Breaking News

23 April 2023: दिन की पांच बड़ी ख़बरें 'Top 5 News Of The Day

 1. कुश्ती के बड़े खिलाड़ियों का जंतर-मंतर पर प्रदर्शन

दिल्ली के जंतर-मंतर पर बजरंग पुनिया सहित कई पहलवान का फिर से धरना शुरू हो गया है. वहीं शाम 4:00 बजे पहलवानों की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी पूरी जानकारी दी गई. पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हमने दो दिन पहले सीपी पुलिस थाने में कंप्लेन की थी. कोई सुनवाई नहीं हुई. 7 लड़कियों ने एफआईआर की. एक लड़की माइनर है पोस्को के अंडर आती है. ढाई महीने हो घए, लेकिन कमिटी का कोई फैसला नहीं आया है.साक्षी मलिक ने कहा कि सेक्सुअल हैरेस्टमेंट का मामला था, बृजभूषण चरण सिंह के खिलाफ मामला है. मामले की सुनाई नहीं हुई तो हम हारकर वापस यहां आने पर मजबूर हो गए. हम लोग झूठे समझने लगे हैं, लोगों को लगता है हम झूठ बोल रहे थे. हम अपना करियर, फ्यूचर और परिवार सब दांव पर लगा कर आए हैं, जिसके खिलाफ हम लड़ रहे हैं वो बहुत स्ट्रॉन्ग हैं, कौन उनके साथ हैं कौन नहीं आप बेहतर जानते हैं. कोई 3 महीना से सब से समय मांग रहे हैं, खेल मंत्री मंत्रालय से भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

साक्षी मलिक की आंखों में आंसू 

इस दौरान साक्षी मलिक इमोशनल हो गईं. उन्होंने कहा कि कहा जा रहा है कि हमनें सबूत नहीं दिया, बृजभूषण से सुबूत क्यों नहीं दिया गया. विक्टिम की पूरी लाइफ है, लड़की अगर आ कर खड़ी हो जाएगी तो उसकी क्या लाइफ बचेगी.

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगा है. दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में शिकायत की गई है. पुलिस की ओर से इस मामले पर अभी एफआइआर दर्ज नहीं किया गया है. जानकारी के अनुसार पिछले प्रदर्शन के दौरान खिलाड़ियों को मिले आश्वासन पर अब तक कार्रवाई न होने से पहलवान नाराज हैं.

एक प्रदर्शनकारी पहलवान ने कहा कि सात महिला पहलवानों, जिसमें एक नाबालिग शामिल है , ने संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन पुलिस अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर दिया. पहलवान ने कहा, "हमें कई क्षेत्रों से धमकियां मिल रही हैं. दो महीने इन्तजार के बाद हमने थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन पुलिस अधिकारियों ने हमें बाहर निकाल दिया. हम नहीं जानते कि यहां क्या हो रहा है. हम अपना धरना फिर शुरू करेंगे और जनता-मंतर पर तब तक धरने पर रहेंगे जब तक हमारी मांगें मान नहीं ली जाती."

पहलवानों के नजदीकी सूत्रों ने कहा कि पहलवानों ने धोखा महसूस किया और अपना धरना फिर शुरू कर सकते हैं, जब तक बृज भूषण बर्खास्त नहीं किये जाते. उल्लेखनीय है कि महान मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम की अध्यक्षता में एक निगरानी समिति पहलवानों की ओर से इस साल के शुरू में डब्ल्यूएफआई, उसके अध्यक्ष और कोचिंग स्टाफ के खिलाफ लगाए गए मानसिक और यौन शोषण के आरोपों को लेकर अभी भी जांच कर रही है. समिति फेडेरशन के रोजाना के कामकाज को भी देख रही है क्योंकि खेल मंत्रालय ने बृज भूषण को हस्तक्षेप नहीं करने के लिए कहा है.

2. Gmail पर जरूरत का मेल खोजने में हो रही परेशानी? 

टेक कंपनी गूगल की ईमेल सर्विस का इस्तेमाल वर्किंग प्रोफेशनल के काम का जरूरी हिस्सा है। हर यूजर को दिनभर में बहुत से मेल आते हैं। ऐसे में ढेरों मेल्स को ऑरगनाइज और मैनेज करना एक मुश्किल काम है। ऐसे में यूजर्स से कोई जरूरी मिस ना हो, इसके लिए इस प्लेटफॉर्म पर लेबल की सुविधा मिलती है। इस फीचर्स का इस्तेमाल कर यूजर जरूरत के आधार पर मेल को कैटेगरी में सेट कर सकता है।

Labels क्या है

जीमेल पर Labels फोल्डर्स की तरह होते थे। मेल्स को ऑरगनाइज करने के लिए सिंगल ईमेल पर मल्टीपल लेबल्स की सुविधा मिलती है। लेबल को मोबाइल ऐप में क्रिएट नहीं किया जा सकता है।

इसके लिए पीसी की जरूरत होती है। Gmail labels का इस्तेमाल टैग के लिए सेंट और रिसीव्ड ईमेल के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं, ड्राफ्ट में रखे मेल्स पर भी इस फीचर का इस्तेमाल किया जा सकता है।

जीमेल पर ऐसे क्रिएट करें लेबल

सबसे पहले पीसी या लैपटॉप पर जीमेल को ओपन करना होगा।

स्क्रीन की लेफ्ट साइड पर स्क्रोल डाउन कर More पर क्लिक करना होगा।

यहां Create new label पर क्लिक करना होगा।

label को नाम देना होगा और Create पर क्लिक करना होगा।

लेबल में ऐसे जोड़े मेल्स 

सबसे पहले पीसी या लैपटॉप पर जीमेल को ओपन करना होगा।

यहां मैसेज को सेलेक्ट करना होगा।

मैसेज को सेलेक्ट करने के साथ ही लेबल के ऑप्शन पर टैप करना होगा।

इस के बाद लेबल को सेलेक्ट करना होगा।

स्क्रीन पर लेबल पर क्लिक कर सेंट, रिसीव्ड और ड्राफ्ट मैसेज को इस कैटेगरी में देखा जा सकता है।

इन कामों के लिए जरूरी मेल पर Labels

कई बार कुछ मेल्स को एक बार रीड करने के बाद दोबारा रीड करने की जरूरत होती है। ऐसे में एक कैटगरी बनी होने से मेल्स को खोजने में परेशानी नहीं होती।इसी तरह किसी टास्क का स्टेटस जानने के लिए Labels के जरिए ट्रैकिंग की जा सकती है। मेल्स को पहचानने और फॉलो-अप लेने के लिए भी यह फीचर काम का है।

3. Ministry Of Commerce इन छात्रों को दे रही है काम करने का मौका

वाणिज्य मंत्रालय के साथ काम करने और इंडियन गवर्नमेंट के काम करने के तरीके को बारीकी से समझना चाहते हैं तो इस इंटर्नशिप के लिए अप्लाई कर सकते हैं. ये इंटर्नशिप उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने निकाली है. इसके लिए अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और स्कॉलर स्टूडेंट्स अप्लाई कर सकते हैं. जरूरी है कि छात्र किसी भारतीय या विदेशी यूनिवर्सिटी में इनरोल हों और ये यूनिवर्सिटी मान्यता प्राप्त हो. ये स्कीम पूरे साल खुली रहती है जिसके लिए केवल ऑनलाइन अप्लाई किया जा  सकता है.

कितनी होती है ड्यूरेशन

ये इंटर्नशिप स्कीम एक महीने, दो महीने या अधिकतम तीन महीने की होती है. छात्र अपनी मर्जी से चुनाव कर सकते हैं. एक बार में कुल 20 छात्रों को इसके लिए चुना जाता है. इंटर्नशिप पूरा होने पर एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट मिलता है लेकिन ये केवल उन्हीं कैंडिडेट्स को मिलता है जो इंटर्नशिप पूरी करते हैं. बीच में छोड़ने या अनुपस्थित रहने वाले कैंडिडेट्स को सर्टिफिकेट नहीं दिया जाता है.

इन फील्ड के कैंडिडेट कर सकते हैं अप्लाई

इस इंटर्नशिप स्कीम के लिए इन फील्ड्स के कैंडिडेट अप्लाई कर सकते हैं – इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, लॉ, इकोनॉमिक्स, फाइनेंस, कंप्यूटर्स एंड लाइब्रेरी मैनेजमेंट. उम्मीदवार यूजी, पीजी या रिसर्च के छात्र हो सकते हैं. कुछ केसेस में दूसरे डोमेन के उम्मीदवारों को भी मौका दिया जाता है.

मिलता है इतना स्टाइपेन

सेलेक्ट होने वाले कैंडिडेट्स को इंटर्नशिप के दौरान 10 हजार रुपये का स्टाइपेन हर महीने दिया जाता है. इसके लिए पूरे साल में कभी भी आवेदन किया जा सकता है. आवेदन केवल ऑनलाइन होंगे जिसके लिए कैंडिडेट्स को इस लिंक पर जाकर अप्लाई करना होगा - dpiit.gov.in/internship/internship-scheme.php.

इन डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरत

आवेदन करते समय कैंडिडेट्स को जिन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ेगी, उनकी लिस्ट इस प्रकार है.

आधार कार्ड

आइडेंटिटी प्रूफ

एड्रेस प्रूफ

एज का प्रूफ/डेट ऑफ बर्थ का प्रूफ (क्लास दसवीं/बारहवीं की मार्कशीट)

वर्तमान की शैक्षिक योग्यता का प्रूफ

बैंक डिटेल (ताकि वजीफे का भुगतान हो सके).

4. देश में कब लागू होगा यूनिफॉर्म सिविल कोड?


केंद्र की मोदी सरकार जल्द ही यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) लागू करने की तैयारी कर रही है. केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने इस बात का संकेत दिया है. रिजिजू ने अनुच्छेद 44 का हवाला देते हुए कहा कि संविधान में साफ कहा गया है कि सरकार को यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की दिशा में काम करना चाहिए. हमारी सरकार इसके लिए जरूरी हर कदम उठाएगी.

आज तक से बात करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 44 में साफ है कि स्टेट को समान नागरिक संहिता लागू करने का प्रयास करना चाहिए. उसके तहत जो करना है, वो हम करेंगे. करोड़ों लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर भरोसा करके पूर्ण बहुमत दिया है. तो जो देश के लिए सही है वो तो हम करेंगे.

नहीं बताई तारीख

तारीख को लेकर उन्होंने कहा कि अभी मैं इसकी घोषणा नहीं कर सकता, लेकिन सभी को मालूम है कि हमारी सरकार की मंशा क्या है और देश के लोग क्या चाहते हैं. ऐसे में जो भी करने की जरूरत है, सही समय पर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दों पर एक सहमति की जरूरत है.

समलैंगिक विवाह पर भी बोले रिजिजू

समलैंगिक विवाह के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. केंद्र सरकार ने इस पर आपत्ति दर्ज की है. इसे लेकर किरेन रिजिजू ने कहा कि हमें लोगों के समलैंगिक रिश्ते में होने पर आपत्ति नहीं है, लेकिन जब बात विवाह की आती है तो सिर्फ कुछ लोग इसका फैसला नहीं कर सकते.

रिजिजू ने कहा एक नागरिक को अपना जीवन जीने की आजादी संविधान में दी गई है, इसलिए दो लोग आपस में कैसे रहते हैं, इस पर हमें कोई आपत्ति नहीं है. सेम सेक्स के लिव इन रिलेशनशिप को भी गैर अपराध की श्रेणी में डाल दिया गया है. अब आप जहां रहना चाहते हैं, जैसे रहना चाहते हैं, रह सकते हैं. उसमें हमारी आपत्ति नहीं है, लेकिन जब शादी की बात आती है, तो यह एक संस्था है. भारत एक प्राचीन देश है. इसकी अपनी एक परंपरा है. मान्यता है. कई धर्मों का मिलन है. अगर उस सिस्टम का कुछ लोग बैठकर निर्णय करते हैं तो ये हो नहीं सकता है.

उन्होंने कहा कि परंपराओं में बदलाव पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए. इस पर चर्चा होनी चाहिए कि ऐसे मुद्दों पर फैसला कुछ लोग करेंगे या संसद में चुने हुए प्रतिनिधि करेंगे.

5. 36 दिनों की फरारी के बाद पकड़ा गया अमृतपाल सिंह

36 दिनों से फरार चल रहा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह आखिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया. अमृतपाल ने रविवार (23 अप्रैल) को मोगा पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. अमृतपाल सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत मामला दर्ज किया गया है. पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को वारिस पंजाब दे के मुखिया और उसके साथियों के खिलाफ अभियान शुरू किया था. इसके बाद से ही अमृतपाल भागा-भागा फिर रहा था.

पिछले एक महीने में अमृतपाल को कई जगहों पर देखा गया था. उसने वीडियो भी जारी किए थे. एक के बाद एक साथियों के पकड़े जाने के बाद आखिरकार उसने भी सरेंडर कर दिया. इसके पहले पंजाब पुलिस ने राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और नेपाल की सीमा से सटे इलाकों में उसकी तलाश की थी, लेकिन वह हाथ नहीं आया था.

गुरुद्वारे में टेका माथा, फिर दी गिरफ्तारी

सरेंडर के पहले उसने मोगा गुरुद्वारे में माथा टेका था. उसकी गिरफ्तारी को लेकर गुरुद्वारे के ग्रंथी ने बड़ी जानकारी दी है. मोगा गुरुद्वारे के ग्रंथी ने बताया कि अमृतपाल रात को यहां आया था. खुद कह रहा था कि गुरुद्वारा में माथा टेकने के बाद पुलिस के सामने सरेंडर कर दूंगा. उसने ठीक 7 बजे गिरफ्तारी दी है. ग्रंथी ने दावा किया कि किसी के दबाव में गिरफ्तारी नहीं दी है.

बार-बार बदल रहा था लोकेशन

18 मार्च को पुलिस कार्रवाई शुरू होने के बाद से अमृतपाल लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था. पंजाब पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए लगातार कोशिश कर रही थी. कई बार तो करीब भी पहुंच गई, लेकिन हर बार अमृतपाल पुलिस को गच्चा देकर भाग जा रहा था.

पुलिस के अभियान के बाद पहली बार अमृतपाल को एक मर्सिडीज कार में भागते देखा गया था. बाद में वह और उसके समर्थक चार मोटरसाइकिलों पर होकर भागे. अमृतपाल के काफिले को एक पुलिस चेकप्वाइंट पर रोका गया, लेकिन वह भाग निकला.

साथ में चल रहा था पप्पलप्रीत

18 मार्च की रात को अमृतपाल लुधियाना पहुंचा और वहां शेखपुरा गुरुद्वारे में कुछ देर ठहरा. यहां से वह एक स्कूटी पर बैठकर रात के करीब 9.30 बजे निकला था. इस दौरान उसका साथी पप्पलप्रीत साथ ही बाइक से चल रहा था.

20 मार्च को अमृतपाल कुरुक्षेत्र पहुंचा, यहां वह हरियाणा रोडवेज की बस में चढ़ गया. हरियाणा में अमृतपाल और पप्पलप्रीत ने एक महिला के घर में शरण ली थी. महिला को बाद में हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.

अगर आप United India News की इस प्रस्तुति को पसंद कर रहे हैं, तो हमारे Whatsapp Group से आज ही जुड़ें, Click Here!

कोई टिप्पणी नहीं