खोपड़ियों की माला थी. ट्विटर हैंडल @DefenceU ने "वर्क ऑफ आर्ट" कैप्शन के साथ इस फोटो को ट्वीट किया था. जिसपर भारतीय यूजर्स भड़क उठे. भारतीयों के रोष जताए जाने के बाद यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट हटा दिया. फोटो 30 अप्रैल को पोस्ट किया गया था.

कई लोगों ने यूक्रेन सरकार की यह कहते हुए आलोचना की थी कि भारत से मदद मांगने के बाद यूक्रेन ने यह ओछी हरकत की है.  रक्षा मंत्रालय का यह ट्वीट एमिने झापरोवा के भारत दौरे के कुछ दिनों बाद आया था. फरवरी, 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद से एमिने झापरोवा भारत का दौरा करने वाली पहली उच्च रैंकिंग वाली यूक्रेनी अधिकारी थीं. 

5.हाई सिक्योरिटी जेल तिहाड़ में कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या  

दिल्ली में गैंगवॉर में एक और गैंगस्टर की मौत हो गई है। गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की दिल्ली की हाई सिक्योरिटी वाली तिहाड़ जेल में हत्या हुई। सुनील उर्फ टिल्लू को साल 2015 में पहली बार गिरफ्तार किया गया। हालांकि, जो टिल्लू ताजपुरिया जुर्म की दुनिया में इतना कुख्यात था वह पहले महज एक सामान्य सा युवक हुआ करता था। बाहरी दिल्ली में एक गांव है ताजपुर। सुनील मान ताजपुर गांव का ही रहने वाला था। दिल्ली के सरकारी स्कूल से पढ़ाई करने के बाद सुनील ने दिल्ली के स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज में एडमिशन लिया।

कॉलेज में साथ पढ़ते थे गैंगस्टर गोगी और टिल्लू

ताजपुर के पास ही अलीपुर गांव भी है। इस गांव का ही एक युवक था जितेंद्र मान। सुनील और जितेंद्र बचपन से ही दोस्त थे। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद सुनील और जितेंद्र दोनों श्रद्धानंद कॉलेज में आगे की पढ़ाई शुरू करते हैं। जितेंद्र शुरू से ही वॉलीबॉल और एथलेटिक्स का बढ़िया खिलाड़ी था। साल 2007 में कॉलेज में उसे एडमिशन भी स्पोर्ट्स कोटे से ही मिला था। जितेंद्र राष्ट्रीय स्तर पर गेम्स में खेलना चाहता था। खेल के साथ ही दोनों दोस्तों ने छात्र राजनीति में भी हिस्सा लेना शुरू कर दिया। उसी दौरान छात्र संघ चुनाव में दोनों के बीच दुश्मनी की नींव पड़ी। आगे चल कर यह दुश्मनी गैंगवॉर में बदल गई।

कॉलेज के बाद दोनों दोस्तों की राहें जुदा हो गईं। दोस्त जितेंद्र मान उर्फ गोगी से अलग होने के बाद सुनील ने अपराध की दुनिया के लिए अपना अलग नाम रख लिया। अब उसे टिल्लू ताजपुरिया के नाम से जाना जाने लगा। उसने अपने गांव ताजपुर को अपने नाम के साथ जोड़ लिया। इसका मकसद था कि उसे अपने गांव के नाम से जाना जाए। हालांकि, हरियाणा और पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में अपने गांव का नाम लगाने की परंपरा है। टिल्लू ने भी उसी तर्ज पर अपने नाम के साथ ताजपुरिया जोड़ लिया।

रोहिणी शूटआउट का मास्टरमाइंड

दिल्ली में साल 2013 के बाद जितेंद्र उर्फ गोगी और सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया के बीच गैंगवॉर तेज हो गई। दोनों गैंग हत्या, उगाही, और लूटपाट की कई वारदातों को अंजाम दिया। साल 2015 में इन दोनों के बीच अदावत टॉप पर थी। स्थिति यह हो गई कि टिल्लू ताजपुरिया ने जितेंद्र गोगी को निपटाने के लिए प्लान बनाना शुरू कर दिया। आखिरकार रोहिणी कोर्ट में पेशी के दौरान अपने गुर्गों से टिल्लू ने जितेंद्र गोगी की हत्या करवा दी।

अगर आप United India News की इस प्रस्तुति को पसंद कर रहे हैं, तो हमारे Whatsapp Group से आज ही जुड़ें, Click Here!


कोई टिप्पणी नहीं